हरिंद्र धींगड़ा बैंक घोटाला मामले में फर्जी कागजात तैयार करने का आरोपी पत्रकार शहनवाज आलम गिरफ्तार , पुलिस ने हुड्डा विभाग के दो फर्जी मोहर भी बरामद किये, पैसे लेकर ख़बरें छपवाने का भी आरोप

Font Size

गुरुग्राम : अपने आपको RTI Activist बताने वाले हरिन्द्र धींगड़ा व 02 बेटों के साथ योजनाबद्ध तरीके से आम जनता का बैंकों में रखा हुआ पैसा लोन के तौर पर लेकर करोङों रुपये का गबन करने के मामले में कथित संलिप्त एक और साथी आरोपी को गुरुग्राम पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी के कब्जा से 02 फर्जी मोहर (हुड्डा विभाग) भी पुलिस टीम द्वारा बरामद की गई। जांच में पता चला है कि आरोपी फर्जी दस्तावेज बनाने में फर्जी मोहर का प्रयोग करता था. इसकी पहचान मो. शहनवाज आलम मूल निवासी झारखंड के रूप में हुई है जो कुछ वर्ष पूर्व गुरुग्राम में पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ था और अब धींगड़ा के लिए काम करता था जिस पर पैसे लेकर ख़बरें छपवाने के आरोप लगे हैं.

गुरुग्राम पुलिस क्या है कहना ?

गुरुग्राम पुलिस के पी आर ओ सुभाष बोकन ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी हरिन्द्र धींगड़ा तथा उसके दोनों बेटों (तरुण धींगड़ा व प्रशान्त धींगड़ा) को अदालत के सम्मुख पेश किया गया। अदालत के आदेशानुसार आरोपी हरिन्द्र धींगड़ा को न्यायिक हिरासत में 14 दिन के लिए जेल भेजा गया तथा आरोपी के दोनों बेटों को पूछताछ के लिए 06 दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया गया।

▪️दिनांक 16.04.2021 को गुरुग्राम पुलिस को हरिन्द्र धींगड़ा, उसकी पत्नी पूनम धींगड़ा, उसके बेटे प्रशान्त धींगड़ा व तरुण धींगड़ा ने अपने प्लॉट नम्बर 7/डी0-4ए0, डी0एल0एफ0 फेस-1, गुरुग्राम पर वर्ष 2003 में अपनी कम्पनी M/s Elegance Fabrics Pvt. Ltd. के नाम से करोडों रुपये का लोन लेकर बैंक को लोन का पैसा ना देकर तथा उसी प्रोपट्री को दोबारा से OBC Bank में Mortgage करके हरिन्द्र धींगड़ा के बेटे प्रशान्त धींगड़ा ने अपनी फर्म Tarun Exports के नाम से करोडों का दोबारा से लोन लेकर बैंकों से लिया गया लोन का पैसा ना भरने की नीयत से बैंकों के साथ धोखाधडी व अदालतों में झूठी सूचना देकर जाली दस्तावेजों के आधार पर उपरोक्त प्लॉट की हरिन्द्र धींगड़ा ने अपने दूसरे बेटे तरुण धींगड़ा व अपने पौत्र गर्व धींगड़ा पुत्र प्रशान्त धींगड़ा के नाम पर फर्जी तौर पर Transfer
Deed in Blood relation कराकर आम जनता के करोडों रुपये बैंको से लोन के माध्यम से गबन करने के सम्बन्ध में एक शिकायत हुई।

▪️राजपत्रित अधिकारी द्वारा उपरोक्त शिकायत की जांच के दौरान पाया कि हरिन्द्र धींगड़ा ने अपनी पत्नी पूनम धींगड़ा व अपने दोनों बेटों प्रशान्त धींगड़ा, तरुण धींगड़ा व प्रशान्त धींगड़ा की पत्नी तानी धींगड़ा व अपने पौत्र गर्व धींगड़ा पुत्र प्रशान्त धींगड़ा के साथ मिलकर बडी चालाकी से आपस में साझ-बाझ होकर योजनाबद्ध तरीके से बैंकों से करीब 15 करोड रुपये लोन के लेकर गबन किया है। जाँच के उपरान्त उपरोक्त आरोपियों के विरुद्ध थाना डी0एल0एफ0 फेस-1, गुरुग्राम में सम्बन्धित धाराओं 420,467,468,471,120बी भा.द.स. के तहत नियमानुसार अभियोग अंकित किया गया।

▪️उपरोक्त अभियोग की गम्भीरता को देखते हुए अभियोग के अनुसंधान हेतू सहायक पुलिस आयुक्त अपराध द्वितीय, गुरुग्राम की देखरेख में एक विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया। इस गठित विशेष अनुसंधान टीम द्वारा उक्त अभियोग में आगामी कार्यवाही करते हुए दिनांक 10.05.2021 को उपरोक्त अभियोग में नामजद तीनों मुख्य आरोपियों 1. हरिन्द्र धींगड़ा व उसके दोनों बेटों 2. तरुण धींगड़ा तथा 3. प्रशांत धींगड़ा को काबू करके अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।

▪️उपरोक्त आरोपियों सम्बन्ध में पुलिस द्वारा गठित की गई टीम की जाँच व आरोपियों से पूछताछ में यह भी सामने आया कि हरिन्द्र धींगड़ा जो अपने आपको एक RTI Activist बताता है। वह अपने साथियों के साथ मिलकर RTI Act. का नाजायज फायदा उठाते हुए बैंकों/सरकारी कर्मचारियों/अधिकारियों पर दबाव बनाने की नियत से आम जनता को सरकारी तन्त्र का भय दिखाकर उन पर दबाव बनाकर पैसें एठनें का काम करता है। RTI के माध्यम से बिल्डर्स/सरकारी कर्मचारियों/अधिकारियों पर दबाव बनाकर नाजायज तरीके से जमीनों पर कब्जा करना एवम् पैसें ऐठनें का काम करते है।

▪️कल दिनांक 10.05.2021 को उपरोक्त अभियोग में गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों 1. हरिन्द्र धींगड़ा व उसके दोनों बेटों 2. तरुण धींगड़ा तथा 3. प्रशांत धींगड़ा को माननीय अदालत के सम्मुख पेश किया गया। आरोपी हरिन्द्र धींगड़ा को अदालत के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेजा गया तथा आरोपी तरुण धींगड़ा तथा प्रशांत धींगड़ा को 06 दिन के पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर हासिल किया गया।

▪️उपरोक्त मामले में गठित विशेष अनुसंधान टीम द्वारा उपरोक्त आरोपियों से की गई पुलिस पूछताछ व अपनी समझबुझ से उपरोक्त आरोपियों के साथ सालसाजी में सम्मलित उक्त आरोपियों के एक अन्य साथी को आज दिनांक 11.05.2021 को गुरुग्राम से काबू करनें कामयाबी हासिल की है। आरोपी की पहचान मो. शहनवाज आलम पुत्र मोहम्मद शमीम आलम निवासी अमन सोसायटी, गेट नं. 1, ब्लॉक जी, न्यू आजाद नगर, धनबाद, झारखण्ड हाल निवासी 133/31 लक्ष्मण विहार, फेस-2, गुरुग्राम के रुप में हुई।

▪️आरोपी शहनवाज आलम उक्त को उपरोक्त अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।

▪️आरोपी शहनवाज आलम उक्त से पुलिस द्वारा की गई प्रारम्भिक पूछताछ में आरोपी द्वारा उपरोक्त आरोपियों के साथ मिलकर फर्जी तरीके से फर्जी दस्तावेज तैयार करना ज्ञात हुआ है।

▪️आरोपी से पुलिस पूछताछ में यह भी ज्ञात हुआ है कि उपरोक्त आरोपी हरिन्द्र धींगड़ा व उसके परिवारजनों द्वारा प्लॉट के अदला बदली व कोर्ट केस के लिए फर्जी कागजात बनाने के लिए इसने उन्हें हुड्डा विभाग के तहसीलदार की फर्जी मोहर उपलब्ध कराई थी। हरिन्द्र धींगड़ा द्वारा बड़े व्यापारियों, बिल्डरों व अधिकारियों की RTI Act के माध्यम से ली गई जानकारियों को यह न्यूज पेपर/मैगजीन में छपवाता था। जिसके बदले हरिन्द्र धींगड़ा इसको रुपए देता था। हरिन्द्र धींगड़ा द्वारा इसके बैंक खाते में रुपए भी ट्रांसफर किये है व बहुत बार इसने नगद भी प्राप्त किए है।

▪️पुलिस टीम द्वारा आरोपी के कब्जा से 02 फर्जी मोहर (हुड्डा विभाग) भी पुलिस टीम द्वारा बरामद की गई है।

▪️पुलिस टीम द्वारा आगामी कार्यवाही करते हुए आरोपी से अन्य साथी आरोपियों व अन्य वारदातों के बारे में गहनता से पूछताछ की जा रही है। पुलिस पूछताछ में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके अनुसार नियमानुसार आगामी की जाएगी। अभियोग अनुसंधानाधीन है।

You cannot copy content of this page