सुभाष चौधरी
नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने गुजरात में संभावित विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. इस दिशा में आज गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ पार्टी के नेता राहुल गांधी ने बैठक की. इस बैठक में गुजरात कांग्रेस इकाई के प्रभारी रघु शर्मा और संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल भी मौजूद थे।
बताया जाता है कि राहुल गांधी के साथ गुजरात कांग्रेस के नेताओं की यह बैठक लगभग 1 घंटे तक चली. इसमें गुजरात में पार्टी के संगठन को मजबूत करने और विधानसभा चुनाव की दृष्टि से रणनीति तैयार करने पर विचार विमर्श किया गया. राहुल गांधी के साथ गुजरात कांग्रेस के नेताओं की यह मुलाकात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर रणनीतिक चर्चा के लिए आयोजित की गई थी. पार्टी नेताओं का कहना है कि गुजरात बदलाव के लिए तैयार है. इसलिए कांग्रेस पार्टी इस बार पूरी ताकत से भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त देने की तैयारी में जुटेगी ।
उल्लेखनीय है कि गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं जिनमें बहुमत प्राप्त करने के लिए 92 विधायकों की आवश्यकता होती है. वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी सत्ता में है. हाल ही में भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व ने गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रूपानी सहित पूरी कैबिनेट को बदल कर सबको चौंका दिया था. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का गृह राज्य है. इसलिए भी राजनीतिक दृष्टि से यह बेहद संवेदनशील माना जा रहा है।
कांग्रेस पार्टी के नेता मानते हैं कि मुख्यमंत्री विजय रुपाणी सहित पूरी कैबिनेट को एक झटके में बदलने से भारतीय जनता पार्टी में अंतर्विरोध गहराया हुआ है. इसका स्वाभाविक फायदा कांग्रेस पार्टी को विधानसभा चुनाव में मिल सकता है . हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बना कर पटेल समाज को अपने पक्ष में करने की चाल चल दी है लेकिन पाटीदार समाज लंबे समय से भाजपा से नाराज चल रहा है।
इस वर्ष के अंत में गुजरात में विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना है और पटेल समाज का राज्य में 70 से 90 विधानसभा क्षेत्रों में दबदबा है. इसलिए ही कांग्रेस पार्टी ने भी पाटीदार समाज से ही युवा नेता हार्दिक पटेल को गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। दोनों ही राजनीतिक दल पाटीदार समाज पर डोरे डालने की कोशिश में जुटे हुए हैं।
वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में पिछले तीन दशक से पिछड़ रही कांग्रेस ने अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया था और 77 सीटों पर कब्जा जमा लिया था. जबकि भाजपा को 99 विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल हुई थी। इससे पहले 2012 में भारतीय जनता पार्टी ने 115 सीटों पर कब्जा जमाया था लेकिन 2017 में कांग्रेस पार्टी ने जबरदस्त टक्कर दी थी. वर्ष 2012 में पार्टी को 57 सीटें ही हासिल हुई थी।।
वर्ष 2017 में कांग्रेस पार्टी के बेहतर प्रदर्शन से कांग्रेस नेतृत्व बेहद उत्साहित है और वहां भाजपा को पराजित करने की प्रबल संभावना देख रहे हैं।
गुजरात में पिछली बार विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा और कांग्रेस के बीच में ही मुख्य मुकाबला रहा था . इस बार आम आदमी पार्टी ने भी विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इसके मद्देनजर आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल कई बार गुजरात का दौरा कर चुके हैं। आने वाले समय में गुजरात में राजनीतिक परिस्थिति तब और स्पष्ट होगी जब आम आदमी पार्टी अपने राजनीतिक पत्ते खोलेगी।