-ईआरवी का रिस्पांस टाइम 15 मिनट से भी कम
गुरुग्राम, 17 सितंबर। प्रदेश के लोगों को 24 घण्टे सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई 112 हेल्पलाइन सेवा प्रदेश के लोगों के लिए काफी कारगर साबित हो रही है। हेल्पलाइन सेवा के तहत गुरुग्राम में बनाये गए मिरर कंट्रोल रूम में प्रतिदिन करीब दो हजार से अधिक लोगों की सहायता की जा रही है।
जिला उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने बताया कि त्वरित सहायता के उद्देश्य से शुरू की गई यह हेल्प लाइन जिला में काफी कारगर साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि अब आपातकालीन सेवाओं के लिए अलग अलग नम्बर डायल करने की बजाय तीनों आपात सेवाएं पुलिस, अग्निशमन व एम्बुलेंस के लिए अपने फ़ोन से 112 डायल कर इसका लाभ ले सकते है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने पुलिस की आपात सेवा डायल 100, अग्निशमन के लिए 102 व एम्बुलेंस के लिए डायल 108 सेवा को मर्ज कर डायल 112 से जोड़ दिया है।
उपायुक्त ने कहा कि प्रदेश के नागरिकों को 112 पर संवाद के समय किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसके लिए हिंदी, हरियाणवी, अंग्रेजी व पंजाबी भाषा के विकल्प रखे गए है।
रिस्पांस टाइम 20 मिनट से भी कम
गुरुग्राम कंट्रोल रूम के इंचार्ज एवं डीएसपी टेलीकॉम रणबीर देशवाल ने बताया कि शुरुवाती कुछ दिनों में ईआरवी का लोकेशन तक पहुँचने का जो समय निर्धारित था वह अपेक्षा से कुछ अधिक रहा। उन्होंने कहा कि ईआरवी के रिस्पांस टाइम को निर्धारित समयावधि में लाने के लिए प्रतिदिन आ रही कॉल व उनको दी जा रही सेवाओं की मॉनिटरिंग की गई।
श्री देशवाल ने कहा उपरोक्त पूरी प्रक्रिया के बाद अब करीब 90 प्रतिशत कॉल लोकेशन पर 15 मिनट से भी कम समय में 112 की सेवाएं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि बाकी 10 प्रतिशत ईआरवी की सेवाओं को भी निर्धारित समयावधि में लाने के लिए गंभीरता से प्रयास किए जा रहे है।
112 सेवा का लाभ ले चुके नागरिकों से लिया जा रहा है फीडबैक
श्री देशवाल ने कहा कि किसी भी सेवा की कार्यप्रणाली में सुधार की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है।इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए 112 सेवा का लाभ ले चुके लोगों से निरन्तर फीडबैक लिया जा रहा है। ताकि जहां कहीं भी सुधार की गुंजाइश हो वहाँ सुधार किया जा सके।