जुरहरा, भरतपुर रेखचन्द्र भारद्वाज: सुहागिन महिलाओं के द्वारा अपने पति की लंबी उम्र के लिए चौथ माता का व्रत रखकर मनाए जाने वाला करवा चौथ का त्यौहार रविवार को श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। जुरहरा कस्बा सहित ग्रामीण अंचल में सुहागिनों के द्वारा चौथ माता का व्रत रखकर व चौथ माता की पूजा-अर्चना कर पति की लंबी उम्र की कामना की गई।
कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी उम्र के लिये करवाचौथ का व्रत किया जाता है और चांद देखकर व्रत का पारण किया जाता है। करवाचौथ के इस व्रत को करक चतुर्थी व दशरथ चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। करवा चौथ के दिन भगवान शिव जी, गणेश जी और स्कन्द यानि कार्तिकेय के साथ बनी गौरी के चित्र की सभी उपचारों के साथ पूजा की जाती है।
इस व्रत को करने से जीवन में पति का साथ हमेशा बना रहता है व सौभाग्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। इस दिन चीनी से बने करवे का भी पूजा में बहुत महत्व होता है। करवा चौथ के व्रत में रात्रि को चन्द्रोदय होने पर चन्द्रमा को अर्घ्य देकर व्रत को खोला जाता है।