गुरुग्राम : वैश्विक स्तर पर मनाए जा रहे अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन विगत सोमवार को राजकीय महाविद्यालय सेक्टर 9 में महाविद्यालय के वरिष्ठतम प्राध्यापिका डॉ कृष्णा मल्हान की अध्यक्षता में किया गया। महाविद्यालय के सेमिनार हॉल में आयोजित उक्त कार्यक्रम में 70 उत्साही विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की। ज्ञात हो महाभारत के युद्ध में भगवान श्री कृष्ण द्वारा दिए गए गीता ज्ञान की स्मृति में मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को गीता जयंती का आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है।
विद्यार्थियों में गीता के प्रति चेतना विकसित करने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम का संयोजन कर रही अध्यात्म और भाषाई दक्षता के लिए प्रख्यात अंग्रेजी विभाग के प्राध्यापिका डॉ ललिता गौड़ ने कुरुक्षेत्र में हुए कार्यक्रम और जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रमों का ज़िक्र करते हुए गीता के महत्व को रेखांकित किया।
उल्लेखनीय है कि डॉक्टर गौड़ ने हाल ही में कुरुक्षेत्र में गीता विषय पर शोध पत्र भी प्रदर्शित किया था। विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए महाविद्यालय के एपीआईओ रोहित शर्मा ने स्वामी विवेकानंद, लोकमान्य तिलक, स्वामी अड़गड़ानंद, टी एस इलियट आदि विद्वानों के कथनों का ज़िक्र कर गीता को आत्मसात करने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता अनेकों महापुरुषों के लिए सर्वाधिक वंदनीय रही है। इस कार्यक्रम का समापन डॉ कृष्ण मल्हान के अध्यक्षीय आशीर्वचन से हुआ। इस अवसर पर डॉ अंजना, डॉ सतीश, डॉ राजेश, संजय कत्याल, श्रीमती वंदना यादव, श्रीमती मोनिका, डॉक्टर सत्यम आदि प्राध्यापक उपस्थित रहे।