जिला में टीकाकरण के लिए 7 अगस्त से आरंभ होगा मिशन इंद्रधनुष : एडीसी

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– मिशन इंद्रधनुष के तहत तीन चरणों में बच्चों व गर्भवती महिलाओं का होगा टीकाकरण
– टीकाकरण के लिए आमजन स्वयं भी कर सकते है यू-विन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन
गुरुग्राम, 3 अगस्त :  एडीसी हितेश कुमार मीणा ने कहा कि जीरो से पांच वर्ष के बच्चों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है। मिशन इंद्रधनुष तीन चरणों अगस्त, सितंबर व अक्टूबर माह में चलाया जाएगा। जिला में 7 से 12 अगस्त प्रथम चरण, 11 से 16 सितंबर द्वितीय चरण व 9 से 14 अक्टूबर को तृतीय चरण के तहत टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपरोक्त अभियान के तहत दिए गए लक्ष्यों को पूरा करें। एडीसी वीरवार को लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस रूम में स्वास्थ्य विभाग की एसीएस श्रीमती जी.अनुपमा की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक के उपरांत गुरुग्राम जिला के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे थे।
बैठक में एडीसी ने बताया कि मीजल्स रूबेला यानी खसरा की बीमारी मुक्त समाज के निर्माण के लिए सरकार निरंतर धरातल पर गंभीर प्रयास कर रही है। स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, जन स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायती राज सहित अन्य संबंधित विभागीय अधिकारियों को आपसी समन्वय और टीम वर्क की भावना से कार्य करते हुए मिशन इंद्रधनुष को सफल बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर्स, आशा वर्कर्स और एएनएम आपसी समन्वय से कार्य करेंगी तो परिणाम और बेहतर आएंगे। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान वे स्वयं भी विभिन्न केंद्रों पर विजिट करेंगे।
यूविन पोर्टल से गर्भवती महिलाओं, बच्चों का कहीं भी हो सकेगा टीकाकरण : एडीसी
एडीसी हितेश कुमार मीणा ने बताया कि यूविन पोर्टल के माध्यम से बच्चो व महिलाओं का टीकाकरण कहीं भी कराना आसान हो गया है। खास बात यह है कि पोर्टल का ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अधिक फायदा मिलेगा। पोर्टल पर नजदीकी अस्पताल में टीकाकरण शिविर की जानकारी मिलेगी। साथ ही टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और स्लॉट बुक कर सकेंगे। यूविन को कोविन पोर्टल की तर्ज पर बनाया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी कर्मचारियों को पोर्टल को ऑपरेटर करने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। पोर्टल का उद्देश्य गर्भवती महिला और बच्चे को कहीं भी टीकाकरण की सुविधा देना है। टीकाकरण उपरांत यूविन पोर्टल से सर्टिफिकेट भी डाउनलोड कर सकेंगे। पोर्टल पर बच्चों के टीकाकरण के साथ गर्भवती महिलाओं का पूरा रिकॉर्ड देखा जा सकेगा। पंजीकरण के बाद टीकाकरण के लिए ई-कार्ड जारी हो जाएगा। ई-कार्ड पर टीकाकरण की पहले वाली वैक्सीन की तारीख और अगली तारीख भी देखी जा सकेगी। साथ ही नजदीकी अस्पताल में टीकाकरण के लिए स्लॉट बुक करा सकेंगे। इससे लोगों को अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। नागरिक टीकाकरण के लिए यू-विन पोर्टल पर स्वयं भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और प्रमाण पत्र भी पोर्टल से ही डाउनलोड कर सकते हैं।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ वीरेन्द्र यादव ने कहा कि बच्चों को बीसीजी, हैपेटाइटिस, पोलियो समेत अन्य टीकाकरण कराया जाता है। अभी गर्भवती महिला और बच्चे के टीकाकरण की जानकारी जच्चा-बच्चा सुरक्षा कार्ड और एएनएम के पास रजिस्टर में होती है। ऐसे में टीकाकरण के लिए उसी केंद्र पर जाना पड़ता था। हालांकि दूसरी जगह जाने पर टीकाकरण हो तो जाता, लेकिन इसमें परेशानी उठानी पड़ती थी। अब यूविन पोर्टल से प्रक्रिया ऑनलाइन होने से टीकाकरण में आसानी होगी। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत 5 वर्ष तक के लेफ्ट आउट और ड्रॉप आउट बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं जिनकी वैक्सीन की डोजेज छूट गई है को विशेष तौर पर सम्मिलित किया गया है।
बैठक में उप सिविल सर्जन डॉ जयप्रकाश, महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला परियोजना अधिकारी नेहा दहिया,
जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकन सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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