- विभागीय अधिकारियों से बेहतरी के लिए मांगे सुझाव
- कहा, अधिकारी आंकलन करें कि किस कार्य में लग रहा है अधिक समय और तकनीक आदि से जोड़ते हुए किस प्रकार किया जा सकता है समय कम
गुरूग्राम, 11 अक्टूबर। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग हरियाणा के वित्तायुक्त एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव वी एस कुंडू ने राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ कंसल्टेशन बैठक कर उनके सुझाव लेते हुए उनका मार्गदर्शन किया। इस कंसल्टेशन बैठक में श्री कुंडू ने गुरूग्राम में विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों के साथ साथ इस दौरान आ रही परेशानियों के बारे में संबंधित अधिकारियों से फीडबैक लिया। लगभग तीन घंटे चली इस बैठक में मंडलायुक्त, उपायुक्त व अतिरिक्त उपायुक्त के अलावा जिला राजस्व अधिकारी, तहसीलदार व नायब तहसीलदार मौजूद थे। संबंधित अधिकारियों ने एसीएस श्री कुंडू से बातचीत कर अपने संशय दूर किये।
समीक्षा बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा द्वारा राजस्व विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों संबंधी अनुभव तथा इस दौरान आ रही समस्याओं को 10 अलग-2 एजेंडा के माध्यम से प्रस्तुत किया। श्री कुंडु ने बैठक में राजस्व विभाग के अधिकारियों से कई मामलों के बारे में चर्चा की। श्री कुंडु ने कहा कि इस बैठक का उद्देश्य राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाना है ताकि आमजन को असुविधा ना हो और उन्हें सरकारी कार्यालयों के व्यर्थ में चक्कर ना लगाने पड़ें।
उन्होंने बैठक में एसडीएम, तहसीलदार, कानूनगों , पटवारी आदि को यह आंकलन करने को कहा कि उनका ज्यादा समय किस कार्य में लग रहा है और इस समय को तकनीक या अन्य किसी सिस्टम के साथ जोड़कर किस प्रकार से समय कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे आंकलन करें कि उन्हें इस दौरान किस प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। वे इस बारे में अपने सुझाव दें ताकि अच्छे सुझावों पर काम करते हुए कार्यप्रणाली में सुधार किया जा सके और राजस्व विभाग के अधिकारियों की कार्यक्षमता बढे़। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि समय समय पर तहसीलदारों के लिए आवश्यकता अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित करवाए जाएंगे।
इस दौरान उच्च अधिकारियों ने इन समस्याओं के समाधान को लेकर अपने सुझाव भी वितायुक्त के समक्ष रखे। इन एजेंडा में ई-गिरदावरी, राजस्व रिकॉर्ड की सर्टिफाइड कॉपी निकलवाने, रजिस्ट्रेशन डीड के आधार पर मुटेशन के ऑटोमैटिक जनरेशन, रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया, स्वामित्व, ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल, डिवॉटरिंग, डिजास्टर क्लासीफिकेशन आदि शामिल थे।
बैठक में वितायुक्त को ई-गिरदावरी संबंधी विषय को लेकर उपायुक्त निशांत कुमार यादव द्वारा बताया गया कि जिला में मोबाइल एप के माध्यम से ई-गिरदावरी के कार्य को लेकर अनुभव काफी अच्छा रहा है हालांकि कई जगह नेटवर्क ना होने की वजह से समस्या आती है लेकिन फिर भी पटवारियों द्वारा प्रभावी तरीके से ई-गिरदावरी का कार्य किया जा रहा है। रजिस्ट्रेशन कार्य संबंधी विषय पर बैठक में सुझाव दिया गया कि रजिस्ट्रेशन के समय आधार सत्यापन की प्रक्रिया को सिस्टम से जोड़ा जाए ताकि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचा जा सके। बताया गया कि पिछले कुछ दिनों में फर्जी आधार के माध्यम से प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन करवाने संबंधी मामले सामने आए हैं जिन्हें रोकने में यह काफी कारगर साबित होगा।
बैठक में ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल संबंधी एजेंडा पर चर्चा करते हुए उपायुक्त द्वारा सुझाव दिया गया कि इस पोेर्टल को आवश्यकतानुसार उपायुक्त के स्तर पर खोला जाना चाहिए। कई बार अलग-2 क्षेत्रों में बेमौसमी बरसात तथा ओलावृष्टि आदि होने के कारण फसलों को नुकसान पहुंचता है। किसानों की सुविधा तथा ई-गिरदावरी के कार्य को देखते हुए इस दिशा में कार्य किए जाने की आवश्यकता है। इसके अलावा, बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि कानूनी मार्गदर्शन आदि को लेकर तहसील स्तर पर अधिवक्ता लगाए जाएं ताकि राजस्व विभाग के न्यायालयों में लंबित मामलों की सुनवाई में उनसे सहयोग लिया जा सके। इससे तहसीलों में कार्य निर्बाध रूप से चलता रहेगा और लोगों को भी असुविधा नहीं होगी।
बैठक में तहसील कार्यालयों के निकट पटवार खाने स्थापित करने को लेकर भी विचार विमर्श किया गया। बैठक में बताया गया कि तहसील कार्यालयों के निकट पटवारियों की सीटिंग होने से लोगों को सुविधा होगी और पटवारियों को एक निर्धारित स्थान मिलने से वे अपना रिकॉर्ड भी पहले की अपेक्षा व्यवस्थित तरीके से रख सकेंगे। जिला में वर्तमान में 68 पटवार सर्कल हैं जिनमें 59 पटवारियों द्वारा कार्य किया जा रहा है।
श्री कुंडु ने बैठक में दिए गए सुझावों पर विचार करने के लिए कहा। बैठक उपरांत उपायुक्त ने वितायुक्त का धन्यवाद किया और कहा कि वितायुक्त के गुरूग्राम आने से राजस्व विभाग की टीम का मनोबल बढ़ा है और वितायुक्त द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने वितायुक्त द्वारा राजस्व कार्यों को लेकर किए गए मार्गदर्शन को राजस्व विभाग की टीम के लिए काफी फायदेमंद बताया और कहा कि इस कंसलटेशन बैठक के निश्चित तौर पर सकारात्मक परिणाम जल्द सामने आएंगे।
इस अवसर पर मंडलायुक्त आर सी बिढान, उपायुक्त निशांत कुमार यादव, अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, डीआरओ मनबीर सिंह सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।