मोदी मंत्रिमंडल में 43 मंत्रियों ने ली पद व गोपनीयता की शपथ, 15 केबिनेट मंत्री जबकि 28 राज्य मंत्री बनाए गए

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सुभाष चौधरी

नयी दिल्ली : नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के दूसरे कार्यकाल का चिरप्रतिक्षित फेरबदल को आज विराम लग गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में कुल 43 मंत्रियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनमे 15 केबिनेट मंत्री बनए गए हैं जबकि 28 राज्यमंत्री बनाए गए हैं। आधा दर्जन से अधिक महिलाओं को मंत्रिमंडल में जगह दी गई । सबसे अधिक उत्तर प्रदेश से 7 मंत्री बनाए गए जबकि गुजरात से 5 और महाराष्ट्र से 4 मंत्री बनाए गए। बिहार से जद  यू से आर सी पी सिंह और लोजपा से पशुपति कुमार पारस को भी जगह मिली।

 

शपथ ग्रहण समारोह में देश की प्रथम महिला सविता कोविंद, उप राष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू , प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, लोकसभा अध्यक्ष ओम् बिडला, वित्त मंत्री निर्मला सीता रमन, सी डी एस जेनरल विपिन रावत, पूर्व केबिनेट मंत्री रविशंकर प्रसाद, प्रकास जावरेकर सहित कई प्रमुख लोग मौजूद थे।

 

मोदी मंत्रिमंडल में 43 मंत्रियों ने ली पद व गोपनीयता की शपथ, 15 केबिनेट मंत्री जबकि 28 राज्य मंत्री बनाए गए 2सबसे पहले महाराष्ट्र से नारायण तातु रानी ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. नारायण राने महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री भी रहे हैं कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद हैं ।

असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. श्री सोनोवाल इससे पूर्व भी मोदी मंत्रिमंडल में युवा मामले एवं खेल मंत्री थे। सोनोवाल  भारतीय जनता पार्टी के असम में आदिवासी समाज से बड़ा चेहरा माने जाते हैं। सोनोवाल पेशे से वकील हैं और इन्हें असम में विधानसभा चुनाव जीतने के बावजूद इस बार मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया था. तभी से इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें केंद्रीय राजनीति में लाया जाएगा।

तीसरे कैबिनेट मंत्री के रूप में डॉ वीरेंद्र कुमार ने शपथ ली जिन्होंने चाइल्ड लेबर में पीएचडी किया है. भारतीय जनता पार्टी के मध्य प्रदेश टीकमगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं और दलित चेहरा के रूप में स्थापित हैं.  लगातार सात बार सांसद रह चुके हैं।

मोदी मंत्रिमंडल में नए प्रमुख चेहरा के रूप में चौथे कैबिनेट मंत्री के रूप में मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शपथ ली. कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए तेजतर्रार एवं युवा चेहरा के बारे में पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें कैबिनेट में जगह दी जाएगी। 20 साल से राजनीति में सक्रिय हैं और इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में डॉक्टर मनमोहन सिंह केबिनेट में भी मंत्री थे।

बिहार से जनता दल यू के रामचंद्र प्रसाद सिंह जिन्हें आरसीपी सिंह के नाम से जाना जाता है पूर्व ब्यूरोक्रेट भी है ने  केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ ली। आरसीपी सिंह वर्तमान में जनता दल यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और राज्यसभा के सदस्य हैं।

अश्विनी वैष्णव ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।  वर्तमान में राज्यसभा सांसद हैं और उड़ीसा से संबंध है. पूर्व आईएएस अधिकारी भी है।मोदी मंत्रिमंडल में 43 मंत्रियों ने ली पद व गोपनीयता की शपथ, 15 केबिनेट मंत्री जबकि 28 राज्य मंत्री बनाए गए 3

बिहार से लोजपा से अलग गुट बनाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के भाई पशुपति कुमार पारस ने भी कैबिनेट मंत्री की शपथ ली। लगातार सात बार विधायक रे हैं एवं वर्तमान में हाजीपुर लोकसभा के सांसद हैं।

अरुणाचल प्रदेश पश्चिम से लोकसभा सांसद भारतीय जनता पार्टी का युवा चेहरा किरण रिजिजू जो वर्तमान में राज्य मंत्री थे ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में उनके काम को देखते हुए उन्हें अपग्रेड किया गया । किरण रिजिजू ने हिंदी में शपथ ली। वर्ष 2004 में पहली बार सांसद बने थे और तब से भारतीय जनता पार्टी का लगातार प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

मोदी मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत आर के सिंह बिजली मंत्री को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया। श्री सिंह बिहार से भारतीय जनता पार्टी के आरा से लोकसभा सांसद है। पूर्व आई ए एस  केंद्र सरकार में गृह सचिव रह चुके हैं।

मोदी मंत्रिमंडल में 43 मंत्रियों ने ली पद व गोपनीयता की शपथ, 15 केबिनेट मंत्री जबकि 28 राज्य मंत्री बनाए गए 4हरदीप सिंह पुरी जो वर्तमान में शहरी विकास मंत्री थे को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया. इतिहास में m.a. करने वाले श्री पुरी को भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई। इन्होंने अंग्रेजी में शपथ ली। श्री पूरी वर्ष 2018 से राज्यसभा सांसद हैं .

नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में वर्तमान में केमिकल फर्टिलाइजर राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया को भी राष्ट्रपति ने आज कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई। 2012 से राज्यसभा सांसद हैं और उनके काम को कोरोना काल में बहुत सराहा गया। मंडाविया गुजरात में विधायक भी रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी के संगठन को मजबूती देने में अक्सर सक्रिय रहने वाले ओबीसी चेहरा भूपेंद्र यादव को भी राष्ट्रपति ने आज कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई . श्री यादव भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद है। उच्चतम न्यायालय में वरिष्ठ वकीलों में इनकी गिनती होती है। इन्हें लंबे समय बाद संगठन से सरकार में लाया गया है।

गुजरात से राज्यसभा सांसद पुरुषोत्तम रुपाला को भी नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में आज जगह मिली. सौराष्ट्र क्षेत्र के कद्दावर नेता के रूप में कड़वा पाटीदार समुदाय से आने वाली श्री रुपाला को गुजरात की स्थानीय राजनीति की दृष्टि से समायोजित किया गया है। श्री रूपाला  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी नेताओं में से एक है।

तेलंगाना सिकंदराबाद के सांसद जी किशन रेड्डी को भी मोदी मंत्री मंत्रिमंडल में जगह मिली. लगातार तीन बार विधायक रह चुके हैं और तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी का प्रमुख चेहरा है। दक्षिण से होने के बावजूद जी किशन रेड्डी ने मंत्री पद की शपथ हिंदी में ली। श्री रेड्डी भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वर्तमान में गृह राज्य मंत्री थे जिन्हें अब सीधे कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है.

हिमाचल प्रदेश से तेज तर्रार युवा चेहरा अनुराग ठाकुर जो पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बेटे हैं को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया. वर्तमान में श्री ठाकुर वित्त राज्य मंत्री थे और अब कैबिनेट मंत्री बनाए गए.  इन्हें 2019 में सांसद रत्न से सम्मानित किया गया. हिमाचल प्रदेश हमीरपुर से लगातार  सांसद चुने जा रहे हैं। मोदी मंत्रिमंडल में एक प्रमुख राजपूत युवा चेहरा के रूप में स्थापित है।

मोदी मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के रूप में पंकज चौधरी को शपथ दिलाई गई. श्री चौधरी कुर्मी समाज से आते हैं और भारतीय जनता पार्टी में ओबीसी समाज के युवा चेहरा है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश महाराजगंज से लोकसभा सांसद है।

अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल ने भी आज एक बार फिर मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए राज्य मंत्री पद की शपथ ली। 40 साल की अनुप्रिया पटेल ओबीसी समाज में उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में मजबूत पकड़ रखती हैं। नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के प्रथम कार्यकाल में भी अनुप्रिया पटेल राज्यमंत्री थी लेकिन बाद में भारतीय जनता पार्टी के साथ उनकी पार्टी का तालमेल बिगड़ गया था । यह मिर्जापुर से लोकसभा सांसद हैं।

आगरा से पांचवी बार लोकसभा सांसद बने सत्यपाल सिंह बघेल ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. श्री बघेल उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रहे हैं। श्री बघेल ने msc-phd की है। पेशे से वकील है।

कर्नाटक से राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। कंप्यूटर साइंस में एमटेक चंद्रशेखर एक टेक्नोक्रेट है। वर्ष 2006 से राज्यसभा सांसद हैं ।

उडुपी चिकमंगलूर से सांसद शोभा कारणदलजे ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. शोभा कारणदलजे दक्षिण में ब्राह्मण चेहरा के रूप में जानी जाती हैं। येदुरप्पा सरकार में मंत्री रह चुकी शोभा दूसरी बार सांसद हैं।

भानु प्रताप सिंह वर्मा ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली . श्री वर्मा जालौन से पांचवी बार लोकसभा सांसद चुने गए हैं . लगभग तीन दशक से राजनीति में सक्रिय श्री वर्मा यूपी विधानसभा के भी सदस्य रहे हैं। बुंदेलखंड के बड़े दलित नेता के रूप में स्थापित है।

दर्शना विक्रम जरदोश ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। वर्तमान में सूरत से सांसद हैं . सूरत में कॉरपोरेटर रह चुकी हैं और पहली बार 2019 में सांसद चुनी गई हैं. पिछले तीन दशक से सक्रिय राजनीति में हैं।

भारतीय जनता पार्टी की तेजतर्रार प्रवक्ता और नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली मीनाक्षी लेखी को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। पेशे से वकील श्रीमती  लेखी के बारे में पहले से ही कयास लगाये जा रहे थे कि इस बार दिल्ली से अगर किसी सांसद को मंत्रिमंडल में शामिल होने का मौका मिलेगा तो उनमें से मीनाक्षी लेखी प्रमुख है। नई दिल्ली क्षेत्र से दूसरी बार सांसद चुनी गई है। मोदी मंत्रिमंडल में दिल्ली से एकमात्र चेहरा होंगी क्योंकि स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने इस्तीफा दे दिया है।

अन्नपूर्णा देवी जो कोडरमा झारखंड से भारतीय जनता पार्टी की सांसद है को भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई. रांची विश्वविद्यालय से इतिहास में m.a. करने वाली अन्नपूर्णा झारखंड में भी कैबिनेट मंत्री रही हैं। अन्नपूर्णा देवी पहले राष्ट्रीय जनता दल में थी और लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुई थी।

चित्रदुर्ग कर्नाटक से सांसद के नारायण स्वामी ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. लगभग तीन दशक से राजनीति में सक्रिय स्वामी कर्नाटक विधानसभा में चार बार विधायक रहे हैं। कर्नाटक सरकार में भी मंत्री रहे हैं।

यूपी के मोहनलालगंज से सांसद कौशल किशोर को भी राष्ट्रपति ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई. श्री किशोर अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं और क्षेत्र में एक प्रभावशाली नेता के रूप में माने जाते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं।

नैनीताल उधम सिंह नगर से सांसद अजय भट्ट को भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई. पेशे से वकील, भट्ट ब्राह्मण चेहरा के रूप में स्थापित हैं । बीजेपी के लिए ब्राह्मण चेहरा के रूप में वर्ष 2019 में पहली बार लोकसभा सांसद चुने गए हैं। उत्तराखंड से प्रतिनिधित्व करने वाले डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने इस्तीफा दे दिया है. इसलिए माना जाता है कि अजय भट्ट को उनके स्थान पर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया।

यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के करीबी बीएल वर्मा आर एस एस ने खण्ड सर कार्यवाह से सफर की शुरुआत की थी और आज मोदी मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के रूप में शामिल किए गए. वर्तमान में यूपी से राज्यसभा सांसद हैं। इन्हें लोधी समाज के नेता के रूप में जाना जाता है।

अजय कुमार को भी राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई. श्री कुमार लोकसभा सांसद हैं जो यूपी से चुने गए हैं और ब्राह्मण समाज से आते हैं।

चौहान देव सिंह को भी राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई. वर्तमान में गुजरात के खेड़ा से लोकसभा सांसद है। दो बार से सांसद है।

बिदर कर्नाटक से सांसद भगवंत खुवा जो पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर हैं उन्हें भी राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। लिंगायत समाज पर मजबूत पकड़ वाले नेता है।

कपिल मोरेश्वर पाटील महाराष्ट्र के भिवंडी से लोकसभा सांसद को भी राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई. महाराष्ट्र में ओबीसी चेहरा है और उन्होंने अपनी राजनीति सरपंच पद से शुरू की. आज मोदी मंत्रिमंडल का हिस्सा बनाए गए हैं। दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं।

प्रतिमा भौमिक त्रिपुरा पश्चिम से पहली बार लोकसभा सांसद चुनी गई है और एक किसान परिवार से ताल्लुक रखती हैं. इन्हें भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।

डॉ सुभाष सरकार, बांकुरा, पश्चिम बंगाल से भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद हैं और पेशे से डॉक्टर एक सामाजिक कार्यकर्ता भी है। इन्होने पुराने पश्चिम बंगाल से होते हुए भी राज्य मंत्री के रूप में हिंदी में शपथ ली। कोलकाता के डॉक्टर सरकार एम्स कल्याणी बोर्ड के मेंबर है और पहली बार लोकसभा सांसद बने हैं।

 

डॉ भगवत कृष्ण राव कराड़ महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद है. इनको भी राष्ट्रपति ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। पेशे से डॉक्टर हैं। औरंगाबाद में कारपोरेशन के मेयर रह चुके हैं।

 

इंफाल मणिपुर से लोकसभा सांसद डॉ राजकुमार रंजन सिंह ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।  भूगोल के प्रोफेसर रहे डॉक्टर सिंह पहली बार लोकसभा सांसद बने हैं।

 

इंदौरी महाराष्ट्र से पहली बार लोकसभा सांसद बनी भारती प्रवीण पवार पेशे से डॉक्टर हैं को भी राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई . डॉक्टर पवार ने कुपोषण मिटाने के लिए काफी काम किया है. वर्तमान में डिंडोरी क्षेत्र का लोकसभा में प्रतिनिधित्व कर रही हैं. नाशिक जिला परिषद की सदस्य भी रही है।

विशेसर टूडू, कटक, उड़ीसा से पहली बार लोकसभा सांसद को भी राज्य मंत्री बनाया गया।

 

पश्चिम बंगाल के शांतनु ठाकुर को भी राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई. श्री ठाकुर अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं और वर्तमान में   भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा सांसद हैं । मतवा समाज से संबंध रखने वाले शांतनु ठाकुर पहली बार सांसद चुने गए हैं।

गुजरात से पहली बार लोकसभा सांसद बनने वाले डॉक्टर मुंजापारा महेंद्र भाई ने भी राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली. वर्तमान में सुरेंद्रनगर गुजरात से लोकसभा सांसद हैं और पैसे से डॉक्टर हैं।

पश्चिम बंगाल से लोकसभा सांसद जॉन बरला जलपाईगुड़ी से हैं को भी राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई। पहली बार सांसद हैं । उन्होंने हिंदी में शपथ ली। लोकसभा में अलीपुरद्वार क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

डॉ एल मुरूगन जो तमिलनाडु से है और पेशे से वकील हैं मोदी मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के रूप में जगह मिली. डॉक्टर मुरूगन एससी एसटी आयोग के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। पेशे से वकील है।

पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से पहली बार लोकसभा सांसद बने निशित प्रमाणिक को भी राज्य मंत्री के रूप में राष्ट्रपति ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

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