लघु उद्योग क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हेतू जीआईसी प्रतिनिधिमंडल का दुबई वल्र्ड एस्पो 2021-22 का दौरा

Font Size

जीआईसी निवेशकों को भारत लाने के लिए प्रतिबद्ध : अशोक बुवानीवाला

चंडीगढ़ । लघु, छोटे और मध्यम उद्योगों में दूरगामी परिवर्तन लाने के उद्देश्य से ग्लोबल इंडिया कोलैबोरेटिव (जीआईसी) उद्योगपतियों, उद्यमियों, सांसद और विधायक जैसे नीति निर्माताओं एवं मीडिया कर्मियों के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल को दुबई वल्र्ड एक्सपो 2021-22 ले जा रहा है। जीआईसी के वैश्विक अध्यक्ष संतोष मंगल और राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला के नेतृत्व में आयोजित ये चार दिवसीय यात्रा मार्च 25 से शुरू हो रही है। छ: महीने चलने वाला दुबई वल्र्ड एक्सपो मार्च 31, 2022 को खत्म हो जाएगा।


कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि एमएसएमई में निवेश और टेक्नोलॉजी सहित वैश्विक स्तर पर सर्वोत्तम मानकों को अपनाने की उतने व्यापक स्तर पर जरूरत है जितनी द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप औद्योगिक तंत्र को थी जो अमेरिका ने मार्शल प्लान के तहत उन्हें मुहैय्या कराई थी। इतनी ही बड़ी सहायता भारत के 6.5 करोड़ एमएसएमई उद्योगों में नई जान फूँक सकती है। ये क्षेत्र दुनिया के सामने निवेश और टेक्नोलॉजी हस्तांतरण का एक स्वर्णिम अवसर प्रदान कर रहा है और जीआईसी इस निवेश को भारत में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि दुबई वल्र्ड एक्सपो के मंच पर वैश्विक निवेशकों और व्यापारियों को विश्वास दिलवाया जाएगा की वे भारत में आकर निवेश करें और टेक्नोलॉजी का हस्तांतरण करें ताकि हमारे एमएसएमई क्षेत्र का विकास हो सके। बुवानीवाला ने बताया कि चार दिवसीय यात्रा (मार्च 25 -28) के दौरान, प्रतिनिधि मंडल उन 12 देशों के प्रतिनिधियों और राजदूतों से मुलाकात और गहन विमर्श करेगा जिनसे भारत का 80 प्रतिशत व्यापार होता है और जहाँ से अधिकतम विदेशी पूंजी निवेश भारत में आता है। दुबई वल्र्ड एक्सपो 2021-22 में हमें भारत की संभावनाओं को मजबूत और प्रभावी ढंग से रखने का सुअवसर मिलेगा। आज विश्व एक ऐसा बाजार ढूंढ रहा है जो राजनैतिक रूप से स्थिर और आर्थिक रूप से प्रगतिशील है। ये भारत के लिए एक अनूठा अवसर है क्योंकि हम ये दोनों जरूरतें पूरी करते हैं और बड़ें पैमाने पर वैश्विक निवेश और टेक्नोलॉजी को अपने यहाँ आकर्षित कर सकते हैं। हमें इस मौके का लाभ उठाने में कोई कसर नहीं छोडऩी चाहिए और दुबई में हम यही करने जा रहे हैं।

बुवानीवाला ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर देश को उत्पादन में आत्मनिर्भर बना सकता है, बेरोजगारी खत्म कर सकता है और भारत को एक विश्वस्तरीय इनोवेशन केंद्र में बदल सकता है। वैश्विक महामारी (कोविड-19) के बाद जहाँ अर्थव्यवस्था मंदी के दौर से गुजर रही है उसमें पांच वर्ष में एक बार होने वाली ये विश्व एक्सपो व्यापार में वृद्धि का एक बड़ा मंच तैयार कर रही है। इसमें 92 देश मस्तिष्क जोडऩे, और भविष्य संवारने के नारे के साथ एकत्र हुए हैं। इतने देशों का जमघट नए व्यापारिक सम्बन्ध बनाने और निवेश के नए स्रोत ढूंढने का एक अनूठा अवसर प्रदान करते हैं। इस एक्सपो के आयोजकों ने हर देश को तीन में से एक विषय चुनने का मौका दिया है। ये विषय है – अवसर, गतिशीलता और संतुलित विकास। संयोग से भारत ने अवसर विषय को चुना है जो हमारी वर्तमान आवश्यकता और विशाल क्षमता के अनुसार बिल्कुल उपयुक्त है। अवसर तब तक बेमानी हैं जब तक समाज के सभी वर्ग के लिए वे खुले नहीं हैं। एमएसएमई एक ऐसा मंच है जो ग्रामीण इलाकों से निकले व्यक्तियों के लिए शहर से सामंजस्य बैठाने की पहली सीढ़ी हैं क्योंकि वे इन लोगों को औद्यगिक जीवनशैली से जुडऩे का सुगम मौका देते हैं।

बुवानीवाला ने कहा कि एमएसएमई ग्रामीण से शहरी पलायन से जूझ रही आबादी के लिए अहम पड़ाव का काम करते हैं। भारत ही 21 वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण कहानी है। इसलिए हम भारत की असीमित संभावनाओं को विश्व के सामने रखेंगे और वैश्विक निवेश, टेक्नोलॉजी और सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों को भारत में लाएंगे। कोविड-19 महामारी और चीन में एक बार फिर उसके उभरने ने आपूर्ति के स्रोतों के विकेन्द्रीकरण और उन्हें स्थानीय स्तर पर विकसित करने की आवश्यकता पर सबका ध्यान आकर्षित किया है। एमएसएमई का हमारा विशाल तंत्र अहम आवश्यकता वाले उपकरणों के उत्पादन की प्रक्रिया को फ़ौरन शुरू कर सकता है और दुबई वल्र्ड एक्सपो में हम इसी बात कर जोर देने जा रहे हैं।

ये हस्तियां होंगी सम्मिलित :


बुवानीवाला ने बताया कि इस प्रतिनिधिमंडल में सांसद प्रताप चंद्र शरंगी, विवेक गुप्ता (टीएमसी सांसद), बृजेश मिश्रा सौरभ (विधायक), डॉ. वेद प्रताप वैदिक (पीटीआई भाषा के संस्थापक संपादक और अध्यक्ष कौंसिल फॉर इंडियन फॉरेन पालिसी), उद्योगपति सूरज सराओगी, निधीश त्यागी (पूर्व बीबीसी संपादक), वंदना सिंह (पूर्व उपाध्यक्ष एसोचेम और निदेशक, महिला सशक्तिकरण), संजीव आहूजा (निदेशक एमएसएमई पहल), मनोज माथुर (जी न्यूज और सलाहकार), अमित गुप्ता (अध्यक्ष आरजेयूवीएस) सहित और भी गणमान्य व्यक्ति होंगे।

You cannot copy content of this page