दिल्ली सरकार ने लगाया हरियाणा पर बड़ा आरोप : हरियाणा के रेत माफियाओं ने यमुना का पानी रोका

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-दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष व आम आदमी पार्टी  विधायक सौरभ भारद्वाज ने पत्रकारों को यमुना का निरिक्षण करवाया 

-प्रेजेंटेशन के माध्यम से यमुना की स्थिति प्रदर्शित

सुभाष चौधरी/The Public World 

नई दिल्ली : दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष व आम आदमी पार्टी  विधायक सौरभ भारद्वाज ने आज हरियाणा पर यमुना का पानी रोकने और इंडस्ट्रियल वेस्ट वाटर दिल्ली की तरफ प्रवाहित करने का आरोप लगाया. पत्रकार वार्ता में प्रेजेंटेशन के माध्यम से यमुना की स्थिति प्रदर्शित करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा के मेमर पुर , सोनीपत में रेत माफियाओं ने यमुना पर रेत का पुल बनाकर दिल्ली में आता हुआ सारा पानी रोका दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि Panipat का Industrial Waste Water दिल्ली में छोड़ा जा रहा है .

सौरभ भारद्वाज ने आज दिल्ली के पत्रकारों को प्रेसवार्ता के बाद यमुना घाट का भी दौरा कराया. उन्होंने कहा कि यह संकट पूरी दिल्ली के ऊपर है. यह संकट चाहे देश के प्रधानमंत्री का कार्यालय हो, राष्ट्रपति भवन हो, चाहे संसद भवन हो या दिल्ली के एलजी का कार्यालय या फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री का कार्यालय सब पर मंडराया हुआ है. उन्होंने कहा कि यह संकट इतना विकट है कि जो हालात दिल्ली में पिछले साल मई माह में उत्पन्न हुए थे उससे ज्यादा खराब स्थिति फरवरी 2023 में ही देखने को मिलने लगे हैं । उन्होंने आरोप लगाया कि 3 माह पूर्व ही यमुना की स्थिति बदतर दिख रही है जो पहले कभी नहीं हुई थी।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 दिन पूर्व यानी सोमवार को ही आने वाली गर्मी से उत्पन्न होने वाले हालात को लेकर बड़ी मीटिंग आयोजित की थी क्योंकि इस बार आशंका प्रबल है कि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार भीषण गर्मी पड़ने वाली है और यह संकट बड़ा होने वाला है. उन्होंने कहा कि यमुना का यह संकट गर्मी की वजह से नहीं है लेकिन यह संकट गर्मी आने के बाद इतना बढ़ जाएगा कि इसे आप नियंत्रित नहीं कर सकते . इसलिए हमने सब से मदद मांगी है।

दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस वक्त यमुना में पानी का स्तर 674.5 यानी लगभग 3. 30 फुट गहरी यमुना होनी चाहिए। इससे हम पानी यहां से उठा सकेंगे और वजीराबाद एवं चंद्रावल के ट्रीटमेंट प्लांट को चला पाए. उन्होंने कहा इस वक्त यहां 671.7 स्तर है यानी यहां 1 फुट गहरी यमुना भी नहीं है . हर 2 घंटे में हम यमुना के पानी को टेस्ट करते हैं और यह पानी भी यमुना का नहीं है।

श्री भारद्वाज ने कहा कि यमुना का पानी जो ताजे वाला से यमुना छूटी है उसके बाद यमुनानगर से लेकर लगभग 7 से 8 किलोमीटर की लंबाई में जगह-जगह रेत माफिया ने इस यमुना को रोक रखा है.  इसके ऊपर माफियाओं ने बांध बना रखे हैं. उन्होंने दावा किया कि वर्तमान में यमुना में जो पानी दिखाई दे रहा है वह 2 नालों से आया हुआ पानी है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह पानी डी डी एक और डी डी दो नाले, जो इंडस्ट्रियल वेस्ट का पानी है वही यमुना में है.  यह पूर्णतः रासायनिक पानी है. इस पानी में अमोनिया इतना अधिक है कि इसे साफ करना संभव नहीं है . उन्होंने कहा कि यह पानी यमुना में दिख तो रहा है लेकिन हम इसको किसी भी सूरत में उपयोग नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि थोड़ा बहुत पानी इसे डाल्युट कर इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन उसके लिए भी थोड़ा अच्छा पानी चाहिए।

उन्होंने स्पष्ट किया कि हरियाणा पहले भी इंडस्ट्रियल वेस्ट प्रवाहित करता रहा है लेकिन इंडस्ट्रियल वेस्ट के साथ-साथ यमुना का पानी ताजे वाला से आता था तो वह डाइल्यूट हो जाता था.  वह इस लायक होता था कि उसे ट्रीट कर दिल्ली वालों को पानी आपूर्ति की जा सके. लेकिन इस बार हालात बदतर हैं.  केवल नाले का पानी आ रहा है और यमुना को माफियाओं ने जगह-जगह रोक रखा है।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस संबंध में हाईकोर्ट का हरियाणा सरकार को साफ-साफ आदेश हैं. रेत माफियाओं पर अंकुश लगाना. उन्होंने सवाल किया कि इतने बड़े पैमाने पर रेत माफिया अन्याय कर रहे हैं क्या हरियाणा सरकार उस पर अंकुश लगाने में नाकामयाब है ?

उन्होंने आरोप लगाया कि रेत माफिया रेत निकालने के लिए दोनों तरफ मिट्टी खड़े कर पानी रोकते हैं और रेत की चोरी कर हरियाणा ले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.  इससे यमुना की स्थिति बदतर हो रही है और दिल्ली वालों के लिए हालात चिंताजनक हो रहे हैं.

उनका कहना था कि यह अनैतिक व्यापार खुल्लम-खुल्ला चल रहा है. गूगल मैप से भी वहां सैकड़ों ट्रक दिखाई देते हैं. उन्होंने कहा कि वह सभी ट्रक यूपी की तरफ से भरकर हरियाणा की ओर ले जाए जा रहे हैं. इससे रिवर बेल्ट भी खराब हो रहा है. इससे यमुना का एनवायरमेंटल फ्लो भी खराब हो रहा है. यह सरासर गैरकानूनी है . उन्होंने कहा कि यमुना में जगह-जगह गड्ढे करने से सारा पानी वहीं रुक जा रहा है.

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