नई दिल्ली : भारत-कजाखस्तान संबंधों को मजबूत बनाने के भारत के प्रयास के रूप में भारत और कजाखस्तान की सेना संयुक्त रूप से ‘प्रबल दोस्तकी-16’ अभ्यास कर रही हैं। भारतीय सेना ने विभिन्न पलाटून के जवान शामिल हैं। कजाखस्तान की सेना में विशेष संचालन इकाई के पालटून को शामिल किया गया है। यह अभ्यास कजाखस्तान के कारागंडा क्षेत्र में चलाया जा रहा है और 17 सितंबर, 2016 तक चलेगा।
14 दिनों के अभ्यास का प्रमुख उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के तत्वावधान में ग्रामीण और अर्ध शहरी माहौल में आतंकवाद और उग्रवादी चुनौतियों का सामना करने में अंतर-संचालन क्षमता को बढ़ाना है। अभ्यास दो चरणों में चलाया जाएगा। पहले चरण में एक-दूसरे के युद्ध कौशल, ड्रील, हथियार और उपकरण से परिचित होना है, जबकि दूसरे चरण में दोनों सेनाओं की टुकड़ियां कृत्रिम माहौल में हेलिकॉप्टर से युद्ध कार्रवाई करेंगी। अभ्यास में ड्रील और शारीरिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
‘प्रबल दोस्तकी’ अभ्यास दोनों देशों के बीच सैन्य और राजनयिक संबंध को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।