नई दिल्ली । केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने आज कहा कि समुद्रयान परियोजना का उद्देश्य गहरे समुद्री संसाधनों का अध्ययन और जैव विविधता का मूल्यांकन करने के लिए तीन कर्मियों को एक पनडुब्बी में 6000 मीटर की गहराई तक भेजना है। राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में उन्होंने बताया कि इस परियोजना से पारिस्थितिकी तंत्र में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होगी, क्योंकि पनडुब्बियों का उपयोग संसाधनों के अन्वेषण के लिए किया जाता है।
श्री रिजिजू ने सदन को सूचित किया कि डीप ओशन मिशन देश के जीडीपी में वृद्धि करने की क्षमता वाली सरकार की नीली अर्थव्यवस्था नीति की सहायता करता है और देश की आर्थिक वृद्धि, बेहतर आजीविका और नौकरियों तथा महासागर के पारिस्थितिकी तंत्र के मजबूत स्थिति के लिए समुद्री संसाधनों के सतत उपयोग की परिकल्पना करता है।