कस्बे के मुख्य बाजारों से जुलूस निकालकर कामां-जुरहरा मार्ग को किया आंशिक रूप से जाम
नायब तहसीलदार इंद्राज गुर्जर को सौंपा ज्ञापन
जुरहरा, रेखचन्द्र भारद्वाज: भीम आर्मी भारत एकता मिशन भरतपुर के जिला महासचिव योगेश कुमार बौद्ध के नेतृत्व में बुधवार को मनरेगा श्रमिकों के द्वारा ग्राम पंचायत जुरहरा के सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी व मनरेगा मेटों पर धांधली के आरोप लगाते हुए कस्बे के बाजारों से होते हुए विरोध जुलूस निकाला गया तथा ग्राम पंचायत भवन पर पहुंचकर जुरहरा ग्राम पंचायत के सरपंच लक्ष्मण कुमार साहू का घेराव करते हुए अपनी मांगों को लेकर जुरहरा-कामां मार्ग को आंशिक रूप से जाम करते हुए जुरहरा ग्राम पंचायत प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई।
जाम की सूचना पर मौके पर पहुंचे जुरहरा थाना अधिकारी कमरुद्दीन खान के द्वारा मनरेगा श्रमिकों से समझाइश कर जाम को खुलवा दिया गया। वहीं मनरेगा श्रमिकों के धरना-प्रदर्शन की सूचना पर नायब तहसीलदार तहसील कामा इंद्राज गुर्जर मौके पर पहुंचे जहां उन्होंने मनरेगा श्रमिकों से समझाइश करते हुए उन्हें शांत कराया और मनरेगा कार्य में हो रही धांधली की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
जानकारी के अनुसार जुरहरा ग्राम पंचायत प्रशासन पर मनरेगा कार्यों में मनमर्जी व धांधली किए जाने के आरोप लगाते हुए मनरेगा श्रमिकों का गुस्सा बुधवार को फूट पड़ा जिसके चलते मनरेगा श्रमिको ने भीम आर्मी भारत एकता मिशन के भरतपुर जिला महासचिव योगेश कुमार बौद्ध के नेतृत्व में जुरहरा कस्बे के मुख्य बाजारों से जुलूस निकालकर ग्राम पंचायत सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी तथा मनरेगा मेटों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ग्राम पंचायत कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया जहां पर श्रमिकों ने ग्राम पंचायत जुरहरा के सरपंच लक्ष्मण साहू का घेराव करते हुए ग्राम पंचायत प्रशासन को जमकर खरी-खोटी सुनाई। जिसके बाद श्रमिकों ने कामा-जुरहरा मार्ग को आशिंक रूप से अवरुद्ध कर दिया जिससे सड़क मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई। मौके पर जुरहरा के थानाधिकारी कमरुद्दीन खान ने पहुंचकर मनरेगा श्रमिकों से समझाइस करते हुए जाम को खुलवाया। वहीं श्रमिकों के विरोध व प्रदर्शन की सूचना पर नायब तहसीलदार कामां इंद्राज गुर्जर मौके पर पहुंचे तथा विरोध कर रहे मनरेगा श्रमिकों से समझाइस कर मामले को शांत कराया।
भीम आर्मी भारत एकता मिशन के भरतपुर जिला महासचिव योगेश कुमार बौद्ध के नेतृत्व में नायब तहसीलदार इंद्राज गुर्जर को एक ज्ञापन सौंपकर दोषी अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई। ज्ञापन में बताया गया है कि ग्राम पंचायत जुरहरा में मनरेगा कार्यों में काफी लंबे समय से भ्रष्टाचार किया जा रहा है। मनरेगा कार्य को सुचारू रूप से नहीं चलाया जाता है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि श्रमिकों को 100 दिनों का काम सही से नही मिल पाता है व मनरेगा श्रमिकों की फर्जी हाजिरी चढ़ाई जाती हैं।
मेटों के द्वारा जॉब कार्ड प्रार्थी को नहीं दिए जाते हैं तथा ग्राम विकास अधिकारी व मेटों के द्वारा श्रमिकों को अधिकारियों से शिकायत करने पर मनरेगा में कार्य नहीं करने देने की धमकियां दी जाती हैं। श्रमिक द्वारा जुरहरा नायब तहसीलदार को दिए गए ज्ञापन में मनरेगा के कार्यों में फर्जी हाजिरी लगाने व मेटों के द्वारा अपने रिश्तेदारों के फर्जी राशन कार्ड बना कर उनका नाम भी मनरेगा कार्यों में चलाने के आरोप लगाए हैं।