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- पशुपालकों को रोग से बचाव संबंधी दी गई महत्वपूर्ण जानकारी
गुरूग्राम, 22 अगस्त। गुरुग्राम जिला में लम्पी चर्म रोग से पशुधन के बचाव को लेकर लाला लाजपत राय पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय हिसार के पशु विज्ञान केन्द्र गुरुग्राम व पशुपालन विभाग गुरूग्राम द्वारा गुरुग्राम जिला की विभिन्न गौशाला व डेयरियों मे जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। इस अभियान में तेजी से फैलने वाली इस बीमारी से बचाव को लेकर आवश्यक जानकारी दी।
जागरूकता अभियान में डॉ. कृष्ण कुमार यादव (विशेषज्ञ, लुवास), डॉ. जगदीप सिंह, एसडीओ, पशुपालन विभाग, गुरुग्राम व डॉ सतपाल, पशुचिकित्सक, मानेसर ने पशुपालाकों को इस बीमारी से बचाव को लेकर आवश्यक सावधानियांे के बारे में विस्तार से बताया। गौशाला प्रबंधन को जानकारी दी गई कि इस बीमारी के मुख्य लक्षणों में तेज बुखार, नाक व आंखों से पानी गिरना, गले के नीचे, छाती व पैरों में सूजन आना तथा त्वचा पर बड़ी गांठों का बनना आदि शामिल है।
इसके साथ-साथ यह भी बताया गया कि गौशाला में इस रोग को फ़ैलाने में सहयोगी मक्खी, मच्छर, चिचड़ आदि को वहां न पनपे, इसके लिए साफ-सफाई रखें व गंदगी का जमाव न होने दे। लम्पी चर्म रोग संक्रमित पशुओं से स्वस्थ पशु में फैलता हैं , अतः गौवंश में इस रोग से बचाने हेतु इन परजीवियो पर नियंत्रण करें। यह भी बताया गया कि यदि किसी पशुधन में इस रोग के लक्षण दिखाई दे ंतो उसे स्वस्थ पशुओं से अलग रखें। पशुओं के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करें, साफ़-सफाई और कीट नियंत्रण का ध्यान रखें और किसी भी प्रकार का संशय होेने पर अपने नज़दीकी पशुचिकित्सालय से संपर्क करें।