नई दिल्ली : कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद गुलाम नबी आजाद ने पीएम मोदी की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि मैं उन्हें बहुत कठोर आदमी समझता था, लेकिन उनमें इंसानियत तो है। मुझे लगता था कि उनकी बीवी नहीं है, बच्चे नहीं हैं तो उनको कोई परवाह नहीं होगी, लेकिन ऐसा नहीं है। आजाद ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी पर हमला भी बोला है। उन्होंने कहा कि इस संस्था का कोई मतलब नहीं रह गया है। चौकीदार चोर है का नारा सिर्फ राहुल गांधी का था। उसके समर्थन में कोई वरिष्ठ नेता नहीं आया था।
गुलाम नबी आजाद ने न्यूज एजेंसी को बताया, ‘इस्तीफे की चिठ्ठी लिखने के पहले और उसके बाद 6 दिन तक मैं सोया नहीं हूं। इस पार्टी को मैंने अपने खून से सींचा है। उसमें कहां-कहां से लोग आ गए है, जो किसी काम के नहीं हैं। कहीं की ईंट, कहीं का रोड़ा… वो हमसे मुकाबला कर रहे हैं। जिन्हें अपने घर का पता नहीं है और वो हमसे सवाल करते हैं।’
‘सोनिया गांधी के लिए मेरे मन में आज भी वही इज्जत है, जो 30 साल पहले थी। राहुल गांधी के लिए भी वही इज्जत है क्योंकि वे इंदिरा गांधी का परिवार हैं, राजीव-सोनिया के बेटे हैं। निजी तौर पर मैं उनके लंबे जीवन की कामना करता हूं। हमने उन्हें एक सफल नेता बनाने की कोशिश की, पर वे ही राजी नहीं हुए।’