नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 24 जुलाई को कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी और खान, कोयला और रेलवे राज्य मंत्री रावसाहेब पाटिल दानवे की उपस्थिति में राष्ट्रपति भवन के सांस्कृतिक केन्द्र में प्रतिष्ठित राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार-2022 प्रदान करेंगी। खान मंत्रालय हर वर्ष तीन श्रेणियों में राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार प्रदान करता है:
- लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार
- राष्ट्रीय युवा भूवैज्ञानिक पुरस्कार
- भूविज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार।
1966 में शुरू किया गया राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार (एनजीए) ऐसे असाधारण व्यक्तियों और संगठनों को मान्यता देने और उनकी सराहना का प्रतीक है, जिन्होंने भूविज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्टता, समर्पण और नवाचार का प्रदर्शन किया है।
पुरस्कार खनिज खोज और अन्वेषण, बुनियादी भूविज्ञान, एप्लाइड भूविज्ञान और खनन, खनिज लाभ और स्थायी खनिज विकास के क्षेत्र में प्रदान किए जाते हैं।
इस वर्ष एनजीए 2022 के लिए, विभिन्न पुरस्कार श्रेणियों के तहत 168 नामांकन प्राप्त हुए और तीन चरण की स्क्रीनिंग प्रक्रिया के माध्यम से नामांकनों की जांच की गई। विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत 10 राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कारों के लिए चयन किया गया, जिसमें लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए एक राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार, विभिन्न क्षेत्रों के तहत 8 राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार और एक राष्ट्रीय युवा भूवैज्ञानिक पुरस्कार शामिल हैं। भारत की राष्ट्रपति ये 10 एनजीए पुरस्कार 22 भूवैज्ञानिकों को प्रदान करेंगी।
लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार डॉ. ओम नारायण भार्गव को प्रदान किया जाएगा, जो पिछले चार दशकों से हिमालय में अपने पथ-प्रदर्शक कार्यों के लिए जाने जाते हैं। राष्ट्रीय युवा भूवैज्ञानिक पुरस्कार बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ. अमिया कुमार सामल को प्रदान किया जाएगा, जिन्होंने इंडियन शील्ड के विभिन्न आर्कियन क्रेटन के नीचे उप-महाद्वीपीय लिथोस्फेरिक मेंटल (एससीएलएम) की विविधता को समझने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार प्रतिष्ठित भूवैज्ञानिकों, विद्वानों, नीति-निर्माताओं और उद्योग जगत के नेताओं की गरिमामय उपस्थिति में प्रदान किए जाएंगे।
उद्धरण पुस्तिका: sendgb.com/uIHstavdMZe
राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कारों के बारे में:-
राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार खान मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 1966 में शुरू किया गया, भूविज्ञान के क्षेत्र के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कारों में से एक है। वर्ष 2009 से पहले इन पुरस्कारों को राष्ट्रीय खनिज पुरस्कार कहा जाता था। राष्ट्रीय स्तर के इस पुरस्कार का उद्देश्य भूविज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों और उत्कृष्ट योगदान के लिए व्यक्तियों और टीमों को सम्मानित करना है।
वर्ष 2022 में गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों/सुझावों के अनुसार, राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कारों को तर्कसंगत बनाया गया है और पुरस्कारों की कुल संख्या 21 से कम कर 12 कर दी गई है। राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार को राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल यानी www.awards.gov.in पर शामिल किया गया था और एनजीए-2022 के लिए नामांकन इस पुरस्कार पोर्टल के माध्यम से निम्नलिखित तीन पुरस्कार श्रेणियों के लिए ऑनलाइन मोड में आमंत्रित किए गए थे-
(i) लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार (एकल पुरस्कार),
(ii) राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार (दस पुरस्कार), और
(iii) राष्ट्रीय युवा भूवैज्ञानिक पुरस्कार (एकल पुरस्कार)।
पुरस्कार के लिए चयन प्रक्रिया
पुरस्कार विजेताओं की चयन प्रक्रिया बहुत अच्छी तरह से परिभाषित है और अंततः पुरस्कार विजेता का चयन करने के लिए तीन स्तर की समितियां होती हैं। खान सचिव और पुरस्कार निर्माण प्राधिकार (एएमए) के अध्यक्ष ने अनुशासन-वार मूल्यांकन और जांच के लिए प्रथम स्तर की समितियों के रूप में 4 अनुभागीय जांच समितियों (एसएससी) और दूसरे स्तर की समिति के रूप में विशेषज्ञों की एक स्क्रीनिंग समिति (एससीई) का गठन किया है। एसएससी की सिफारिशें एससीई के समक्ष रखी जाती हैं। लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार और राष्ट्रीय युवा भूवैज्ञानिक पुरस्कार के लिए नामांकन का मूल्यांकन एसएससी द्वारा नहीं किया जाता है और सीधे एससीई में रखा जाता है। सिफारिशों का अंततः मूल्यांकन किया जाता है और शीर्ष प्राधिकार यानी पुरस्कार गठन प्राधिकार (एएमए) इस पर विचार करता है।
राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार-2022 के पुरस्कार विजेता
राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार-2022 के लिए कुल 173 नामांकन प्राप्त हुए थे। तीन पुरस्कार श्रेणियों के तहत वैध नामांकनों की संख्या 168 है। कुल 12 पुरस्कारों में से, एएमए ने अंततः 10 पुरस्कारों का चयन किया है जिसमें 4 व्यक्तिगत पुरस्कार, 3 टीम पुरस्कार और 3 संयुक्त पुरस्कार शामिल हैं। 04 व्यक्तिगत पुरस्कारों में लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए राष्ट्रीय भूविज्ञान पुरस्कार के लिए एक पुरस्कार और राष्ट्रीय युवा भूवैज्ञानिक पुरस्कार के लिए एक अन्य पुरस्कार भी शामिल है।