-प्रधानमंत्री विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी), तिरुवनंतपुरम भी जायेंगे
-1800 करोड़ रुपये लागत की तीन महत्वपूर्ण अंतरिक्ष बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27-28 फरवरी, 2024 को केरल, तमिलनाडु और महाराष्ट्र का दौरा करेंगे. प्रधानमंत्री 27 फरवरी को प्रात: लगभग 10:45 बजे केरल के तिरुवनंतपुरम में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) का दौरा करेंगे। शाम करीब 5:15 बजे प्रधानमंत्री तमिलनाडु के मदुरै में ‘क्रिएटिंग द फ्यूचर – डिजिटल मोबिलिटी फॉर ऑटोमोटिव एमएसएमई एंटरप्रेन्योर्स’ कार्यक्रम में शामिल होंगे।
28 फरवरी को प्रात: लगभग 9:45 बजे प्रधानमंत्री तमिलनाडु के थूथुकुडी में लगभग 17,300 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। लगभग 4:30 बजे, प्रधानमंत्री महाराष्ट्र के यवतमाल में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल होंगे और यवतमाल (महाराष्ट्र) में 4900 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान पीएम किसान और अन्य योजनाओं के तहत लाभ भी जारी करेंगे।
केरल में प्रधानमंत्री
देश के अंतरिक्ष क्षेत्र की पूर्ण क्षमता हासिल करने के लिए इसमें सुधार लाने के प्रधानमंत्री के विज़न और इस क्षेत्र में तकनीकी और अनुसंधान विकास क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता को बढ़ावा मिलेगा क्योंकि विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, तिरुवनंतपुरम की उनकी यात्रा के दौरान तीन महत्वपूर्ण अंतरिक्ष बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा। इन परियोजनाओं में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा में पीएसएलवी एकीकरण सुविधा (पीआईएफ); महेंद्रगिरि में इसरो प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में नई ‘सेमी-क्रायोजेनिक्स इंटीग्रेटेड इंजन और स्टेज टेस्ट फेसिलिटी’ और वीएसएससी, तिरुवनंतपुरम में ‘ट्राइसोनिक विंड टनल’ शामिल हैं। ये तीन परियोजनाएं अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए विश्व स्तरीय तकनीकी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगभग 1800 करोड़ रुपये की संचयी लागत पर विकसित की गई हैं।
श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में पीएसएलवी एकीकरण सुविधा (पीआईएफ) पीएसएलवी प्रक्षेपण की आवृत्ति को प्रति वर्ष 6 से 15 तक बढ़ाने में सहायता प्रदान करेगी। यह अत्याधुनिक सुविधा एसएसएलवी और निजी अंतरिक्ष कंपनियों द्वारा डिजाइन किए गए अन्य छोटे प्रक्षेपण वाहनों के प्रक्षेपण में भी मदद कर सकती है।
आईपीआरसी महेंद्रगिरि में नई ‘सेमी-क्रायोजेनिक्स इंटीग्रेटेड इंजन और स्टेज टेस्ट फेसिलिटी’ सेमी क्रायोजेनिक इंजन और चरणों के विकास को सक्षम बनाएगी तथा वर्तमान लॉन्च वाहनों की पेलोड क्षमता को बढ़ाएगी। यह सुविधा 200 टन तक के क्षमता वाले इंजनों का परीक्षण करने के लिए तरल ऑक्सीजन और केरोसिन आपूर्ति प्रणालियों से सुसज्जित है।
वायुमंडलीय व्यवस्था में उड़ान के दौरान रॉकेटों और विमानों के लक्षण वर्णन के लिए एरोडाएनेमिक परीक्षण के लिए पवन सुरंगें आवश्यक हैं। वीएसएससी में जिस “ट्राइसोनिक विंड टनल” का उद्घाटन किया जा रहा है वह एक जटिल तकनीकी प्रणाली है जो हमारी भविष्य की प्रौद्योगिकी विकास जरूरतों को पूरा करेगी।
अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री गगनयान मिशन की प्रगति की भी समीक्षा करेंगे और नामित अंतरिक्ष यात्री को ‘अंतरिक्ष यात्री पंख’ प्रदान करेंगे। गगनयान मिशन भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम है जिसके लिए विभिन्न इसरो केंद्रों पर व्यापक तैयारी चल रही है।
तमिलनाडु में प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तमिलनाडु के मदुरै में ‘भविष्य का निर्माण-ऑटोमोटिव एमएसएमई उद्यमियों के लिए डिजिटल गतिशीलता’ कार्यक्रम में भाग लेंगे और ऑटोमोटिव क्षेत्र में काम करने वाले हजारों सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) उद्यमियों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री भारतीय ऑटोमोटिव उद्योग से जुड़े एमएसएमई को मदद और उत्थान के लिए डिज़ाइन की गई दो प्रमुख पहलों की भी शुरुआत करेंगे। इन पहलों में टीवीएस ओपन मोबिलिटी प्लेटफॉर्म और टीवीएस मोबिलिटी-सीआईआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस शामिल हैं। ये पहल देश में एमएसएमई के विकास का समर्थन करने और उन्हें संचालन को औपचारिक बनाने, वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ एकीकृत करने और आत्मनिर्भर बनने में मदद करने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में अगला कदम होगी।
प्रधानमंत्री थूथुकुडी में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में वी. ओ. चिदंबरनार बंदरगाह पर आउटर हार्बर कंटेनर टर्मिनल की आधारशिला रखेंगे। यह कंटेनर टर्मिनल वी. ओ. चिदंबरनार बंदरगाह को पूर्वी तट के लिए एक ट्रांसशिपमेंट हब में बदलने की दिशा में एक कदम है। इस परियोजना का उद्देश्य भारत की लंबी तटीय रेखा और अनुकूल भौगोलिक स्थिति का लाभ उठाना और वैश्विक व्यापार क्षेत्र में भारत की प्रतिस्पर्धात्मकता को मजबूत करना है। इस प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना से क्षेत्र में रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री वी. ओ. चिदंबरनार बंदरगाह को देश का पहला हरित हाइड्रोजन हब बंदरगाह बनाने के उद्देश्य से कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं में अलवणीकरण संयंत्र, हाइड्रोजन उत्पादन और बंकरिंग सुविधा आदि शामिल हैं।
प्रधानमंत्री श्री मोदी हरित नौका पहल के तहत भारत के पहले स्वदेशी हरित हाइड्रोजन ईंधन सेल अंतर्देशीय जलमार्ग जहाज का भी शुभारंभ करेंगे। इस जहाज का निर्माण कोचीन शिपयार्ड में हुआ है। यह स्वच्छ ऊर्जा समाधानों को अपनाने और शून्य कार्बन उत्सर्जन के प्रति देश की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की दिशा में एक अग्रणी कदम है। साथ ही, प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान दस राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में 75 प्रकाशस्तंभों में पर्यटक सुविधाएं भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री श्री मोदी कार्यक्रम के दौरान वांची मनियाच्ची-नागरकोइल रेल लाइन के दोहरीकरण की रेल परियोजनाओं का उद्धाटन करेंगे। इस रेल लाइन में वांची मनियाच्ची-तिरुनेलवेली खंड और मेलाप्पलायम-अरलवायमोली खंड शामिल हैं। लगभग 1,477 करोड़ रुपये की लागत से विकसित यह दोहरीकरण परियोजना कन्याकुमारी, नागरकोइल और तिरुनेलवेली से चेन्नई की ओर जाने वाली ट्रेनों के लिए यात्रा के समय को कम करने में मदद करेगी।
प्रधानमंत्री श्री मोदी तमिलनाडु में लगभग 4,586 करोड़ रुपये की कुल लागत से विकसित चार सड़क परियोजनाओं को भी समर्पित करेंगे। इन परियोजनाओं में एनएच-844 पर जित्तंदहल्ली-धर्मपुरी खंड को चार लेन का बनाना, एनएच-81 के मीनसुरुट्टी-चिदंबरम खंड को दो लेन का बनाना, एनएच-83 के ओड्डनचत्रम-मदाथुकुलम खंड को चार लेन का बनाना और एनएच -83 के नागपट्टिनम-तंजावुर खंड को दो लेन का बनाना शामिल है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य कनेक्टिविटी में सुधार करना, यात्रा के समय को कम करना, सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ाना और क्षेत्र में तीर्थ यात्राओं को सुविधाजनक बनाना है।
महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री
किसानों के कल्याण के प्रति प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण प्रदर्शित करने वाले कदम में, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत 21,000 करोड़ रुपये से अधिक की 16वीं किस्त लाभार्थियों को यवतमाल में सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से जारी की जाएगी। इसके साथ ही, 11 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम ट्रांसफर की जा चुकी है।
प्रधानमंत्री ‘नमो शेतकारी महासम्मान निधि’ की लगभग 3800 करोड़ रुपये की दूसरी और तीसरी किस्त भी वितरित करेंगे। इससे पूरे महाराष्ट्र में लगभग 88 लाख लाभार्थी किसान लाभान्वित होंगे। इस योजना से महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को प्रति वर्ष 6000 रुपये की अतिरिक्त राशि मिलती है।
प्रधानमंत्री पूरे महाराष्ट्र में 5.5 लाख महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को 825 करोड़ रुपये का रिवॉल्विंग फंड वितरित करेंगे। यह राशि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली रिवॉल्विंग फंड के अतिरिक्त है। एसएचजी के भीतर बारी-बारी के आधार पर धन उधार देने को बढ़ावा देने और ग्रामीण स्तर पर महिलाओं के नेतृत्व वाले सूक्ष्म उद्यमों को बढ़ावा देकर गरीब परिवारों की वार्षिक आय बढ़ाने के लिए एसएचजी को रिवॉल्विंग फंड (आरएफ) दिया जाता है।
प्रधानमंत्री पूरे महाराष्ट्र में एक करोड़ आयुष्मान कार्डों के वितरण की शुरुआत करेंगे। यह कल्याणकारी योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने का एक और कदम है। इसका उद्देश्य सभी सरकारी योजनाओं के शत-प्रतिशत कार्यान्वयन के प्रधानमंत्री के सपने को पूरा करना है।
प्रधानमंत्री महाराष्ट्र में ओबीसी श्रेणी के लाभार्थियों के लिए मोदी आवास घरकुल योजना का शुभारंभ करेंगे। इस योजना में वित्त वर्ष 2023-24 से वित्त वर्ष 2025-26 तक कुल 10 लाख घरों का निर्माण किया जाएगा। प्रधानमंत्री इस योजना के 2.5 लाख लाभार्थियों को 375 करोड़ रुपये की पहली किस्त हस्तांतरित करेंगे।
प्रधानमंत्री महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्र को लाभ पहुंचाने वाली कई सिंचाई परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। ये परियोजनाएं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई) और बलिराजा जल संजीवनी योजना (बीजेएसवाई) के तहत कुल 2750 करोड़ रुपये से अधिक की लागत पर विकसित की गई हैं।
प्रधानमंत्री महाराष्ट्र में 1300 करोड़ रुपये से अधिक की कई रेल परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं में वर्धा-कालंब ब्रॉड गेज लाइन (वर्धा-यवतमाल-नांदेड़ नई ब्रॉड गेज लाइन परियोजना का हिस्सा) और न्यू अष्टी-अमलनेर ब्रॉड गेज लाइन (अहमदनगर-बीड-परली नई ब्रॉड गेज लाइन परियोजना का हिस्सा) शामिल हैं। नई ब्रॉड गेज लाइनें विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्रों की कनेक्टिविटी में सुधार करेंगी और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगी। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री दो ट्रेन सेवा को वर्चुअल तरीके से हरी झंडी भी दिखाएंगे। इसमें कलंब और वर्धा को जोड़ने वाली ट्रेन सेवाएं तथा अमलनेर और न्यू अष्टी को जोड़ने वाली ट्रेन सेवाएं शामिल हैं। इस नई ट्रेन सेवा से रेल कनेक्टिविटी में सुधार होगा और क्षेत्र के छात्रों, व्यापारियों और दैनिक यात्रियों को लाभ होगा।
प्रधानमंत्री महाराष्ट्र में सड़क सुविधाओं को मजबूत करने के लिए कई परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इन परियोजनाओं में एनएच-930 के वरोरा-वानी खंड को चार लेन का बनाना; साकोली-भंडारा और सलाईखुर्द-तिरोरा को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण सड़कों के लिए सड़क उन्नयन परियोजनाएं शामिल है। इन परियोजनाओं से कनेक्टिविटी में सुधार होगा, यात्रा का समय कम होगा और क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री यवतमाल शहर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का भी उद्घाटन करेंगे।