नई दिल्ली : भारत के बढ़ते पर्यटन उद्योग में स्वच्छता प्रथाओं में बदलाव लाने के लिए जल शक्ति मंत्रालय में पेयजल और स्वच्छता विभाग (डीडीडब्ल्यूएस) ने पर्यटन मंत्रालय के सहयोग से स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग (एसजीएलआर) पहल शुरू की है। यह दूरदर्शी कार्यक्रम पर्यटकों के लिए विश्व स्तरीय साफ-सफाई और स्वच्छता सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जोर के अनुरूप है, जो स्वच्छ और अधिक टिकाऊ पर्यटन प्रथाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सभी पर्यटन स्थलों पर सौंदर्य और स्वच्छता के स्तर को बढ़ाने के लिए सभी पर्यटक सुविधाओं का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि हमारे देश के आतिथ्य और विकास के दूत के रूप में, हमारे सभी पर्यटक सुविधाओं को हमारे पर्यटक स्थलों के सौंदर्य और स्वच्छता स्तर को बढ़ाने में सक्रिय रूप से शामिल होना चाहिए। श्री शेखावत ने आगे कहा कि उत्तरदायी स्वच्छता की वांछित दिशा में अपने निवेश के साथ आतिथ्य क्षेत्र पर्यटकों को बड़ी संख्या में आकर्षित करने में सक्षम होगा और इसके साथ ही अपना ब्रांड वैल्यू भी बढ़ाएगा।
मध्य प्रदेश में नर्मदापुरम के मध्य मढ़ई में स्थित बाइसन रिसॉर्ट्स ने पहले पांच स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग प्रमाणपत्र प्राप्त करके अग्रणी स्थान हासिल किया है। यह सम्मान जिम्मेदार पर्यटन प्रथाओं के प्रति रिसॉर्ट की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और पर्यटन उद्योग के लिए एक सराहनीय मिसाल कायम करता है। केंद्रीय मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ‘एक्स’ पर इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए स्वच्छता मानकों को बढ़ाने के प्रति समर्पण के लिए बाइसन रिसॉर्ट्स की सराहना की।
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने जिम्मेदार पर्यटन की सकारात्मक छवि में योगदान करते हुए बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करने में आतिथ्य क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता दी। उन्होंने कहा कि हमारे देश के आतिथ्य और विकास के दूत के रूप में बाइसन रिसॉर्ट्स जिम्मेदार पर्यटन की भावना का उदाहरण है। स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग सिर्फ एक मान्यता नहीं, बल्कि हमारे पर्यटन उद्योग को संवारने की प्रतिबद्धता है।
पेयजल और स्वच्छता विभाग की सचिव सुश्री विनी महाजन ने कहा कि बाइसन रिसॉर्ट्स को मिला यह सम्मान सभी राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में अन्य पर्यटक सुविधाओं के लिए पर्यटन स्थलों के सौंदर्य और स्वच्छता के स्तर को बढ़ाने में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए एक स्पष्ट आह्वान है। स्वच्छ भारत मिशन और एसजीएलआर में प्रगति के मौजूदा प्रवृत्ति को देखते हुए, अभी हमारे पास पर्यटन क्षेत्र की छवि को फिर से परिभाषित करने की क्षमता है।
“आतिथ्य सुविधाओं में स्वच्छता ग्रीन लीफ रेटिंग पर राष्ट्रीय पायलट” का शुभारम्भ जम्मू और कश्मीर में अनंतनाग जिले के पहलगाम और असम में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में किया गया था। इस दौरान विभिन्न होटलों, रिसॉर्ट्स और होमस्टे मालिकों के साथ ओरिएंटेशन और इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया। लखनऊ में जनवरी 2024 में एक राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान अनावरण की गई एसजीएलआर पुस्तिका सतत विकास को बढ़ावा देने और विश्व स्तरीय स्वच्छता मानकों को सुनिश्चित करने हेतु प्रतिबद्ध प्रतिष्ठानों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में कार्य करती है।
एसजीएलआर पहल मिशन लाइफ (एलआईएफई) के तहत ट्रैवल फॉर लाइफ (टीएफएल) कार्यक्रम के अनुरूप है, जो टिकाऊ पर्यटन के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देती है। एसजीएलआर कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यटकों और व्यवसायों दोनों को प्रकृति के साथ सामंजस्यपूर्ण प्रथाओं को अपनाने के लिए प्रेरित करते हुए आर्थिक रूप से व्यवहार्य, जिम्मेदार और सुदृढ़ पर्यटन उद्योग विकसित करना है।