घर-घर हो गीता का पाठ, पूजन और हवन : गोविंद लाल आहुजा

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-श्रीकृष्ण कृपा परिवार गुरुग्राम व जीओ गीता मिशन की हुई बैठक में चर्चा
-स्वामी ज्ञानानंद महाराज के निर्देशानुसार होगा गीता का प्रचार-प्रसार
-द्रोण नगरी गुरुग्राम का है विशेष महत्व: नवीन गोयल
-कार्तिक मास में घर-घर गीता का संदेश पहुंचाएंगे: पंकज पाठक

गुरुग्राम। गीता के संदेश को घर-घर पहुंचाना है और गीता का ज्ञान फैलाना है। इसी सोच के साथ स्वामी ज्ञानानंद द्वारा शुरू की गई मुहिम में हर व्यक्ति का योगदान होना चाहिए। गीता सर्व-धर्म संगम का सार है। इसलिए हम सबको गीता के ज्ञान का प्रकाश फैलाने के साथ गुरुग्राम के हर घर में गीता का पाठ, पूजन और हवन के लिए प्रेरित करना है। यह निर्णय रविवार को यहां श्रीकृष्ण कृपा परिवार गुरुग्राम व जीओ गीता मिशन के सदस्यों की बैठक में लिया गया।

सेक्टर-38 में संस्था की बैठक बुलाई गई। इस बैठक में श्रीकृष्ण कृपा सेवा समिति के प्रधान गोविंद लाल आहुजा, महासचिव सुभाष गाबा, पंकज पाठक के अलावा जीओ गीता परिवार के युवा राष्ट्रीय सचिव नवीन गोयल ने कहा कि हम सबको अपनी संस्कृति को एक होकर आगे बढ़ाना है। ऐसी योजना पर काम करना है, जिससे गीता जी के मंत्रों की गूंज पूरे गुरुग्राम में हो। कार्तिक मास प्रारम्भ हो गया है।

प्रधान पंकज पाठक ने कहा कि स्वामी ज्ञानानंद के आदेशानुसार इस कार्तिक मास में गीता परिवार से जुड़े सभी सदस्य इसी एकता के साथ घर-घर गीता और जीओ गीता का संदेश पहुंचाना है। गीता का हर घर में पूजन, प्रतिदिन हवन हो, यह भी आमजन से आग्रह करना है।
नवीन गोयल ने कहा कि द्रोण नगरी गुरुग्राम धर्मप्रेमियों की भी नगरी है। अपना यह शहर भी गीता से जुड़ा है।

कुरुक्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का ज्ञान दिया तो गुरुग्राम में कौरवों, पांडवों ने अस्त्र-शस्त्र की दीक्षा गुरु द्रोणाचार्य जी से ली। गुरुग्राम में हर धार्मिक आयोजन में शहरवासी बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। गीता को लेकर शुरू की गई मुहिम भी यहां पर सफल होगी।

बैठक में उमाशंकर भारद्वाज, जयदयाल कुमार, केशव नारंग, चंद्र कुमार चौधरी, श्याम कवातरा, अश्वनी कुमार, मयंक निर्मल, दिनेश अरोरा, अशोक गुप्ता, प्रमोद यादव, विक्रम यादव, राकेश यादव, कृष्ण कुमार समेत काफी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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