कांग्रेस व सपा के बीच क्या खिचड़ी पकी ?

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किस फार्मूले पर हुआ गठबंधन ?  

लखनऊ : अंततः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर फाइनल मुहर लग गई। समाजवादी पार्टी 105 सीटें कांग्रेस को देने पर तैयार हो गई है और कांग्रेस को भी यह प्रस्ताव स्वीकार है.  

अब अस्पष्ट है कि कांग्रेस ,आगामी विधानसभा चुनाव में 105 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गई है। इस बात की घोषणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राजबब्बर और सपा प्रदेशाध्यक्ष नरेश उत्तम ने एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेस में की.

सूत्रों का कहना है कि इस गठबंधन को बनने से पहले ही पड़ रही दरार को दूर करने के लिए सोनिया गांधी और अखिलेश के बीच बातचीत हुई थी। पहले कांग्रेस पार्टी यूपी में 120 सीटों की मांग कर रही थी. समाजवादी पार्टी इस पर तैयार नहीं थीं. बताया जाता हिया कि सपा , कांग्रेस को 100 सीटें देने के लिए तैयार थी. सीटों की संख्या को लेकर गठबंधन में दरार के प्रबल आसार बन गए थे.

अब सोनिया गाँधी के हस्तक्षेप के बाद कांग्रेस को 105 सीट देने के बाद सपा खुद 298 सीट पर इलेक्शन लड़ेगी। सपा सूत्रों के अनुसार, इस मामले में अखिलेश ने सकारात्मक रुख दिखाया और कांग्रेस ने थोड़ा लचीला रुख अपनाया इसलिए ये गठबंधन संभव हो पाया है ।

उल्लेखनीय है कि रायबरेली ओर अमेठी के अलावा पश्चिम उत्तर प्रदेश की कई सीटों को लेकर गतिरोध बना हुआ था। दरअसल, कांग्रेस चाहती थी कि इन जिलों की सारी सीटें गठबंधन के तहत कांग्रेस को मिले। वहीं समाजवादी पार्टी इस बात को इस आधार पर खारिज कर रही थी कि वहां पिछली बार सपा के विधायक विजयी हुए थे .

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