गुरु साहिब ने आत्मरक्षा के लिए की थी जिन मल्ल अखाड़ों की शुरूआत, वहीं से निकला ‘गतका’ बना खेलो इंडिया की शान

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पंचकूला में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स- 2021 में 16 टीमें ले रही हैं हिस्सा

गेम को राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए कर रहे प्रयास

गुरुग्राम, 5 जून – सिखों के छठे गुरु हरगोबिंद साहिब जी द्वारा आत्मरक्षा करने के लिए जिन मल्ल अखाड़ों की शुरूआत की थी, आज उन्हीं से निकला ‘गतका’ खेलो इंडिया की शान बन गया है। पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स में गतका खेल को भी शामिल किया गया है। इस खेल में हिस्सा लेने के लिए देशभर से 16 टीमें पंचकूला पहुंची हैं। इस खेल से जुड़ी वर्ल्ड गतका फेडरेशन और हरियाणा के खेल मंत्री श्री संदीप सिंह अब इस गेम को राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।

वर्ल्ड गतका फेडरेशन के उप प्रधान श्री सुखचैन सिंह ने बताया कि इस खेल को खेलो इंडिया में स्थान दिलाने तक की कहानी इतनी आसान नहीं है, जितनी शब्दों में बताई जा रही है। करीब 550 साल पहले शुरू हुई आत्मरक्षा की एक विधा को यहां तक लाने के लिए बहुत प्रयास किए गए। सबसे पहले इस विधा को एक गेम में लाने की ठानी गई और गांवों में छोटे-छोटे गतका गेम्स के आयोजनों की शुरूआत की गई। फिर ब्लॉक स्तर पर गतका के आयोजन करवाए गए। धीरे-धीरे जिला स्तर पर और फिर राष्ट्रीय स्तर पर 9 प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिता से बहुत कुछ सीखने को मिला, जिनमें से अलग-अलग नियमों को तय किया गया। नियमों की 9 किताबों का प्रकाशन किया गया। इसके बाद नियम फाइनल हुए और इस गेम को पहचान मिली। 2020 में गुवाहटी में आयोजित हुई खेलो इंडिया प्रतियोगिता में गतका गेम्स की प्रेजेंटेशन दी गई। इसके बाद भारत सरकार ने इसे खेलो इंडिया में शामिल करने की अनुमति दी।

एक खिलाड़ी दो इवेंट में ले सकता है हिस्सा
गतका एक स्टिक के साथ खेला जाता है। इसे हिंदी में सोटी कहा जाता है। एक इवेंट सिंगल स्टिक के साथ होता है। जिसमें दो प्रतिभागी होते हैं, दोनों के पास अपनी-अपनी स्टिक होती है। इसी तरह सिंगल स्टिक में टीम इवेंट भी होता है, जिसमें एक टीम के अंदर तीन प्रतिभागी होते हैं। तीसरा इवेंट फ्री स्टिक के साथ खेला जाता है। इसमें एक स्टिक के साथ-साथ दूसरे हाथ में एक ढाल भी होती है। एक खिलाड़ी दोनों इवेंट में हिस्सा ले सकता है।

महज सिखों का गेम नहीं सभी समाज के लोग ले रहे हिस्सा
वर्ल्ड गतका फेडरेशन के उप प्रधान श्री सुखचैन सिंह ने कहा कि गतका अब सिखों तक सीमित नहीं है बल्कि सर्व समाज के लोग इसमें हिस्सा ले रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण खेलो इंडिया गेम्स में देखने को मिल रहा है। यहां गतका प्रतिस्पर्धा के लिए 16 टीमें के 256 खिलाड़ी पहुंचे हैं। इसमें पंजाब, चंडीगढ़, जम्मू और कश्मीर, हरियाणा, राजस्थान, नई दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तिलंगाना, मध्यप्रदेश, उतराखंड, कर्नाटक, उत्तर-प्रदेश, हिमाचल, आंध्रप्रदेश और छत्तीसगढ़ की टीम शामिल हैं।

नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन में पहचान दिलाने का कर रहे प्रयास
वर्ल्ड गतका फेडरेशन के उप प्रधान श्री सुखचैन सिंह ने कहा कि इस खेल को राष्ट्रीय ही नहीं अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की कवायद जारी है। खेलो इंडिया गेम्स के बाद अब गतका फेडरेशन इसे नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन में शामिल करवाने का प्रयास कर रही है।

हरियाणा ने गतका में किया जबरदस्त आगाज, जीते दो सिल्वर मेडल
हरियाणा की टीम ने गतका खेल में जबरदस्त शुरूआत की है। दो इवेंट में सिल्वर मेडल जीता है। महिलाओं की सिंगल स्टिक टीम प्रतियोगिता में चंडीगढ़ ने गोल्ड, हरियाणा ने सिल्वर और पंजाब व नई दिल्ली ने ब्रांज मेडल जीता है। इसी तरह महिलाओं की सिंगल स्टिक एकल प्रतियोगिता में चंडीगढ़ ने गोल्ड, हरियाणा ने सिल्वर और महाराष्ट्र व नई दिल्ली ने ब्रांज मेडल जीता है। महिलाओं की फ्री स्टिक टीम प्रतियोगिता में पंजाब ने गोल्ड, नई दिल्ली ने सिल्वर और महाराष्ट्र व उत्तराखंड की टीम ने ब्रांज मेडल जीता है।

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