स्वदेश दर्शन योजना के तहत तटीय सर्किट के लिए 10 परियोजनाओं को मंजूरी

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पर्यटन मंत्रालय ने अपनी स्वदेश दर्शन योजना (एसडीएस) के तहत तटीय सर्किट विषय के तहत 10 परियोजनाओं को मंजूरी दी: जी. किशन रेड्डी

नई दिल्ली : पर्यटन मंत्रालय अपनी ‘स्वदेश दर्शन’ योजना के तहत देश में पर्यटन के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासनों/केंद्रीय एजेंसियों आदि को वित्तीय सहायता उपलब्‍ध कराता है। इस योजना के तहत परियोजनाओं को धन की उपलब्धता, उचित विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) की प्रस्तुति, योजना दिशा-निर्देशों का पालन करना और पहले जारी किए गए धन के उपयोग आदि की शर्त पर स्वीकृति प्रदान की जाती है। पर्यटन मंत्रालय ने अपनी स्वदेश दर्शन योजना (एसडीएस) के तहत तटीय सर्किट विषय के तहत 10 परियाजनाओं को मंजूरी दी है। यह जानकारी पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

पर्यटन मंत्रालय ने अब अपनी स्वदेश दर्शन योजना को स्वदेश दर्शन 2.0 (एसडी2.0) के रूप में नया रूप दिया है, जिससे निम्नलिखित उद्देश्यों के साथ एक जिम्मेदार गंतव्य केंद्रित दृष्टिकोण विकसित किया जा सके :

(ए) स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं में पर्यटन के योगदान को बढ़ाना।

(बी) स्थानीय समुदायों के लिए स्वरोजगार सहित नौकरियों का सृजन करना।

(सी) पर्यटन और आतिथ्य सत्‍कार में स्थानीय युवाओं के कौशल को बढ़ाना।

(डी) पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में निजी क्षेत्र के निवेश को बढ़ाना।

(ई) स्थानीय सांस्कृतिक और प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करना और उनमें वृद्धि करना।

देश में क्रूज पर्यटन की क्षमता का लाभ उठाने के लिए एक कार्य बल का गठन किया गया है। पर्यटन सचिव इसके अध्यक्ष और शिपिंग सचिव इसके सह-अध्यक्ष है। इस कार्यबल में बंदरगाह, स्वास्थ मंत्रालय, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, सीमा शुल्क, सीआईएसएफ, तटीय राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हैं। क्रूज पर्यटन के कार्य बल की 13वीं बैठक 27.04.2022 को आयोजित की गई थी।

पहला, अतुल्य भारत अंतर्राष्ट्रीय क्रूज सम्मेलन 14 से 15 मई, 2022 को मुंबई में आयोजित किया गया था। सभी हितधारकों को एक मंच पर लाने वाला यह पहला क्रूज सम्मेलन था। इसके अलावा, पर्यटन मंत्रालय ने एक समग्र रूप में तटीय पर्यटन सहित देश में पर्यटन उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय और घरेलू बाजारों में विभिन्न प्रचार गतिविधियां भी शुरू की हैं। इसमें ‘अतुल्य भारत’ ब्रॉन्‍ड-लाइन के तहत मीडिया अभियान जारी करना, प्रचार कार्यक्रम, सोशल मीडिया प्रचार आदि कार्यक्रम शामिल हैं। पर्यटन मंत्रालय अपनी वेबसाइट www.incredibleindia.org के माध्यम से तटीय पर्यटन को बढ़ावा दे रहा है।

 

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