पटना : हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (से०) के राष्ट्रीय महासचिव उमाकांत चौधरी ने बताया कि दुनिया माए *पानी कि कहानी * के मौके पर हमारी पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव, बिहार सरकार में लघु जल संसाधन एवं अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण मंत्री डॉ0 संतोष कुमार सुमन ने सूक्ष्म सिंचाई के लिए तालाबों के अपशिष्ट जल के उपयोग को लेकर चर्चा में कैबिनेट मंत्री डॉ संतोष सुमन के साथ एनआईटी कुरुक्षेत्र के डॉ बलदेव सेतिया के साथ बैठक हुई।
बैठक के दौरान 17 मॉडल तालाब प्रस्तुत किए गए और अपशिष्ट जल को कैसे बचाया जाए और आगे कैसे उपयोग किया जाए, यह प्रस्तुत किया गया। यह मॉडल दोनों राज्यों को अपशिष्ट जल के उपयोग के लिए लाभ देगा।
साथ ही बैठक के दौरान पुलों की सुरक्षा को लेकर भी चर्चा हुई। डॉ विकास गर्ग ने ब्रिज पीयर के आसपास कंपोजिट प्रोटेक्शन डिवाइस पर पेटेंट लिया है। ब्रिज घाट की सुरक्षा के लिए यह प्रोटेक्शन मॉडल लागू किया जाएगा। यह उपकरण पुलों को खुरचने से बचाने में मददगार होगा। यह मॉडल पुलों के जीवनकाल में वृद्धि करेगा। बैठक में स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग के डीन डॉ अजय बंसल भी शामिल हुए। ये प्रस्ताव राज्यों के लिए और अपशिष्ट जल के उपयोग और पुलों को बचाने के लिए सहायक होंगे।
माननीय मंत्री डॉ. संतोष सुमन ने अपनी चिंता व्यक्त की है और दोनों थीसिस परियोजना के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट करने के लिये सहमत दिखे।ऑनलाइन इस कार्यक्रम के मुख्य जनक हरियाणा केंद्रीय विश्वविध्यालय के कुलपति प्रो आर सी कहाड़ रहे। उनके विश्वबिद्यायल्य के स्टूडेंट कोर्डिनेटर अक्षत कांत, अस्मित बर्मन वर्तमान परिवेश में कल कि जल आज कि दुनिया में पानी कि कहानी विषय कि देश कि स्तर पर विश्वविदायलय के आचार्यो कि चिंतन को हम सबको समझे और अपनाये रमेश बिश्नोई ने अपने धन्यवाद ज्ञापन कि करते हुए कहा। आने वाला कल हम सब कि जीवन में जल कि महत्व कि शपथ के साथ सम्पन्न हुई