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- डीसी ने दिए निर्देश, प्रिंट व इलैक्ट्रॉनिक मीडिया में जारी किए जाने वाले विज्ञापनों को लेकर ईसीआई के नियमों का पालन करें उम्मीदवार
गुरूग्राम, 07 मई। एमसीएमसी के अध्यक्ष एवं डीसी निशांत कुमार यादव ने मंगलवार को लघु सचिवालय के 5वें तल पर स्थित एमसीएमसी कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने कंट्रोल रूम के माध्यम से पेड न्यूज के निगरानी तंत्र के बारे में जानकारी ली।
डीसी ने कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा पेड न्यूज की निगरानी व राजनीतिक दलों, उम्मीदवारों व राजनीतिक उद्देश्य को लेकर जारी किए जाने वाले विज्ञापनों के प्रमाणीकरण के लिए मीडिया सर्टिफिकेशन एण्ड मोनिटरिंग कमेटी का जिला, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर गठन किया है। गुरूग्राम की जिला स्तरीय कमेटी द्वारा प्रिंट व इलैक्ट्रॉनिक मीडिया में उम्मीदवारों द्वारा प्रकाशित व प्रसारित किए जाने वाले विज्ञापन का प्रमाणीकरण किया जाएगा। प्रिंट मीडिया में मतदान के दिन व एक दिन पहले प्रकाशित होने वाले विज्ञापन इस कमेटी द्वारा प्रमाणित होने चाहिए। कोई भी उम्मीदवार या उनका प्रतिनिधि जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में एक निर्धारित फॉर्मेट में विज्ञापन के प्रमाणीकरण के लिए आवेदन कर सकता है।
उन्होंने इलैक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रसारित होने वाले विज्ञापनों को लेकर भारतीय निर्वाचन आयोग की गाइड लाइन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि नामांकन के साथ ही उम्मीदवार इलैक्ट्रॉनिक मीडिया, एफएम, कम्युनिटी रेडियों व सिनेमा स्क्रीन आदि पर जो भी अपना विज्ञापन जारी करेगा वह इस कमेटी द्वारा अनुमोदित होना चाहिए। भारतीय निर्वाचन आयोग ने विज्ञापन के प्रमाणीकरण के लिए राष्ट्रीय, क्षेत्रीय व स्वतंत्र उम्मीदवारों के लिए समय-सीमा निर्धारित कर रखी है। साथ ही पेड न्यूज के संदर्भ में आने वाली शिकायतों का यही कमेटी निपटारा करेगी।
एमसीएमसी के सदस्य सचिव एवं डीआईपीआरओ बिजेंद्र कुमार ने डीसी को जानकारी देते हुए बताया कि एमसीएमसी कंट्रोल रूम के माध्यम से इलैक्ट्रॉनिक व पिं्रट मीडिया में आने वाली खबरों की मॉनिटरिंग की जा रही है। साथ ही जिला मंे अब तक किसी भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार द्वारा विज्ञापन के प्रमाणीकरण के लिए कोई भी आवेदन नहीं किया गया है। इससे पहले डीसी ने लघु सचिवालय के दूसरे तल पर सी विजिल-टोल फ्री नंबर 1950 की मॉनिटरिंग के लिए बनाए गए कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। इस दौरान जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी विरेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।