
सुभाष चौधरी
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी @narendramodi ने अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के द्वितीय चरण और सूरत मेट्रो रेल परियोजना के निर्माण कार्य का शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज 17000 करोड़ रुपये से ज्यादा के इन्फ्रास्ट्रक्चर का काम शुरू हो रहा है। ये दिखाता है कि कोरोना के काल में भी नए इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को लेकर देश के प्रयास लगातार बढ़ रहे हैं. सूरत मेट्रो रेल इस शहर की प्रगति को अविरल गति देने का काम करेगी। पीएम ने कहा कि अहमदाबाद के बाद सूरत गुजरात का दूसरा बड़ा शहर है जो मेट्रो जैसे आधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जुड़ेगा। सूरत में मेट्रो नेटवर्क एक प्रकार से पूरे शहर के महत्वपूर्ण व्यापारी केंद्र को आपस में कनेक्ट करेगा.
पीएम ने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा भारत में है, सबसे बड़ा एफोर्डेबल हाउसिंग प्रोग्राम, हेल्थ इंश्योरेंस प्रोग्राम, 6 लाख गांवों को तेज इंटरनेट से जोड़ने का कार्य भी भारत में चल रहा है। दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भी भारत में ही शुरू हुआ है. उत्तरायण की शुरुआत में आज अहमदाबाद और सूरत को बहुत ही अहम उपहार मिल रहा है। देश को दो बड़े व्यापारिक केंद्रों में मेट्रो कनेक्टिविटी को और मजबूत करने का कार्य करेगी.
प्रधानमन्त्री ने कहा कि 2014 से पहले के 10-12 वर्ष में सिर्फ 225 किमी मेट्रो लाइन ऑपरेशनल हुई थी। वहीं बीते 6 वर्षों में 450 किमी से ज्यादा मेट्रो नेटवर्क चालू हो चुका है। इस समय देश के 27 शहरों में 1000 किमी से ज्यादा के नए मेट्रो नेटवर्क पर काम चल रहा है.
उन्होंने कहा कि आज से अहमदाबाद मेट्रो के दूसरे चरण का काम शुरू हो रहा है। इसमें मोटेरा स्टेडियम से महात्मा मंदिर तक एक कॉरिडोर बनेगा और दूसरे कॉरिडोर से जीएनएलयू- जीआईएफटी सिटी आपस में जुड़ेंगे। इसका लाभ शहर के लाखों लोगों को होगा. आज हम शहरों के transportation को एक इंटीग्रेटेड सिस्टम के तौर पर विकसित कर रहे हैं। यानी बस, मेट्रो, रेल सब अपने अपने हिसाब से नहीं दौड़ें, बल्कि एक सामुहिक व्यवस्था के तौर पर काम करें, एक दूसरे के पूरक बनें। देश में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि 6 वर्षों में 450 किमी से ज्यादा #Metro नेटवर्क चालू हो चुका है, इस समय देश के 27 शहरों में 1000 किमी से ज्यादा के नए मेट्रो नेटवर्क पर काम चल रहा है, हम शहरों के ट्रांसपोर्टेशन को इंटीग्रेटेड सिस्टम के तौर पर विकसित कर रहे हैं.
उनका कहना था कि हमने हर उद्यम को गले लगाने वाली सूरत स्पिरिट पर बल दिया। आज सूरत आबादी के लिहाज से एक तरफ देश का आठवां बड़ा शहर है, लेकिन दुनिया का चौथा सबसे विकसित होता शहर भी है। दुनिया के हर 10 हीरों में से 9 सूरत में तराशे जाते हैं. आज हम शहरों के ट्रांसपोर्टेशन को एक इंटीग्रेटेड सिस्टम के तौर पर विकसित कर रहे हैं। यानी बस, मेट्रो, रेल सब अपने अपने हिसाब से नहीं दौड़ें, बल्कि एक सामुहिक व्यवस्था के तौर पर काम करें, एक दूसरे के पूरक बनें.