यूपी के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत : किसान व भाजपा कार्यकर्ताओं में हिंसक झड़प

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लखीमपुर खीरी । उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को किसान आन्दोलन के नाम पर हुई हिंसा में 8 लोगों की मौत हो गई. अपुष्ट सूत्रों के अनुसार इस घटना में 15 लोगों के घायल होने की सूचना है. केन्द्रीय गृह मंत्री अजय मिश्र के कार्यक्रम का विरोध कर रहे किसानों ने भाजपा के कार्यकर्ताओं पर हमला बोल दिया. दोनों और से एक दूसरे पर हमले होने की खबर है जिसमें किसानों ने हिंसक रूप ले लिया और भाजपा नेताओं की गाड़ियाँ भी आग के हवाले कर दी जबकि गृह मंत्री के ड्राईवर सहित तीन लोगों की पीट पीट कर हत्या कर दी. दूसरी तरफ इस संघर्ष में तीन कथित किसानों के भी मरने का दावा किया जा रहा है.  आरोप है की अज्ञात व्यक्तियों ने किसानों पर गोलियां चलाईं जिससे मामला भड़क गया जबकि गृह मंत्री श्री मिश्र ने स्वयं इस आरोप का जोरदार खंडन करते हुए किसानों पर हिंसक होने का आरोप लगाया है.

कुछ प्रदर्शनकारियों के वाहनों की चपेट में आने से आक्रोशित किसानों ने तीन जीपों में आग लगा दी। इनमें से एक वाहन केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र के पुत्र आशीष मिश्रा का बताया जा रहा है। दूसरी तरफ श्री मिश्र ने मिडिया को दिए बयान में दावा किया है कि घटना स्थल पर उनका बेटा मौजूद नहीं था. उन्होंने उक्त घटना की विडियो जारी किया है और कहा है कि उनका पहले उसी रास्ते से जाने का कार्यक्रम था जिसे बाद में बदल दिया गया. इसी बीच उसी रास्ते से भाजपा के कर्यकर्ता जा रहे थे जिनपर किसानों ने हमला बोल दिया . उनकी गाड़ियां गड्ढे में गिरा कर उसे आग के हवाले कर दिया. भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं को लाठियों व डंडों से पीट कर मार डाला जबकि उनके ड्राईवर की भी हत्या कर दी गई.

गृह राज्य मंत्री  अजय मिश्र ने कहा है कि उनका बेटा कार्यक्रम स्थल पर था. उसका घटना स्थल पर होने का आरोप पूरी तरह निराधार है जबकि किसान संगठन उसके वहां होने की बात कर रहा है. हालांकि जो विडियो गृह मंत्री की ओर से जारी किया गया है उससे इस रहस्य से पर्दा उठ सकेगा.

इधर मामला अब राजनीतिक रंग लेने लगा है. कांग्रेस पार्टी ने इस घटना की निंदा की है . बसपा प्रमुख मायावती ने भी इसको लेकर सरकार पर सवाल खड़े किये हैं जबकि सपा प्रमुख अखिलेश यादव कल लखीमपुर खीरी पहुंचेंगे.

खबर है कि किसानों ने मृतकों का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया है। उन्होंने कहा है कि वे अपने नेताओं से बात करने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय करेंगे। किसान नेताओं ने किसानों के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की है.

इस घटना के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में अपने कार्यक्रम में कटौती की और राज्य की राजधानी लौट गए । उन्होंने कहा है कि इस घटना की तह तक जायेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रर्वाई की जायेगी.

उन्होंने ट्विट कर कहा है कि जनपद लखीमपुर खीरी में घटित हुई घटना अत्यंत दुःखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है।@UPGovt इस घटना के कारणों की तह में जाएगी तथा घटना में शामिल तत्वों को बेनकाब करेगी व दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेगी। मौके पर शासन द्वारा अपर मुख्य सचिव नियुक्ति, कार्मिक एवं कृषि, ए.डी.जी. कानून-व्यवस्था, आयुक्त लखनऊ तथा आई.जी. लखनऊ मौजूद हैं तथा स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए घटना के कारणों की गहराई से जांच कर रहे हैं। घटना में लिप्त जो भी जिम्मेदार होगा, सरकार उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगी.
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मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि क्षेत्र के सभी लोगों से अपील है कि वे किसी के बहकावे में न आएं व मौके पर शान्ति-व्यवस्था कायम रखने में अपना योगदान दें। किसी प्रकार के निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले मौके पर हो रही जांच तथा कार्यवाही का इन्तजार करें।बताया जाता है कि यूपी पुलिस के एडीजी लॉ एंड आर्डर ने घटना स्थल का दौरा किया है.

एडीजी-कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने स्थिति का जायजा लेने के लिए लखीमपुर खीरी का दौरा किया है। तनाव की स्थिति से निबटने के लिए पीएसी को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है. क्षेत्र में तनाव अभी भी बना हुआ है इसलिए जिला में इन्टरनेट सेवा बंद कर दी गई है और स्कूल  भी बंद करने का ऐलान किया गया है  ।

खबर यह भी है कि भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत वहां जा रहे हैं और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार सुबह वहां पहुंचेंगी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है. अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को लखीमपुर खीरी का दौरा करेगा।

इस बीच मिश्रा ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं कि गाड़ियों पर किसानों के समूह में आए बदमाशों ने हमला कर दिया। उन्होंने कहा है कि  किसानों में कुछ उपद्रवियों ने जगह ले ली है जो देश में कानून व्यवस्था बिगड़ना चाहते हैं. उन्होंने बब्बर खालसा का नाम लेते हुए आरोप लगाया है कि किसान आन्दोलन को हिसंक बनाने की कोशिश काफी समय से जारी है और यह उसी का नतीजा है. उन्होंने घटना स्थल के विडियो भी जारी किये हैं.

इससे पहले दिन में, हजारों किसानों ने रविवार को तिकुनिया तक मार्च निकाला और उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। वे पलिया, भीरा, बिजुआ, खजुरिया और संपूर्ण नगर जैसे आसपास के गांवों से हाथों में काले झंडे लेकर आए थे।

केंद्रीय मंत्री द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य गांव बनवीर पहुंचने वाले थे। हालांकि, किसानों ने महाराजा अग्रसेन स्पोर्ट्स ग्राउंड में हेलीपैड साइट पर कब्जा कर लिया, जहां उनका हेलीकॉप्टर उतरना था। इसके बाद उनका कार्यक्रम बदला गया और वे लखनऊ से सड़क मार्ग से लखीमपुर पहुंचे। तिकुनिया में गुस्साए किसानों ने उनके स्वागत में लगे होर्डिग्स को उखाड़ कर विरोध किया।

 

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