नॉएडा : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गौतम बुद्ध नगर के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया. पीएम मोदी ने इस मौके पर आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि अब तो दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे भी तैयार होने वाला है. उन्होंने कहा कि भूमिपूजन के साथ ही जेवर अब इंटरनेशनल मैप पर आ गया और विकास की नई गाथा लिखने को तैयार है. पीएम ने खुलासा किया कि जेवर एयरपोर्ट पर विमानों के रखरखाव के लिए देश का सबसे बड़ा सेंटर स्थापिट किया जायेगा. यहाँ 40 एकड़ में विमानों के मेंटिनेंस की सुविधाएं होंगी और यहं से देश-विदेश को सर्विस दी जाएगी. ऐसे ऐतिहासिक प्रोजेक्ट से लाखों युवाओं को रोजगार मिलेगा . इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या सहित कई प्रमुख नेता मौजूद थे .
प्रधान मंत्री नरेंद मोदी के भाषण के मुख्य बिंदु :
हमने किसान हित में, प्रोजेक्ट के हित में, देश के हित में इन अड़चनों को भी दूर किया।हमनें ये सुनिश्चित किया कि प्रशासन किसानों से समय पर पूरी पारदर्शिता के साथ भूमि खरीदे। तब जाकर 30 हजार करोड़ रुपये की इस परियोजना का भूमिपूजन करने के लिए आज हम आगे बढ़े हैं.
सर्विस सेक्टर का बड़ा इकोसिस्टम भी है और कृषि में भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश की अहम हिस्सेदारी है। अब इनका सामर्थ्य भी बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा। ये इंटरनेशनल एयरपोर्ट एक्सपोर्ट के एक बहुत बड़े केंद्र को अंतरराष्ट्रीय बाजारों को सीधे कनेक्ट करेगा.
इंफ्रास्ट्रक्चर हमारे लिए राजनीति का नहीं बल्कि राष्ट्रनीति का हिस्सा है.हम ये सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रोजेक्ट्स अटके नहीं, लटके नहीं, भटके नहीं .हम ये सुनिश्चित करने का प्रयास करते हैं कि तय समय के भीतर ही इंफ्रास्ट्रक्चर का काम पूरा किया जाए.
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तरी भारत का logistic गेटवे बनेगा।ये इस पूरे क्षेत्र को नेशनल गतिशक्ति मास्टरप्लान का एक सशक्त प्रतिबिंब बनाएगा.
21वीं सदी का नया भारत आज एक से बढ़ कर एक बेहतरीन आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहा है। बेहतर सड़कें, रेल नेटवर्क, एयरपोर्ट, ये सिर्फ इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स नहीं होते हैं, बल्कि पूरे क्षेत्र का कायाकल्प कर देते हैं.
अब डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से आज हम उसी एयरपोर्ट के भूमिपूजन के साक्षी बन रहे हैं.
आज़ादी के 7 दशक बाद, पहली बार उत्तर प्रदेश को वो मिलना शुरु हुआ है, जिसका वो हमेशा से हकदार रहा है। डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से, आज उत्तर प्रदेश देश के सबसे कनेक्टेड क्षेत्र में परिवर्तित हो रहा है.
हवाई अड्डे के निर्माण के दौरान रोज़गार के हजारों अवसर बनते हैं।हवाई अड्डे को सुचारु रूप से चलाने के लिए भी हज़ारों लोगों की आवश्यकता होती है। पश्चिमी यूपी के हजारों लोगों को ये एयरपोर्ट नए रोजगार भी देगा.