एसजीटी यूनिवर्सिटी में ‘ग्लोबल सिनेरियो ऑफ़ एग्री-बिजनेस मैनेजमेंट एंड हॉल सेल मार्केट’ विषय पर व्याख्यान : प्रोफेशनल योग्यता से स्टूडेंट्स को रूबरू कराया

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गुरुग्राम। एसजीटी यूनिवर्सिटी, गुरुग्राम द्वारा ‘ग्लोबल सिनेरियो ऑफ़ एग्री-बिजनेस मैनेजमेंट एंड होलसेल मार्केट’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया। यह आयोजन फैकल्टी ऑफ ऐग्रिकल्चरल द्वारा किया गया था। इस दौरान रिसोर्स पर्सन राज्य कृषि विपणन बोर्ड के राष्ट्रीय परिषद के प्रबंध निदेशक और विश्व यूनियन होलसेल मार्केट, द नीदरलैंड के निदेशक, डॉ. जे.एस. यादव थे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि उत्पादन के व्यवसायीकरण, प्राइस प्रमोशन, प्रोसेसिंग और क्वालिटी स्टैंडर्ड को बनाए रखने के लिए उच्च स्तरीय टेक्नोलॉजी और प्रोफेशनल योग्यता के बारे में विद्यार्थियों को रूबरू कराना था।

अपने व्याख्यान के दौरान डॉ. जे. एस. यादव ने बताया कि एग्रीबिजनेस में वे तमाम गतिविधियां शामिल होती हैं, जो विशिष्ट वस्तुओं और नेचुरल फाइबर्स की सप्लाई में योगदान देती हैं। खाद्य वस्तुओं के प्रॉडक्शन से लेकर पैकेजिंग तक फूड चेन के हर स्तर पर एग्रीबिजनेस अहम भूमिका निभाता है। इसे टेक्नोलॉजी में हो रहे बदलाव और उपभोक्ता की मांग के अनुसार रूप बदलते बाजारों के साथ चलना होता है। यहां स्टूडेंट, बिजनेस मैनेजमेंट, मार्केटिंग, फाइनेंस, सेल्स और संबंधित उद्योग की समझ हासिल करते हैं।

स्वागत भाषण के दौरान डीन प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार ने कहा कि कृषि का नया रूप अब उच्चस्तरीय टेक्नोलॉजी के साथ-साथ मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स की मांग कर रहा है। अगर आपकी दिलचस्पी फूड कमोडिटी बिजनेस, इनपुट सप्लाई चेन मैनेजमेंट, एग्रीकल्चरल फाइनेंस, फूड प्रोसेसिंग और रूरल डेवलपमेंट में है तो आप एग्रीबिजनेस से जुड़ी पढ़ाई कर बिजनेस भी सकते हैं।

धन्यवाद भाषण में डॉ खुशबू चंद्रा ने कहा कि एग्रीबिजनेस में भी विद्यार्थी स्नातक व पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद भी अपना करियर बना सकते हैं। विद्यार्थियों को इसी तरह से ज्वलनशील मुद्दों से रूबरू कराने के उद्देश्य से समय समय पर इस तरह के कार्यक्रम किए जाते हैं।

प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार व आईक्यूएसी के डायरेक्टर चंद्र शर्मा ने सेपलिंग देकर डॉ जे. एस. यादव को सम्मानित किया। इस व्याख्यान के दौरान लगभग 80 विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमें पूरी सक्रियता के साथ प्रश्न उत्तर सेशन में अपनी भागीदारी दिखाई। इस मौके पर डॉ. पूजा पंत, डॉ. हिना, इंजिनीयर अभिषेक व डॉ. निकिता समेत अन्य संकाय सदस्य भी मौजूद रहे।

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