गुरुग्राम। गुरुग्राम के सेक्टर 109 स्थित चिंटल पैराडीसो बिल्डिंग के छठी फ़्लोर की छत का एक हिस्सा गिर कर फर्स्ट फ्लोर तक आने से एक महिला की मौत हो गई जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। हालांकि प्रशासन की ओर से एक और महिला के मलबे में दबे होने की सूचना जारी की गई है। इसकी सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे । स्वयं डीसी निशांत कुमार यादव भी घटना स्थल पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम लगभग एक घण्टे बाद पहुंची और राहत कार्य शुरू किया।
गुरुग्राम सेक्टर 109 हादसा मामले में प्रशासन की ओर से जारी अपडेट में कहा गया है कि मौक़े पर राहत व बचाव कार्य अभी भी जारी हैं। एनडीआरएफ़ तथा एसडीआरएफ व सिविल डिफ़ेंस की टीम राहत कार्यों में जुटी हुई है। अरुण श्रीवास्तव को पहली मंज़िल पर मलबे से सुरक्षित निकालने की जद्दोजहद शुक्रवार सुबह 8:30 तक जारी थी। अभी तक हादसे में एक महिला के मृत पाए जाने की पुष्टि हुई है। प्रशासन ने माना है कि एक महिला और पहली मंज़िल पर मलबे में फँसी हुई है।
इससे पूर्व गुरुवार शाम को घटना स्थल का मुआयना करने के बाद डीसी निशांत कुमार यादव ने मीडिया को बताया कि बिल्डिंग की छठी मंजिल की छत का डाइनिंग वाला हिस्सा गिरकर पहली मंजिल तक आ गया। उन्होंने कहा कि ऊपर के फ्लोर में लोग नहीं रहते थे लेकिन फर्स्ट और सेकंड फ्लोर पर लोग उक्त मलबे में दबे हैं। राहत कार्य जारी है।
डीसी ने कहा कि इस घटना की जांच एडीसी करेंगे । जांच के बाद ही इस हादसे के कारण की जानकारी मिल पाएगी। उन्होंने कहा कि केवल डाइनिंग का हिस्सा ही क्षतिग्रस्त हुआ है ओर बाकी रूम्स सही हैं। ऐसा लगता है कि अधिक वजन के कारण यह हादसा हुआ है। यह घटना लगभग 6 बजे शाम को हुई और देर रात तक राहत और बचाव कार्य जारी रहा।
इस घटना पर गुरुग्राम प्रशासन की ओर से जारी बयान :
गुरुग्राम के सेक्टर 109 स्थित चिंटल पैराडीसो नामक रिहायशी सोसायटी में हुए हादसे के राहत व बचाव कार्य के पूरे समय गुरुग्राम के डीसी मौक़े पर हाज़िर रहे , उनके मार्गदर्शन में बचाव कार्य को अंजाम दिया गया
- डीसी निशांत कुमार यादव ने कहा कि वीरवार को क़रीब साँय 6 बजे दुर्घटना की सूचना मिली
- तत्काल ज़िला प्रशासन के अधिकारी और सिविल डिफ़ेंस की टीम मौक़े पर पहुँची, एनडीआरएफ़ तथा एसडीआरएफ की टीमें भी बुलाई गयी
- राहत व बचाव कार्य शुरू किए गये
- प्रारम्भिक सूचना के अनुसार 18 मंज़िला बिल्डिंग में छठी मंज़िल पर बिल्डर द्वारा कोई मरम्मत का कार्य करवाया जा रहा था
- उसी समय दो पिलरों के बीच में डाइनिंग रूम के हिस्से की छत छठी मंज़िल से गिरते हुए पहली मंज़िल तक आ पहुँची , यानी पहली मंज़िल से छठी मंज़िल तक डाइनिंग रूम ध्वस्त हो गये लेकिन पिलर ज्यों के त्यों रहे
- इनमें केवल दो फ़्लोर पर ही परिवार रहते थे, बाक़ी फ़्लोर ख़ाली थे
- हादसे में दूसरी मंज़िल से एक महिला को मृत निकला गया है
-पहली मंज़िल पर एक अरुण श्रीवास्तव नामक व्यक्ति और उनकी पत्नी फँसे थे , अरुण का पैर छत का लेंटर गिरने से उसके नीचे दब गया जिसे सुरक्षित निकाला जा रहा है परंतु महिला की आवाज़ सुनाई नहीं दे रही है
- डीसी ने इस हादसे की जाँच एडीसी विश्राम कुमार मीणा को सौंपी है , जो सम्बंधित विभागों के अधिकारियों और सोसायटी के प्रतिनिधियों को भी जाँच में शामिल करेंगे
- सोसायटी के निवासियों से भी डीसी ने बात कीं, उन्हें भरोसा दिलाया कि इस मामले में एफआईआर तो होगी ही, और भी कोई विषय आया तो उस पर भी गौर किया जाएगा
- मौक़े पर बादशाहपुर के विधायक राकेश दौलताबाद भी पहुँचे , उन्होंने राहत व बचाव कार्य का जायज़ा लिया और सोसायटी के लोगों से बात कर उनकी हिम्मत बंधाई
- इस राहत व बचाव कार्य के दौरान एडीसी विश्राम कुमार मीणा,, एसडीएम अंकिता चौधरी , डीटीपी आर एस बाट, नायब तहसीलदार सुशील कुमार , डीसीपी वेस्ट दीपक, एसीपी राजीव यादव, पी डब्लू डी के एक्सईएन नरेंद्र , चिकित्सकों की टीम, सिविल डिफ़ेंस से विंग कमांडर एसएन शर्मा व मोहित शर्मा भी उपस्थित रहे ।