सुभाष चौधरी
नई दिल्ली : दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार अपने विधायकों को एकजुट दिखाने के लिए विधानसभा में विश्वास मत हासिल करेगी. इसके लिए आगामी 29 अगस्त यानी सोमवार को मुख्यमंत्री केजरीवाल विश्वास मत हासिल करने का प्रस्ताव रखेंगे. संभवतया इसी दृष्टिकोण के चलते दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र को एक दिन और बढ़ा दिया गया है . इससे पूर्व उन्होंने दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत की ओर से रखे गए संकल्प पत्र पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने भी अपने संबोधन में भारतीय जनता पार्टी सरकार को लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई राज्य सरकारों को गिराने वाला सीरियल किलर बताया। शहर में एक सीरियल किलर है, जो एक के बाद एक सरकार का मर्डर किए जा रहा है’
उल्लेखनीय है कि दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र आज 26 अगस्त को बुलाया गया था. यह बैठक आज सुबह शुरू हुई और दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर गहलोत ने दिल्ली सरकार के कामकाज को लेकर एक संकल्प पत्र सदन के पटल पर रखा. उन्होंने पिछले वर्षों में अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर विस्तार से चर्चा की।
विधानसभा का सत्र शुरू होते ही एक तरफ आम आदमी पार्टी के विधायक 20 खोखा -20 खोखा का नारे लगा रहे थे तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के आठ विधायक उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले का आरोपी बताते हुए नारे लगा रहे थे। विपक्षी दल भाजपा के सभी विधायकों ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से इस्तीफे की मांग की. विपक्ष सीएम केजरीवाल से उन्हें बर्खास्त करने की मांग भी कर रहे थे। चर्चा में व्यवधान को देखते हुए उपाध्यक्ष की ओर से बारंबार सीट पर जाने का आग्रह किया गया. अंततः भाजपा के विधायक सदन से निष्कासित कर दिए गए।
चर्चा के अंत में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जोर देते हुए कहा कि उनके उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को फर्जी मामले में फंसाया गया है. आबकारी नीति को लेकर कोई भी खामी नहीं बरती गई है जबकि किसी भी प्रकार का घोटाला होने से साफ इनकार किया। उन्होंने कहा कि इससे पहले सत्येंद्र जैन को फर्जी मामले में फंसा कर जेल में डाला गया और अब शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को भी फर्जी मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है . सीबीआई के छापे की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि 14 घंटे की छापेमारी के बाद भी मनीष सिसोदिया के घर से सीबीआई के हाथ कुछ नहीं लगा क्योंकि सिसोदिया बेहद ईमानदार मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई भष्टाचार की लड़ाई नहीं बल्कि एक आदमी के स्वार्थ की लड़ाई है .
विधानसभा के विशेष सत्र में शुक्रवार को सीएम ने कहा कि अब पता चला है कि उपराज्यपाल स्कूलों की भी जांच कर रहे हैं, सारा कुछ गुजरात के चुनावों के लिए हो रहा है. ये गुजरात को किला कहते थे जो कि अब ढह गया. लोग कह रहे हैं कि आप इनके 27 सालों की जांच कराएंगे इसलिए ये हमारी करा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि एलजी ने अब हमारे स्कूलों में भी जांच शुरू कर दी है. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा- वो हमें स्कूलों और अस्पतालों में अच्छा काम करने से रोकना चाहते हैं.
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि यह सारा फसाद गुजरात विधानसभा में आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने का ऐलान करने से पैदा हुआ है. उन्होंने कहा कि आज अगर हम इस बात का ऐलान कर दें कि गुजरात चुनाव नहीं लड़ेंगे तो सारे मामले समाप्त कर दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को केबल गुजरात में हारने का भय सता रहा है. उन्होंने चुनौती दी कि गुजरात जिसे भाजपा का गढ़ कहा जाता रहा है वह इस विधानसभा चुनाव में टूटने वाला है. क्योंकि आम आदमी पार्टी को गुजरात के गांव और शहर बड़े पैमाने पर लोगों का समर्थन मिल रहा है . इससे केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार घबराई हुई है।
उन्होंने पांच ऐसे मामले की चर्चा की जिसको लेकर उन्होंने केंद्र सरकार को चुनौती दी कि इन मामलों में हुए घोटाले या बरती गई खामियों की सीबीआई और ईडी से जांच कराएं. उन्होंने कहा कि गुजरात में लगभग सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं मैं पेपर आउट होते हैं. लेकिन आज तक किसी भी जांच में कोई आरोपी पकड़ा नहीं गया है. क्योंकि भाजपा के संरक्षण में ही है खेल चलता है.
उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात में शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब का कारोबार बड़े पैमाने पर होता है जिसे भाजपा का ही संरक्षण प्राप्त है. उन्होंने कहा कि इस अवैध धंधों से भाजपा को मदद मिलती रही है. इसके अलावा उन्होंने उत्तर प्रदेश में हाल ही में एक एक्सप्रेसवे की चर्चा करते हुए कहा कि जिसका उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री ने स्वयं किया उसके एक दिन बाद ही एक्सप्रेस वे के धसने की घटना हुई . लेकिन उस कांट्रेक्टर और एजेंसी के खिलाफ जांच कराने की बजाय उसे दूसरा कॉन्ट्रैक्ट भी दे दिया गया. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार की मंशा भ्रष्टाचार समाप्त करने का नहीं बल्कि चुनाव में हारने का भय सताने का है।
अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में उपाध्यक्ष से अपनी सरकार के लिए विश्वास मत हासिल करने का प्रस्ताव सदन के पटल पर रखने की अनुमति मांगी . इस पर उपाध्यक्ष ने सदन में मुख्यमंत्री के इस प्रस्ताव पर सदस्यों का मत जानना चाहा. सभी सदस्यों ने इसे ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया. उपाध्यक्ष ने अरविंद केजरीवाल सरकार को विश्वास मत प्रस्ताव रखने के लिए विधानसभा के विशेष सत्र को 1 दिन और बढ़ा दिया है. इसके लिए आगामी सोमवार 29 अगस्त का दिन निर्धारित किया गया है।
मुख्यमंत्री के संबोधन के बाद ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर कैलाश गहलोत ने अपने संकल्प पत्र को सदन के पटल पर रखते हुए सदन से ध्वनि मत से पारित करने का आग्रह किया जिसे सदन ने ध्वनिमत से स्वीकार कर पारित किया।