नई दिल्ली : दीपावाली त्यौहार के साथ साथ दिल्ली / एनसीआर में पॉल्यूशन का एक बार फिर खतरा बढ़ गया है. इस क्षेत्र में इस बार वायु गुणवत्ता सूचकांक में PM 2.5 का स्तर चिंताजनक स्थिति में पहुँच गया है. दिल्ली में बुधवार को PM 2.5 का स्तर 315 था तो जबकि आज यह 339 तक पहुंच गया है जबकि नोएडा में 342( बेहद खराब ) और गुरुग्राम में 333( बेहद खराब ) पर है. यह स्थिति तो तब है जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पटाखे प्रतिबंधित कर दिए गए हैं.
आश्चर्यजनक रूप से ठण्ड के मौसम के आरम्भ में ही वायू प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है. अनदजा लगाया जा सकता है कि त्वरित कदम नहीं उठाये गये तो हालात बदतर हो सकते हैं और कोरोना जैसा लॉक डाउन फिर दिल्ली में लगाना पद सकता है.
उल्रालेखनीय है कि राजधानी दिल्ली के लिए प्रदूषण हमेशा से एक बड़ी समस्या रही है. हर साल अक्टूबर के बाद दिल्ली एक गैस चैंबर तब्दील हो जाती है. कभी पराली जलने को इसका कारण बताया जाता है तो कब ही वाहनों कि बेतहाशा बढती संख्या. ओड इवन करने से भी थोड़ी राहत मिलती है लेकिन स्थायी संधान नहीं निकल पा रहा है. केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार दोनों एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप मढ़ कर समय निकाल लेते हैं.