समर्पण का श्रीराम-भरत से बड़ा कोई उदाहरण नहीं : सुधीर सिंगला

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-श्री राम कथा के समापन अवसर पर कही यह बात


गुरुग्राम। गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला ने बुधवार को श्री सनातन धर्म सभा-4/8 मरला द्वारा आयोजित श्री राम कथा का श्रवण किया। उन्होंने पवित्र ग्रंथ रामायण की आरती भी की। कथावाचक महाराज श्री मुरलीधर ने अंतिम दिन की कथा में भरत मिलाप और कथा का सार बताया।


नौ दिवसीय कथा के अंतिम दिन विधायक सुधीर सिंगला ने शिरकत की। कथा में विधायक सुधीर सिंगला ने पवित्र गं्रथ रामायण को नमन करके आरती की। इस दौरान जयकारे भी लगाए गए। विधायक सुधीर सिंगला ने जय श्री राम के उद्घोष के साथ सभी लोगों को श्री राम जी के जीवन चरित्र को समझने और अपने जीवन में उतारने की बात कही। उन्होंने कहा कि रामायण हमें कर्तव्यों का पालन करने की सीख देती है। मर्यादा में रहने की पे्रेरणा दी है। भगवान श्रीराम को मर्यादा पुरुषोत्तम इसीलिए कहा जाता है कि उन्होंने मर्यादा को कभी नहीं छोड़ा।

वचनों को उन्होंने कर्तव्य समझकर अपनाया। हर हाल में उन्होंने अपने कर्तव्यों का पालन करके रामराज्य की स्थापना की। रघुकुल की रीत को सदा कर्तव्य पथ पर चलते हुए उन्होंने समाज को यही संदेश दिया कि हमें वचनों पर पक्के रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जिस तरह से जमीन-जायदाद को लेकर भाई-भाई के बीच दरारें पैदा हो रही हैं, ऐसे में भगवान राम और भरत का चरित्र हमें स्मरण करना चाहिए। भाई के प्रति समर्पण की भावना का उनसे बड़ा उदाहरण कोई नहीं हो सकता।

विधायक सुधीर सिंगला ने कहा कि समाज में खुद को बेहतर दिखाने की होड़ छोड़कर समाज को बेहतर बनाने पर हमें काम करना चाहिए। हमें अपने को ऐसे कार्यों में लगाना चाहिए, जिससे सर्वसमाज का भला हो। उन्होंने कहा कि किसी भी धार्मिक आयोजन में हम जाते हैं तो वहां से यह संदेश लेकर जाएं कि हमें वहां से एक बात को अपने जीवन में शामिल करना है। गुरुग्राम धर्म नगरी भी है। धार्मिक कार्यक्रमों का यह नियमित तौर पर आयोजन होता है। ऐसे आयोजनों को सिर्फ सुनना नहीं, सुनकर अमल करना भी जरूरी होता है। कथा श्रवण के दौरान गुरुग्राम भाजपा अध्यक्ष गार्गी कक्कड़, महेश यादव, कपिल दुआ, अशोक गुप्ता, अशोक धींगरा, मंदिर कमेटी के सभी सदस्य और बड़ी संख्या में गुरुग्राम के धर्म प्रेमी मौजूद रहे।  

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