41 दिन बाद पुलिस ने विवाहिता को ससुराल से छुडाया

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पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया, दोनो पक्षों को शुक्रवार को नगीना थाने में बुलाया

पीडित लडकी बोली, जहर खाकर मर जाउंगी लेकिन जिंदगी भर ससुराल नहीं जाउंगी

दहेज के लिए विवाहिता को ससुराल में बंधक बनाकर रखा था 

यूनुस अलवी

पुन्हाना:  पिछले करीब डेढ महिने से ससुराल में बंधक बनाकर रखी गई विवाहिता को आखिरकार नगीना पुलिस ने बृहस्पतिवार को पुलिस ने आरोपियों के चंगुल से छुडाकर उसके परिजनों को सौंप दिया। वहीं अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई ने होने से पीडित परिवार का पुलिस के खिलाफ भारी रौष है। वहीं पीडित लडकी का कहना है अब वे जिंदगी भर ससुराल नहीं जाऐगी क्योंकि ससुराल वालों ने उसे नर्क बना दिया था। 

  पुन्हाना खण्ड के गांव मामलीका निवासी पीडित अजहरूदीन ने बताया कि उसकी बहन कि शादी 15 मई 2016 को नगीना खण्ड के गांव अटेरना शमशादबाद में आरिफ पुत्र दीन मोहम्मद के साथ शादी की थी। शादी में उसने आईटेन ग्रांड कार और एक लाख रूपये दहेज में दिये थे। लेकिन आरोपी उस दहेज से खुश नहीं थे। शादी के सात दिन बाद आरोपियों ने लडकी के सभी जेवर उतारकर घर भेज दिया। उसके करीब चार महिने बाद यानि 4 नवंबर 2016 को पंचायत के जरिये बहन को उसकी ससुराल भेज दिया था। लेकिन आरोपी वहीं पांच लाख रूपये कि डिमांड फिर करनेे लगे, बहन का दर्द उससे देखा नहीं गया तो उसके पास कोई पैसा होने कि वजह से उसने अपनी पुष्तेनी दो कनाल 15 मरला जमीन को बहन के नाम 28 नवंबर को रजिस्ट्री करा दी लेकिन आरोपी फिर भी खुश नहीं हुऐ और पांच लाख रूपये कि डिमांड कर रहे हैं।

    अजहरूदीन का कहना है कि पिछले करीब ढेड महिने से उसकी बहन को ससुराल वाले मारपिटाई कर रहे हैं। गत 12 दिसंबर को उसकी बडी बहन बस्सी और रूकसीना जो गांव रायपुर में जा रही थी उनके साथ मेरा जीजा न्याज मोहम्मद भी साथ था। बहन से मिलने के लिये उसकी ससुराल अटेरना शमशाबाद घर चले गये। आरोपियों ने तीनों बहनों और बहनोई के साथ जमकर मारपिटाई कि और दोनो बहनों के गले में सोने कि हंसली, जीजा के गले कि चैन, 24 हजार रूपये का चैक और 20 हजार नगद छीन लिये।

   उन्होने बताया कि इसकी लिखिति शिकायत नगीना पुलिस और नूंह कि महिला थाने पुलिस में दे दी है लेकिन पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि आरोपियों से ही सांठगांठ कर रही है। उन्होने कहा कि बृहस्पतिवार को पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से उसकी बहन को छुडवा तो लिया है।

क्या कहती है पीडित लड़की ? 

 पीडित लडका का कहना है कि उसकी मां का 1994 और पिता का साया 2005 में बच्पन में ही उठ गया था। उसके भाई अजहरूदीन ने उसे एक बेटी की तरह पाला, उसे शादी में पुस्तेनी एक एकड जमीन बैचकर आईटेन कार और एक लाख रूपये दहजे में दिये। लेकिन दहेज के लोभी इससे भी खुश नहीं हुऐ और पांच लाख रूपये कि डिमांड करने लगे। पीडिता का कहना है कि अब वह जहर खाकर तो मर जाऐगी लेकिन ससुराल कभी नहीं जाऐगी क्योंकि उन्होने पिछले एक महिना 11 दिन में जितना तडफाया शायद कोई दुश्मन भी ऐसे बरताव नही कर सकता। उसे कई-कई दिनों तक खाना नहीं दिया जाता था। हर रात उसके साथ मरपिटाई की जाती थी। उसकी ससुराल वालों ने उसे एक नर्क बना दिया था।

 

क्या कहते हैँ थाना प्रभारी ?

   वहीं नगीना थाना प्रभारी ने बताया कि उनको मारपिटाई कि शिकायत मिल गई है पीडित लडकी को आरोपियो के चंगुल से छुडाकर लडकी वालों से सौंप दिया है तथा शुक्रवार को दोनों पक्षों को थाने बुला रखा है जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाऐगी। 

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