गुडग़ांव, 14 नवम्बर : शहर के विभिन्न क्षेत्रों में देवउठनी एकादशी व तुलसी पूजा का आयोजन रविवार को धूमधाम से किया गया। महिलाओं ने जहां अपने घरों में गेरु से रंगोली बनाई वहीं शहर के मंदिरों में तुलसी पूजन भी किया गया। इसी क्रम में सैक्टर 4 स्थित श्रीकृष्ण मंदिर, सिद्धेश्वर, घंटेश्वर, भूतेश्वर सैक्टर 4 का श्रीराम मंदिर, सूर्य विहार का माता वैष्णो मंदिर आदि परिसर में तुलसी पूजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
पंडित डा. मनोज शर्मा का कहना है कि हिंदू धर्म में तुलसी पूजन का विशेष महत्व होता है। घर के आंगन में तुलसी माता का पौधा लगाया जाता है। घरों में भगवान की पूजा के अलावा हर दिन तुलसी पूजा का भी विशेष महत्व है। विशेष रूप से कार्तिक माह की देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी विवाह का उत्सव मनाया जाता है। शास्त्रों में उल्लेख है कि 4 महीने की निद्रा के बाद भगवान विष्णु कार्तिक माह की एकादशी के दिन जागते हैं, जिसके बाद सभी देवी और देवता खुशी में देव दिवाली मनाते है।
इसी दिन भगवान विष्णु की सबसे प्रिय तुलसी माता का विवाह भी भगवान सालिग्राम से होता है। धार्मिक शास्त्रों में इस दिन तुलसी जी का पूजन शुभ माना गया है। उनका कहना है कि सुखी दांप्तय जीवन के लिए तुलसी विवाह करना चाहिए। तुलसी पूजन के दिन भगवान विष्णु की पूजा करते समय कुछ पैसे विष्णु भगवान की तस्वीर के पास रखने चाहिए।
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