नई दिल्ली। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह 27 से 29 सितंबर 2021 तक तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा के लिए ओमान पहुंचे। इस यात्रा का उद्देश्य ओमान के साथ द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को मजबूत करना है, साथ ही रक्षा सहयोग के लिए नए रास्तों की तलाश करना है।
नौसेना प्रमुख मस्कट में रॉयल नेवी ऑफ ओमान (आरएनओ) के कमांडर रियर एडमिरल सैफ बिन नासिर बिन मोहसेन अल-रहबी के साथ द्विपक्षीय चर्चा करने वाले हैं।
इस यात्रा के दौरान नौसेना प्रमुख वाइस एडमिरल अब्दुल्ला खमिस अब्दुल्ला अल रायसी (चीफ ऑफ स्टाफ), मेजर जनरल मटर बिन सलीम बिन राशिद अल बलुशी (ओमान की शाही सेना के कमांडर), एयर वाइस मार्शल खमिस बिन हम्माद बिन सुल्तान अल गफरी (ओमान की रॉयल एयर फोर्स के कमांडर) और डॉ मोहम्मद बिन नासिर बिन अली अल जाबी (महासचिव, रक्षा मंत्रालय) समेत ओमान में सुरक्षा अमले से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भी बातचीत करेंगे। वह मुस्कर अल मुर्तफा (एमएएम) कैंप, मैरीटाइम सिक्योरिटी सेंटर (एमएससी), सैद बिन सुल्तान नेवल बेस, अल मुसाना एयर बेस और नेशनल डिफेंस कॉलेज, ओमान जैसे प्रमुख रक्षा प्रतिष्ठानों का भी दौरा करेंगे।
भारतीय नौसेना कई मोर्चों पर ओमान की रॉयल नेवी के साथ सहयोग करती है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में अभियानगत बातचीत, प्रशिक्षण सहयोग एवं विषय के विशेषज्ञों का आदान-प्रदान शामिल है। दोनों नौसेनाएं 1993 से द्विवार्षिक समुद्री अभ्यास नसीम अल बहर में भाग ले रही हैं। यह अभ्यास आखिरी बार 2020 में गोवा में आयोजित किया गया था और अगला संस्करण 2022 में होना निर्धारित है।
नौसेना प्रमुख की ओमान की यह आधिकारिक यात्रा भारतीय नौसेना और ओमान की रॉयल नेवी के बीच बढ़ते सहयोग पर रौशनी डालती है।