केंद्रीय मंत्रियों के समूह को अधिकारियों ने बत्ताया, कोरोना की दूसरी लहर अभी भी समाप्त नहीं हुई
नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने आज वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कोविड-19 पर उच्च स्तरीय मंत्री समूह (जीओएम) की 29वीं बैठक की अध्यक्षता की। उनके साथ नागर विमानन मंत्री हरदीप एस. पुरी, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी शामिल हुए। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. विनोद के पॉल वर्चुअल रूप से उपस्थित थे।बैठक में यह बताया गया कि कोविड 19 के सक्रिय मामले में वृद्धि अभी भी मुख्य रूप से महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बनी हुई है जो राष्ट्रीय कोविड वृद्धि दर से अधिक वृद्धि दर की सूचना दे रहे हैं। जहां 19 राज्य मृत्यु के आंकड़े एक अंकीय (10 से कम) बता रहे हैं, वहीं चार राज्य केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु दैनिक मृत्यु की सूचना सौ से ज्यादा दे रहे हैं।
मंत्रियों के समूह ने कोविड प्रबंधन में अथक परिश्रम से काम करने वाले लोगों की तथा देश भर में कोविड टीकाकरण के कवरेज और गति को बढ़ाने की सराहना की। डॉ. हर्ष वर्धन ने प्रारंभ में कोविड-19 को नियंत्रित करने के भारत के प्रयासों के बारे में स्नैपशॉट दियाः “पिछले 24 घंटों में हमारे पास केवल 46,148 मामले आए जिससे देश में सक्रिय मामले कम होकर 5,72,994 रह गए। ठीक होने की दर में लगातार वृद्धि हो रही है और यह दर आज 96.80 प्रतिशत रही। पिछले 24 घंटे में ठीक होने वालों के 58,578 मामले दर्ज किए गए। आज लगातार 46वां दिन है, जहां हमारे ठीक होने वालों की संख्या नए मामलों से अधिक है। हमारी मृत्यु दर 1.30 प्रतिशत है, दैनिक पॉजिटिविटी दर 2.94 प्रतिशत पर आ गई है और साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर भी 2.94 प्रतिशत है जो 21 दिनों से लगातार 5 प्रतिशत से नीचे है।”
कोविड टीकाकरण अभियान के बारे में डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि भारत ने कोविड-19 टीकाकरण में एक और कीर्तिमान हासिल किया है और अब तक दी गई कोविड वैक्सीन खुराक की कुल संख्या के मामले में संयुक्त राज्य अमेरिका से आगे निकल गई है। अमेरिका ने कोविड के खिलाफ टीकाकरण का काम 14 दिसंबर, 2020 से शुरू किया था जबकि भारत में टीकाकरण अभियान 16 जनवरी, 2021 को शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण की नई नीति के अंतर्गत केंद्र सरकार देश में वैक्सीन निर्माताओं द्वारा तैयार 75 प्रतिशत टीकों की खरीद और आपूर्ति (निशुल्क) राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कर रही है।
उन्होंने बताया कि आज सुबह (सुबह 8 बजे) तक हमने विभिन्न श्रेणियों में अपने देशवासियों को 32,36,63,297 वैक्सीन की खुराक दी है। इनमें 1,01,98,257 हेल्थकेयर वर्कर्स (एचसीडब्ल्यूएस) शामिल हैं जिन्होंने पहली खुराक ली है और 72,07,617 एचसीडब्ल्यू जिन्होंने दूसरी खुराक ली है, 1,74,42,767 फ्रंटलाइन वर्कर्स (एफएलडब्ल्यू) (पहली खुराक), 93,99,319 एफएलडब्ल्यू (दूसरी खुराक) और 18-44 आयु वर्ग के 8,46,51,696 (पहली खुराक) 19,01,190 दूसरी खुराक, 45 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष तक की उम्र के 8,71,11,445 (पहली खुराक), 45 वर्ष से अधिक और 60 वर्ष तक की उम्र के 1,48,12,349 (दूसरी खुराक), 60 वर्ष से ऊपर के 6,75,29,713 (पहली खुराक) और 60 वर्ष से ऊपर के 2,34,08,944 (दूसरी खुराक) शामिल है।
उन्होंने मंत्री समूह के सदस्यों को कोविड-19 के इस चरण में हुए म्यूकोर्मिकोसिस संक्रमणों के वक्रमार्ग से भी अवगत कराया। कुल 40,845 मामले सामने आए हैं जिनमें से 31,344 मामले राइनोसेरेब्रल प्रकृति के हैं। संक्रमण से 3,129 लोगों की मृत्यु हुई है। कुल संख्याओं में से 34,940 रोगियों में कोविड (85.5 प्रतिशत), 26,187 (लगभग 64.11 प्रतिशत) मधुमेह के लिए सह-रुग्ण थे जबकि 21,523 (52.69 प्रतिशत) संक्रमित लोग स्टेरॉयड पर थे। 13,083 मरीज (32 प्रतिशत) 18-45 वर्ग में थे, 17,464 (42 प्रतिशत) 45-60 आयु वर्ग में थे जबकि 10,082 (24 प्रतिशत) रोगियों की उम्र 60+ वर्ष थी।
मंत्री समूह ने दृढ़ता से कोविड उपयुक्त व्यवहार के महत्व को दोहराया। निरंतर सूचना, शिक्षा, संचार (आईईसी) अभियानों के माध्यम से उच्च स्तरीय जागरूकता पर प्रकाश डाला गया। डॉ. वी के पॉल ने मास्क पहनने और हाथ की स्वच्छता के लाभों पर जोर दिया।
सचिव (स्वास्थ्य अनुसंधान) और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने भी सचेत किया कि कोविड-19 की दूसरी लहर अभी भी थमी नहीं है क्योंकि देश के 80 जिलों में अभी भी पॉजिटिविटी ऊंची है। उन्होंने इस स्तर पर किसी भी प्रकार की शिथिलता नहीं करने की सलाह दी। उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ टीके प्रभावी पाए गए हैं।
एनसीडीसी के निदेशक डॉ. सुजीत के सिंह ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड के वक्रमार्ग पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने महामारी विज्ञान के निष्कर्षों के आधार पर एक सूक्ष्म विश्लेषण प्रस्तुत किया, जिसमें मामलों की वृद्धि, विशेष जिलों में मामलों की सघनता और अन्य प्रवृत्तियों जैसे मृत्यु और प्रभावित राज्यों में संक्रमण को प्रेरित करने वाले कोविड-19 के वेरिएंट जैसे महत्वपूर्ण मापदंडों को इंगित किया गया था।
सक्रिय मामले मुख्य रूप से महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बने हुए हैं जो राष्ट्रीय कोविड वृद्धि दर से अधिक वृद्धि दर की सूचना दे रहे हैं। जहां 19 राज्य मृत्यु के आंकड़े एक अंकीय (10 से कम) बता रहे हैं, वहीं चार राज्य केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु दैनिक मृत्यु की सूचना सौ से ज्यादा दे रहे हैं।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की अपर सचिव नीरजा शेखर ने मंत्री समूह को अवगत कराया कि किस प्रकार विभिन्न माध्यमों से वैक्सीन की हिचकिचाहट जैसे विषयों का समाधान किया जा रहा है।
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, सचिव (फार्मा), एस अपर्णा, सचिव (स्वास्थ्य अनुसंधान) और महानिदेशक (आईसीएमआर) डॉ. बलराम भार्गव, आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव अजय सेठ, श्रम सचिव श्री अपूर्व चंद्रा, अपर सचिव (स्वास्थ्य) विकास शील, नीति आयोग के अपर सचिव राकेश संवाल, अपर सचिव, सूचना एवं प्रसारण नीरजा शेखर, डीजीएचएस (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय) डॉ. सुनील कुमार, एनसीडीसी के निदेशक डॉ. सुजीत के सिंह, सशस्त्र बलों (सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा), आईटीबीपी के प्रतिनिधियों और अन्य वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से भाग लिया।