13 लड़कों और 12 लड़कियों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार

Font Size

 

नई दिल्ली :  कम उम्र में ही दुनिया के लिए प्रेरणा के श्रोत बने देश के विभिन्न राज्यों के 25 बच्चों को पीएम नरेंद्र मोदी आज राष्ट्रीय बाल वीरता पुरस्कार प्रदान करेंगे. इनमें 12 लड़कियां और 13 लड़के हैं। परम्परा के अनुसार ये सभी बहादुर बच्चे गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेंगे। चार बच्चों को मरणोपरांत यह पुरस्कार दिया जा रहा है।सभी बच्चों ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से भी मुलाक़ात की . 

पुरस्कृत  होने वालों में केरल से 4, दिल्ली से 3, वेस्ट बंगाल और छत्तीसगढ़ से 2-2 बच्चे शामिल हैं।  यूपी, महाराष्ट्र, मणिपुर, असम, हिमाचल, नगालैंड, उत्तराखंड, राजस्थान, ओडिशा और कर्नाटक से 1-1 बच्चे को सम्मानित किया जाएगा। गौरतलब है कि मरणोपरांत सम्मानित होने वाले बच्चों में मिजोरम राज्य से दो, अरुणाचल राज्य और जम्मू राज्य का 1-1 बच्चा शामिल है।

 

गीता चोपड़ा अवॉर्ड

 

पश्चिम बंगाल राज्य की शिवानी गोद (16) और तेजस्विता प्रधान (17) ने इंटरनेशनल सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया। इन्हें गीता चोपड़ा अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा।

 

संजय चोपड़ा अवॉर्ड

 

उत्तराखंड राज्य के सुमित ममगई (15) ने अपने चचेरे भाई पर हमला कर रहे तेंदुए पर पूंछ पकड़कर दरांती से वार किया। इससे तेंदुआ भाग गया। इस बहादुरी के लिए उन्हें संजय चोपड़ा अवॉर्ड दिया जाएगा।

 

गेढानी अवॉर्ड

 

छत्तीसगढ़ राज्य के तुषार (15) को बापू गेढानी अवॉर्ड दिया जाएगा।

छत्तीसगढ की नीलम (8), राजस्थान के सोनू माली (9) और ओडिशा के मोहन सेठी (11), कर्नाटक की सिया वामनसा खोड़े (10), नगालैंड के थंगिलमंग लंकिम (10) , हिमाचल प्रदेश के प्रफुल्ल शर्मा (11), असम के टंकेस्वर पीगू (16), मणिपुर के मोइरंगथम सदानंदा सिंह (14), केरल के आदित्यन एमपी पिल्लई (14), उत्तर प्रदेश की अंशिका पांडेय (14), केरल की बिनिल मंजली (15), अखिल के शिबु (16), महाराष्ट्र की निशा दिलीप पाटिल (16) और केरल की बदरूनिसा केपी (15) को मोदी सम्मानित करेंगे।

 

वीरता पुरस्कार

 

दिल्ली के भाई-बहन अक्षित-अक्षिता ने स्कूल से घर आने के बाद चोर को पकड़ा और पुलिस के हवाले कराया। इन्हें वीरता पुरस्कार दिया जाएगा।

 

दिल्ली के ही नमन ने यमुना नदी में डूब रहे बच्चे को बचाया था। अमन को भी वीरता पुरस्कार मिलेगा।

 

मरणोपरांत बापू गेढानी अवॉर्ड

 

जम्मू और कश्मीर में तीन स्टूडेंट स्कूल से घर लौट रहे थे। बादल फटने के कारण नदी-नाले उफान पर थे। राकेश (14) और शेफाली (5) चकवा नाले पर बाढ़ में फंस गए। 12 साल की पायल उन्हें बचाने के लिए करीब 20 फीट गहरे पानी में कूद गई। लेकिन वह उन्हें बचाने में कामयाब नहीं हो सकी। सभी पानी के तेज बहाव में बह गए।

मिजोरम की 13 साल की एच लालरियातपुई ने कार में बैठे अपने दो साल के चचेरे भाई को बचाने के लिए जान की बाजी लगा दी थी। कार ढलान से नीचे जा रही थी। उसने छोटे बच्चे को कार से बाहर निकालने के लिए दरवाजा खोला और जमीन पर गिर गई। इस दौरान वह कार की चपेट में आकर गंभीर घायल हो गई। अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। दोनों को मरणोपरांत बापू गेढानी अवॉर्ड दिया जाएगा।

मिजोरम की 13 साल की रोलुआपुई स्कूल पिकनिक के दौरान नदी में अपनी एक दोस्त को भंवर में फंसकर मदद की गुहार लगाते हुए देखा। उसने 18 फीट गहरी नदी में छलांग लगा दी। वह दोस्त को तो नदी के किनारे तक ले आई, लेकिन खुद नदी के तेज बहाव के कारण भंवर में जा फंसी।

 

भारत अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा

 

अरुणाचल की 8 साल की तारपीजू हमारे बीच नहीं है। वह दो सहेलियों के साथ नदी पार कर रही थी, तभी उसकी सहेलियां नदी के तेज बहाव में बहने लगी। यह देख वह 5 फीट गहरी नदी में कूद गई और दोनों को सुरक्षित किनारे तक पहुंचाया। लेकिन वह डूब गई। सीएम ने उस नदी पर पीजू के नाम से पुल बनाने को कहा है। पीजू को भारत अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा।

You cannot copy content of this page