नई दिल्ली : आबकारी नीति घोटाला मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को ईडी ने आज गिरफ्तार कर लिया है. इससे पूर्व ईडी की टीम सीएम केजरीवाल से पूछताछ करने पहुंची थी और करीब दो घंटे तक पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. आजाद भारत के इतिहास में पहला ऐसा मामला है जब किसी राज्य के मुख्यमंत्री को किसी जांच एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया गया है.
दुसुरी तरफ आम आदमी पार्टी के नेताओं ने यह कह कर स्पष्ट सन्देश दे दिया है कि गिरफ्तारी के बाद भी अरविन्द केजरीवाल सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे. इस मामले को लेकर आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट का दरबाजा भी खटखटाया है. आम आदमी पार्टी के ने नेताओं का कहना है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी राजनीतिक कारणों से हुई हैं . पार्टी का कहना है कि यह कार्रवाई लोकसभा चुनाव के कारण की गई है.
उल्लेखनीय है कि केजरीवाल की याचिका पर आज दिल्ली हाई कोर्ट से निर्णय आने के बाद ईडी की टीम शाम को करीब सात बजे केजरीवाल के आवास पर पहुंची थी क्योंकि कोर्ट ने उन्हें राहत नहीं दी थी .
देश की राजधानी में राजनीतिक गहमा गहमी जारी है . दिल्ली पालिक एने सुरक्षा के कड़े इंतजाम भी किये हैं. मना जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल सीएम बने रहेंगे. वो इस्तीफा नहीं देंगे. इस विषय पर दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा है कि केजरीवाल सीएम थे, हैं और रहेंगे. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल एक विचार हैं, उन्हें खत्म नहीं किया जा सकता है.
आतिशी ने कहा है कि ”यह AAP और अरविंद केजरीवाल को रोकने की साजिश है. दिल्ली की जनता अरविंद केजरीवाल से प्यार करती है और वे इसका जवाब बीजेपी को देंगे.”
उन्होंने कहा, ”हमने ईडी द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को रद्द करने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. हमने आज रात ही सुप्रीम कोर्ट से तत्काल सुनवाई की मांग की है.”