नवीन जयहिंद 14 जनवरी को बेरोजगारों की बारात लेकर भाजपा के राज्य कार्यालय रोहतक पर करेंगे प्रदर्शन

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-चार हजार से अधिक लोगों ने इसमें शामिल होने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया : जयहिंद 

-सरकार के साथ विपक्ष पर भी लगाया मूक दर्शक होने का आरोप 

-खेल मंत्री पर लगे आरोप को लेकर मुख्यमंत्री की मंशा पर उठाया सवाल 

-एसवाईएल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करवाने की मांग की 

गुरुग्राम । नवीन जयहिन्द  14 जनवरी मकर सक्रांति के दिन बेरोजगारों की बारात निकालकर क्रांति की शुरुआत करेंगे . वे इसी दिन दोपहर 12 बजे रोहतक के मानसरोवर पार्क से भाजपा के राज्य कार्यालय रोहतक पर बेरोजगारों की बारात लेकर प्रदर्शन करेंगे . यह जानकारी नवीन जयहिन्द व सोनू मलिक (मोखरा) ने आज गुरुग्राम में आयोजित प्रेसवार्ता में दी.

उन्पहोंने पत्रकार वार्ता के माध्यम से सभी गुरुग्राम वासियों को अपनी-अपनी समस्याओं के साथ इस प्रदर्शन रूपी बारात में पहुंचने का आह्वान किया.  जयहिन्द ने आज एक नंबर (7027-822-822) जारी करते हुए उक्त बारात में शामिल होने के लिए  कॉल कर रजिस्ट्रेशन करवाने की अपील की . पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने दावा किया कि अब तक चार हजार से अधिक लोगों ने इसमें शामिल होने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। जयहिन्द ने बताया कि बेरोजगारो की बारात निकालनी इसलिए जरूरी है क्योंकि 8 साल पहले भाजपा नेता ओम प्रकाश धनखड़ कहते घूमते थे कि हरियाणा में भाजपा सरकार आते ही सभी बेरोजगारों के लिए बिहार से बहु लेकर आएंगे और रोजगार देंगे। मगर अपने दूसरे वादों की तरह यह वादा भी वे नहीं  निभा पाए।

साथ ही जयहिन्द ने बताया गृह मंत्री अनिल विज पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले तो अनिल विज साहब कपड़े उतार कर प्रदर्शन करते थे कि अगर उनकी सरकार बनी तो हरियाणा पुलिस को पंजाब पुलिस के समान वेतन देंगे, लेकिन आज तक लागू नहीं किया ।

जयहिन्द ने कहा कि सरकार का काम होता है जनता की सेवा करना और विपक्ष का काम होता है जनता की आवाज उठाना व  संघर्ष करना।उन्होंने कहा कि  न तो सरकार जनता की सेवा कर रही है और न ही विपक्ष जनता की आवाज उठा रहा है. सब मुर्दे बने हुए है।  हरियाणा का विपक्ष गूंगा व बहरा बना हुआ है जो कि प्रदेश में इतनी समस्याएं होने के बावजूद विपक्ष का कोई भी नेता आवाज नहीं उठा रहा। जयहिन्द ने कहा कि हो सकता है कि सरकार विपक्ष को फाइलों व जेल का डर दिखाकर उन्हें चुप रखना चाहती है। लेकिन हम चुप बैठने वाले नही है, इसी तरह से हम जनता की आवाज उठाते रहेंगे।

उन्होंने कहा कि हमे दहेज में कुछ नही चाहिए बस मान-तान में सरकार प्रदेश की जो मांगे है उन मांगे पूरी करे .

जयहिंद की ओर से सरकार से की गई मांग :

1. बेरोजगारों के रोजगार की मांग , CET क़वालीफाई करने की मांग, HTET आजीवन करने की मांग, भर्ती कैलेंडर जारी करने की मांग,हरियाणा की नौकरियों पर पहला हक हरियाणवी को दो और पांच लाख खाली पदों को भरने की मांग,खिलाड़ियों के खेल कोटा व EBPG कोटा बहाल करने की मांग।

2. 102 वर्षीय दादा दुलीचंद को थापा लगवाई में – नाजायज तरीके से कटी गयी पांच लाख विधवा, बुढापा, व विकलांग पेंशन दोबारा लागू करने की मांग।

3. पुरानी पेंशन बहाल करने की मांग, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की मांग, हरियाणा पुलिस कर्मचारियों का वेतन पंजाब पुलिस के वेतन के समान करने की मांग।

4. राष्ट्रपति व सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी आदेश के अनूसार कैदियों को जल्द न्याय देने की मांग, जेल में कैद 70 प्रतिशत निर्दोष कैदियों को न्याय देने की मांग,कैदियों को समय पर पैरोल देने की मांग, कैदियों की कोरोना काल की छुट्टियों को सजा में गिने जाने की मांग, कैदियों के लिए सर्दियों में गर्म पानी व गर्मियों में पीने के लिए ठंडे पानी की मांग, जेल से नेता चुनाव भी लड़ सकते है तो इसलिए कैदियों को वोट डालने का अधिकार देने की मांग।

5. हरियाणा में फैमिली आईडी, प्रोपर्टी आईडी, नशा, क्राइम, जैसी विभिन्न समस्यायों का समाधान करने की मांग।

 

जयहिन्द ने कहा कि जनता की आवाज सिर्फ कहने से नही, जिगर से उठाई जाती है और हम इसी तरह से जनता की हक की आवाज उठाते रहेंगे। हम नेता जी सुभाष चंद्र बोस, सरदार भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल जैसे क्रांतिकारियों को मानने वाले आदमी है। चाहे यह सरकार मुझे चाहे सौ बार गिरफ्तार करले या सौ बार जेल में डाल दे लेकिन सरकार को इन मुद्दों से भटकने नही दूंगा और जनता की आवाज उठाने से जयहिन्द कभी पीछे नही हटेगा।

 

महिला खिलाड़ी मुख़्यमंत्री की रिश्तेदार होती और आरोप नवीन जयहिन्द पर लगता तो क्या अबतक गिरफ्तारी नही होती ? 

मुख़्यमंत्री जनता में ये बात फैला रहे है के खेल मंत्री ने इस्तीफा दिया है यह इस्तीफा नही है। जयहिन्द ने मुख़्यमंत्री पर सवाल उठाते हुए पूछा कि मुख़्यमंत्री मनोहरलाल है या खेल मंत्री। आखिर किस लिए खेल मंत्री को बचाया जा रहा है। खेल मंत्री खुद कहते है कि मैं अपना विभाग मुख़्यमंत्री को सौंपता हूँ। मुख़्यमंत्री को पूर्ण रूप से खेल मंत्री का इस्तीफा लेना चाहिए। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि खेल मंत्री की कबूतरबाजी की भी जांच होनी चाहिए जो एक करोड़ रुपए व विदेश में नौकरी देने जैसी बात कह रहे हैं ।

जयहिन्द ने कहा कि लगता है मुख़्यमंत्री ने लोगो को पागल बनाने वाली किताब पढ़ रखी जो रेलवे स्टेशन पर मिलती है, मगर हरियाणा की जनता पागल नहीं है। अगर महिला खिलाड़ी मुख़्यमंत्री की रिश्तेदार होती और ये जो धाराएं खेल मंत्री पर लगी है किसी आम व्यक्ति पर लगती या मुझ पर ही लगती तो अबतक जेल में जेल में डाल दिया जाता, तो खट्टर साहब खेल मंत्री को बचा कर क्या छिपाना चाहते है। मुख़्यमंत्री जी खेल मंत्री का बचाव करके बेशर्मी की सभी हदे पर कर रहे है।

जयहिन्द ने कहा कि हम शुरू से कह रहे हैं कि महिला खिलाड़ी व खेल मंत्री दोनों का ही नार्को टेस्ट होना चाहिए या हाइ कोर्ट के सिटिंग जज से पूरे मामले की जांच करवाई जाए, जिससे सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए। अगर जांच में महिला खिलाड़ी दोषी पाई जाती है तो उस पर कार्यवाही हो और अगर खेल मंत्री दोषी मिलते है तो उनका तुरंत इस्तीफा दिलाकर जेल में डाला जाए। क्योंकि इससे हरियाणे का माहौल खराब होता है। इसका सीधा सीधा प्रभाव हरियाणा की हजारो महिला खिलाड़ियों पर पड़ेगा। क्योंकि अगर महिला खिलाड़ियों के साथ प्रमोशन के बहाने, नौकरी के बहाने, ट्रांसफर के बहाने इस तरह की हरकतें होंगी तो कोई भी परिवार अपनी लड़कियों को खेलो में हिस्सा नही दिलाएंगे।

एसवाईएल को लाने के लिए भगवान हनुमान को आना पड़ेगा क्या धरती पे  ? 

जयहिन्द ने मुख़्यमंत्री जी से एसवाईएल पर सवाल पूछते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश की जनता को उसका हक कौन दिलाएगा, क्या भगवान हनुमान को धरती पर उतरना पड़ेगा क्या एसवाईएल को लाने के लिए। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट भी हरियाणा के हक में फैसला दे चुका है कि एसवाईएल का पानी हरियाणा का हक है और उन्हें मिलना चाहिए और अब केंद्र में मुख़्यमंत्री की पार्टी की सरकार है तो क्यों नही मुख़्यमंत्री जी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करवाते. क्या सुप्रीम कोर्ट के फैसले केवल गरीब लोगों पर ही लागू होंगे क्या। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि मुख़्यमंत्री सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू करवाए व एसवाईएल का पानी लेकर आए ओर एसवाईएल के नाम पर राजनीति करने बन्द करें।

राशन कार्ड के जरिये लोगो की गर्दन काटना चाहती है सरकार : 

जयहिन्द ने बताया कि पहले तो फैमिली आईडी के नाम पर लाखो बुजुर्गो,विधवाओं व विकलांगो की पेंशन काट दी और अब फैमिली आईडी के नाम पर 10 लाख बीपीएल कार्ड काट कर जनता को परेशान किया जा रहा है ओर एक छः महीने के बच्चे की छः लाख रुपए सालाना आय दिखा रखी है। यह सरकार राशन कार्ड के जरिए लोगो की गर्दन काटना चाहती है। सरकार ने लोगो के राशन कार्ड काट कर प्रदेश की जनता के साथ अन्याय किया है। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि जिनके भी राशन कार्ड काटे गए है वे भी ओर जिसकी जो भी समस्या है वह अपनी समस्या को लेकर बेरोजगारो की बारात में शामिल हों।

 

जयहिन्द ने बताया हरियाणा में कौशल रोजगार निगम के नाम शोषण निगम चला रखा है जब मन करता है नौकरी पर रख लेते है और जब मन करता है नौकरी से हटा देते है। हरियाणा की भाजपा सरकार गुजरात मॉडल की तर्ज पर हरियाणा में कौशल रोजगार निगम लागू करके सारी नौकरियां प्राइवेट ठेके पर कर देना चाहती है, यहां तक कि सरकारी दफ्तरों में भी अब प्राइवेट ठेकों पर भर्तियां की जाने लगी है। जो कि हरियाणा के युवाओ के साथ सरासर नाइंसाफी है।

जयहिन्द ने कहा लगता है मुख़्यमंत्री खट्टर साहब ने बेरोजगारो की बारात से डरे हुए है। कुछ दिन पहले मुख़्यमंत्री जी ने पचास हजार भर्तियां करवाने की बात कही थी, लेकिन हमारा सवाल यह है कि बाकी जो लाखो बच्चे बेरोजगार है उनके भविष्य का क्या।

इस मौके पर बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान कुलभूषण भारद्वाज, सोनू मलिक(मोखरा) व अन्य मौजूद रहे।

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