आन्दोलन, आगजनी. तोड़फोड़ और हिंसा करने वालों के लिए सेना में नो एंट्री
नई दिल्ली : देश के तीनों सेनाओं ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर आज सेना के तीनों अंगों में भर्ती की नई योजना अग्निपथ के बारे में विस्तार से सभी जानकारियां साझा की। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी, अतिरिक्त सचिव, डी एम ए और नौ सेना व वायू सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से पत्रकारों के समक्ष योजना के संबंध में सभी पहलुओं को समझाने की कोशिश की। उन्होंने साफ किया कि अग्निपथ योजना किसी भी कीमत पर वापस नहीं ली जाएगी. आन्दोलन, हिंसा आगजनी व तोड़फोड़ में संलिप्त पाए जाने वाले युवकों के लिए सेना में कोई जगह नहीं होगी. अब देश में सेना के तीनों अंगों में केवल अग्निपथ योजना के तहत ही भर्ती की जाएगी. थल सेना के लिए 1 जुलाई से भर्ती की प्रक्रिया शुरू होगी जबकि नौसेना के लिए 25 जून को ही नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा. साथ ही वायु सेना में भर्ती की प्रक्रिया 24 जून से शुरू की जाएगी इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी, अतिरिक्त सचिव, डी एम ए ने प्रेसवार्ता में बताया कि अग्नि वीरों को भी सभी जवानों की तरह समान सुविधाएं मिलेंगी. उन्होंने कहा कि हम सेना में जोश और होश को साथ साथ लेकर चलना चाहते हैं। आग्निपथ योजना की जरूरत 1989 से ही थी . इस पर काम चल रहा था. कारगिल कमिटी सहित एनी कमेटियों ने कई तरह के बदलाव के सुझाव दिए थे जिस पर काम शुरू था. पहले अधिकारियों की उम्र घटाई गई. फिर सी डी एस की नियुक्ति की बात थी जिसपर अम्ल किया गया और अब सैनिकों को युवा बनाना था जिसको लेकर अग्निपथ योजना लाइ गई. यह समय की मांग की है. उन्होंने यह साफ कर दिया की अग्निवीर भर्ती में शामिल होने वाले सभी युवकों को इस बात का हलफनामा देना पड़ेगा कि उन्होंने किसी प्रकार के आंदोलन, हिंसा, आगजनी व तोड़फोड़ में भाग नहीं लिया हैं। अनुशासनहीन युवा के लिए सेना में कोई स्थान नहीं है. यह हमारी पहली प्राथमिकता है. हमें सेना को फिट भी बनाना था.
प्रेसवार्ता में नौसेना अधिकारी ने बताया कि अग्निवीर योजना के तहत नेवी में वूमेन सेलर्स की भी भर्ती की जाएगी। इस साल नौसेना में 30,000 लोगों की भर्ती में से कुछ वूमेन अग्निवीर भी होंगी।
अब अब कोई भी नियमित भर्ती की प्रक्रिया नहीं आयोजित की जाएगी केवल अग्निपथ योजना के तहत ही सेना के तीनों अंगों के लिए भर्ती की जाएगी एस ऐसे कैंडिडेट जिन्होंने मेडिकल और फिटनेस पास कर लिया था उन्हें अब अग्निपथ योजना के तहत ही 2 साल उम्र सीमा में छूट दी गई है अग्नीपथ योजना के तहत भर्ती के लिए वेबसाइट लांच की जाएगी
प्रेसवार्ता की प्रमुख बातें :
यह योजना 14 जून को लागू की गई.
कोरोना की वजह से पहले 3 साल भर्ती नहीं हुई थी.
यह संक्रमण को देखते हुए सावधानीवश कदम उठाया गया था.
अग्निपथ योजना युवाओं के लिए फायदेमंद है.
आयु सीमा में 3 साल की छूट मिलेगी
कोविड के कारण 3 सालों से भर्ती बंद थी
कई देशों की सेनाओं का अध्ययन किया
1989 से इस सुधार की आवश्यकता थी
2 साल से इस पर चर्चा चल रही थी
आने वाली लड़ाई अब अलग किस्म की होंगी
टैंक और ड्रोन के बीच लड़ाई होगी
यह योजना युवाओं के लिए फायदेमंद है
सेना में 70% भर्ती ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं का करते हैं
अग्नि वीरों को गृह मंत्रालय की नौकरियों में 10% आरक्षण मिलेगा
रक्षा मंत्रालय में भी 10% आरक्षण दिया जाएगा
कोस्ट गार्ड में भी 10% आरक्षण मिलेगा
सभी प्रकार के रिस्क अलाउंस पुराने सैनिकों की तरह ही मिलेंगे
असम राइफल्स में 10% आरक्षण मिलेगा
सालाना 30 दिन की छुट्टी मिलेगी
अग्नि वीरों को अब कैंटीन की सुविधा भी दी जाएगी
बलिदान देने वाले अग्नि वीरों को 1 करोड़ रुपए का इंश्योरेंस मिलेगा
अगले 4 साल में सेन से रिटायर होने वालों की संख्या 50 से 60000 होगी
सेना से निकलने वाले अग्नि वीरों की उम्र 21 से 25 साल होगी
12वीं क्लास का सर्टिफिकेट दिया जाएगा
स्किल इंडिया, फिट इंडिया जैसे प्रावधान है युवाओं के लिए
25 साल का युवक जब सेना से बाहर आएगा तो वह स्किल्ड होगा
वह किसी भी इंडस्ट्री में नियुक्त हो सकता है
देश के सभी राज्यों से राज्य पुलिस में भर्ती के दौरान अग्नि वीरों को प्राथमिकता देने के लिए आग्रह किया जाएगा।
अर्धसैनिक बलों में 10% आरक्षण देने का निर्णय
हले से ही था
लेकिन पहले दिन गृह मंत्रालय ने प्राथमिकता देने का ऐलान किया था
2 दिन बाद 10% आरक्षण का भी ऐलान किया
यह निर्णय पहले लिया गया था ना कि बाद में लिया गया
कोस्ट गार्ड और मर्चेंट नेवी में भी 10% आरक्षण दिया जाएगा।
पीएसयू, गवर्मेंट अंडरटेकिंग, बैंक और अन्य सरकारी संस्थानों में भी प्राथमिकता का प्रावधान होगा
सभी प्रकार की सुविधायें और छूट संबंधी प्रावधान अग्निवीर को साढ़े 4 साल के बाद रिटायर होने पर लिखित दी जाएगी।