पुर्नीया : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार में जद यू और राजद वाले महागठबंधन की सरकार बनने के बाद पहली बार अपने दो दिवसीय दौरे पर बिहार के सीमांचल क्षेत्र में पहुंचे. उन्होंने आज क्षेत्र के पूर्णिया शहर में पार्टी की जनसभा को संबोधित किया. अमित शाह ने जनसभा में मोदी सरकार की नीतियों की सरहाना की जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को जमकर खरी खोटी सुनाई.
अमित शाह ने कहा कि मेरे आने से लालू-नीतीश की जोड़ी को पेट में दर्द हो रहा है. वो कहते हैं कि मैं यहां पर झगड़ा लगाने आया हूँ . मैं यहां कोई झगड़ा लगाने नहीं आया हूं. उन्होंने कहा कि भारत की जनता अब जागरुक हो चुकी है. स्वार्थ से और सत्ता की कुटिल राजनीति से प्रधानमंत्री नहीं बना जा सकता. विकास के काम करने से, अपनी विचारधारा के प्रति समर्पित रहने से और देश की सरक्षा को सुनिश्चित करने से ही देश की जनता प्रधानमंत्री बनाती है.
गृह मंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि नीतीश कुमार कोई राजनीतिक विचारधारा के पक्षधर नहीं हैं. नीतीश समाजवाद छोड़कर लालू जी के साथ भी जा सकते हैं. उन्होंने नितीश कुमार पर जातिवादी राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि नीतीश समाजवाद छोड़कर वामपंथियों और कांग्रेस के साथ भी बैठ सकते हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की एक ही नीति है- उनकी कुर्सी सलामत रहनी चाहिए. वो राजद छोड़कर बीजेपी के साथ भी आ सकते हैं. अमित शाह ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 आने दीजिए, आपकी इस जोड़ी को बिहार की जनता सुपड़ा साफ कर देगी. 2025 में भी यहां बीजेपी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी.