नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल अकादमी, नागपुर में वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड (एसएजी) में निदेशक के एक (01) पद के सृजन के लिए गृह मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
एनडीआरएफ अकादमी में निदेशक के पद के सृजन के साथ, संगठन की कमान और नियंत्रण एक वरिष्ठ और अनुभवी अधिकारी को सौंपा जाएगा, जो इच्छित उद्देश्यों के अनुसार संस्थान का संचालन कर सकता है। अकादमी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सीडी स्वयंसेवकों, अन्य हितधारकों और सार्क और अन्य देशों की आपदा प्रतिक्रिया एजेंसियों के 5000 से अधिक कर्मियों को वार्षिक कौशल आधारित व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करेगी। इससे हितधारकों की बदलती जरूरतों और आवश्यकता के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रमों का विश्लेषण करते हुए उनमें सुधार भी करेगा। इससे विशेष रूप से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ कर्मियों और अन्य हितधारकों को आपदा प्रतिक्रिया पर दिए जाने वाले प्रशिक्षण के स्तर में अत्यधिक सुधार किया जा सकेगा।
पृष्ठभूमि:
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल अकादमी की स्थापना वर्ष 2018 में नागपुर में राष्ट्रीय नागरिक सुरक्षा कॉलेज (एनसीडीसी) में विलय के साथ की गई थी। अकादमी का मुख्य परिसर निर्माणाधीन है, तब तक यह एनसीडीसी के मौजूदा परिसर से कार्य कर रहा है। अकादमी वर्तमान में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ)/ राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ)/ नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और अन्य हितधारकों को प्रशिक्षण प्रदान करती है और इसकी अवधारणा अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान के तौर पर विकसित होने के लिए की गई है। यह सार्क और अन्य देशों के आपदा मोचन कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण भी प्रदान करेगा।