गुरुग्राम, 21 मई । प्रबंध निदेशक पीसी मीणा ने आज दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के ऑपरेशन विंग के सभी अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक ली। इस बैठक में हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम मुख्यालय पंचकूला के मुख्य अभियंता, हिसार एवं दिल्ली एनसीआर के मुख्य अभियंता, अधीक्षक अभियंता सहित डीएचबीवीएन ऑपरेशन के सभी अधीक्षक अभियंता एवं कार्यकारी अभियंता शामिल हुए।
प्रबंध निदेशक पीसी मीणा ने अधिकारियों को कहा कि बिजली आपूर्ति सुचारू रखना ही हमारी प्राथमिकता है। बिजली आपूर्ति से संबंधित सभी प्रकार की शिकायतों का शीघ्र समाधान करें। उन्होंने प्रत्येक सर्कल में मोबाइल वैन को भी तैयार रखने के निर्देश दिए, जिस पर ट्रांसफार्मर, अर्थ केबल, सीढ़ी इत्यादि आवश्यक उपकरण उपलब्ध हों। जरूरत पड़ने पर यदि कहीं ट्रांसफार्मर में खराबी आती है तो मोबाइल ट्रांसफार्मर से उस क्षेत्र की बिजली आपूर्ति सुचारू रखी जा सके।
उन्होंने गर्म तापमान में बढ़ती ऊर्जा खपत के साथ ब्रेकडाउन बढ़ने के कारण प्रत्येक सर्कल स्तर के बिजली सुविधा केंद्र पर उप मंडल अधिकारियों को रात्रि ड्यूटी में उपस्थित होने के लिए निर्देशित किया। ये अधिकारी रात्रि के समय बिजली आपूर्ति से संबंधित शिकायतों का निवारण करें और समस्या के समाधान बारे अन्य अधिकारियों को भी अवगत कराएं।
उन्होंने ऑपरेशन के अधीक्षण अभियंता को भी स्टोर में उपलब्ध आवश्यक सामान के तुरंत इस्तेमाल करने का अधिकार देते हुए उसकी गुणवत्ता के अनुसार इस्तेमाल करने के निर्देश दिए। अधीक्षण अभियंता को आवश्यकता पड़ने पर गुणवत्ता पूर्वक सामान खरीदने की सीमा बढ़ाते हुए अग्रिम सामान रखने के भी निर्देश दिए। आवश्यकता अनुसार लिए गए प्रस्तावित आवश्यक सामान, वाहन आदि भी उपभोक्ताओं की बिजली सुचारू रखने में सहायक हों।
उन्होंने विद्युत प्रसारण निगम एवं बिजली वितरण निगम के अधिकारियों को गर्मियों के तापमान को देखते हुए जलने वाली सीटी इत्यादि को पहले ही सब स्टेशन पर रखने के निर्देश देते हुए कहा कि इसे सीमित समय में ही बदलें और जली हुई सीटी को बदलने की अधिकतम सीमा 4 घंटे ही हो। उन्होंने अधिकारियों को कहा कि गर्मियों के मध्यनजर बिजली आपूर्ति सुचारू रखी जाए और किसी भी प्रकार की शिकायत आने पर उसका समयबद्ध समाधान किया जाए।
उन्होंने बताया कि बिजली निगम का संरचनात्मक ढांचा मज़बूत है और सभी के समन्वय से बिजली आपूर्ति ठीक होगी। इस बैठक में बिजली निगम के निदेशक (ऑपरेशन) सुरेश बंसल, निदेशक (वित्त) रतन कुमार वर्मा, निगम के मुख्य अभियंता आदि भी शामिल हुए।