इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर 7 और 8 मार्च को बेंगलुरु में इंडिया ग्लोबल फोरम में भाग लेंगे
मंत्री 30 कंपनियों के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से मिलेंगे और बातचीत करेंगे
‘द इंडिया ग्लोबल फोरम, बेंगलुरू ‘द न्यू इंडिया इंक’ की प्रौद्योगिकी क्षमता को गहराई से समझने के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करेगा : श्री राजीव चंद्रशेखर
नई दिल्ली : इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर 7 और 8 मार्च को बेंगलुरु में होने वाले इंडिया ग्लोबल फोरम (आईजीएफ) में भाग लेंगे। आईजीएफ अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और वैश्विक उद्योगपतियों के लिए एक एजेंडा-सेटिंग मंच है। यह ऐसे मंचों का चयन करने का मौका प्रदान करता है जिनका लाभ अंतरराष्ट्रीय कॉरपोरेट और नीति निर्माता अपने सेक्टर और रणनीतिक महत्व के भौगोलिक क्षेत्रों में हितधारकों के साथ बातचीत करने के लिए उठा सकते हैं। राजीव चंद्रशेखर इस फोरम में भाग लेंगे और 7 मार्च को शाम 5:00 बजे द न्यू इंडिया इंक शीर्षक वाले सत्र में बोलेंगे। अगले दिन 8 मार्च को सुबह 8:30 बजे यूनिकॉर्न (कंपनियों) के साथ एक गोलमेज सम्मेलन और दोपहर 12:30 बजे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बोर्डरूम में भाग लेंगे। श्री चंद्रशेखर 8 मार्च को शाम 5:00 बजे फोरम के समापन सत्र को संबोधित करेंगे।
यह बेंगलुरु में आईजीएफ का पहला संस्करण है। इसके पिछले आयोजनों की मेजबानी दुबई और यूके में की गई थी। इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, वेल्स के राजकुमार, यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम, यूके के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर जैसे सम्मानित वक्ताओं सहित दुनिया भर की कई सरकारों के नेताओं और उद्योग जगत की बड़ी हस्तियों ने संबोधित किया था।
कोविड महामारी की मार को झेलते हुए एक मजबूत, दृढ़ और लचीले राष्ट्र और दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में भारत के उभार की पृष्ठभूमि में फोरम का आयोजन मार्च महीने में हो रहा है। महामारी के कारण चौतरफा रुकावटों के बावजूद, भारत ने वर्ष 2021 में लगभग 90 बिलियन डॉलर के कुल मूल्यांकन के साथ प्रति माह 3 से अधिक की दर से 42 यूनिकॉर्न (कंपनियां) बनाए। 60,000 से अधिक पंजीकृत स्टार्टअप के साथ, भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा और सबसे जीवंत स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक बन गया है।
पिछले 2 वर्षों में सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में उत्पादों और सेवाओं के डिजिटलीकरण में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। 82 करोड़ भारतीयों के इंटरनेट तक पहुंच, 60 करोड़ स्मार्ट फोन उपयोगकर्ताओं, भारत के दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल हैंडसेट निर्माता होने, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण इकोसिस्टम को व्यापक और गहरा करने पर सरकार के प्रोत्साहन के साथ डिजिटल अर्थव्यवस्था भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्धारित 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण रूप से उत्प्रेरित करने जा रही है। हाल ही में घोषित बजट 2022 भी डिजिटल स्पेस में विकास, निवेश और नौकरियों के अवसरों के विस्तार का मार्ग प्रशस्त करता है।
आईजीएफ, बेंगलुरु के इतर जारी एक बयान में राजीव चंद्रशेखर ने कहा– “भारत ने कोविड महामारी के प्रति जबरदस्त लचीलापन दिखाया और बदले में उसे मजबूत उछाल भी मिला है। भारत की अर्थव्यवस्था प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत के आर्थिक रोडमैप के साथ बड़े बदलाव और विस्तार के बीच में है। डिजिटल और तकनीकी अवसर इस बदलाव और भारत की प्रौद्योगिकी क्षमता का नेतृत्व कर रहे हैं। इंडिया ग्लोबल फोरम, बेंगलुरू ‘द न्यू इंडिया इंक’ की प्रौद्योगिकी क्षमता को गहराई से समझने के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करेगा। मैं इसमें भाग लेने के लिए बहुत उत्सुक हूं।”
यूनिकॉर्न (कंपनियों) के साथ बहुप्रतीक्षित सत्र में 30 सीईओ और यूनिकॉर्न के संस्थापकों की मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर के साथ खुली चर्चा होगी। पिछले 6 महीनों से श्री चंद्रशेखर सक्रिय रूप से देश भर के स्टार्टअप्स के साथ बैठक और बातचीत कर रहे हैं और उन्हें सरकार की ओर से पूरी मदद प्रदान कर रहे हैं।
राजीव चंद्रशेखर ने पिछले साल आईजीएफ दुबई में भाग लिया था जहां उन्होंने “कौशल बढ़ाने के लिए लाइसेंस” सत्र को संबोधित किया और वैश्विक कौशल केंद्र के रूप में उभरने की दिशा में भारत की यात्रा के बारे में बताया। फोरम में भाग लेने वाले विभिन्न वैश्विक हितधारकों ने सत्र की बहुत सराहना की गई। आईजीएफ बेंगलुरु में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी और उद्योग के अन्य प्रमुख सीईओ और बड़ी हस्तियां भी भाग लेंगी।