नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय उद्योग जगत से गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार की ओर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया है। उन्होंने आज विभिन्न उद्योग संगठनों के पदाधिकारियों से बातचीत में उनसे अगले महीने के कुछ दिन इन पहलुओं पर गहन विचार मंथन के लिए निर्धारित करने का आग्रह किया जिससे कि भारत को उच्च गुणवत्ता, दक्ष निर्माता, कारोबारी और सेवा प्रदाता के रूप में मान्यता मिलना आरंभ हो।
वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा कि यह सेक्टर या क्षेत्र वार किया जा सकता है जिससे कि हितधारकों के बीच जानकारी को साझा किया जा सके और इन पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाए। श्री गोयल ने कहा कि प्रमुख कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजों में ज्यादातर के लाभ में खासी वृद्धि देखी गई है। इससे यह भी पता चलता है कि भारतीय उद्योग ने कोविड के संकट काल का उपयोग अपने आप को चुस्त-दुरुस्त करने, उत्पाद-मिश्र को बेहतर बनाने और गुणवत्ता तथा उत्पादकता पर ध्यान केंद्रित करने में किया है। अभियान की तरह इसे आगे बढ़ाने में उद्योग जगत के समर्थन का आह्वान करते हुए श्री गोयल ने कहा कि गुणवत्ता और उत्पादकता संकट काल को अवसर में बदलने में मदद कर सकती हैं।
श्री गोयल ने कहा कि भारतीय उद्योग ने कठिन समय में लचीलापन और विश्वास प्रदर्शित किया है जिससे देश को महामारी से लड़ने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था मजबूती बहाल होने के मजबूत संकेत दिखा रही है और अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में भी भारत की प्रतिष्ठा कई स्तरों पर बढ़ी है तथा उसे एक भरोसेमंद सहयोगी के रूप में देखा जा रहा है।
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि भारत इस समय से भी उबर कर और मजबूत तथा विजेता बनकर सामने आएगा। वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा कि परिस्थितियां बदलेंगी और भारत मजबूत स्थिति में, समान शर्तों पर विश्व के साथ काम करने की स्थिति में समर्थ होगा। उन्होंने पदाधिकारियों से स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां जारी रखने की अपील करते हुए कहा कि अब इस स्थिति में ढिलाई बरतने से समस्याएं पैदा हो सकती हैं। श्री गोयल ने कहा कि उद्योग संगठनों के सुझाव को सरकार ने संज्ञान में लिया है तथा विभिन्न विभागों द्वारा उनके समुचित परीक्षण के बाद उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी।
उद्योग संगठनों के साथ यह बैठक श्री गोयल द्वारा देश में कोविड-19 महामारी की शुरुआत के साथ किए जा रहे परामर्श की कड़ी का ही एक हिस्सा थी। इसके पूर्व के संवाद के दौरान मैदानी स्तर से कई सुझाव और प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुई थीं जिससे सरकार को उपयुक्त प्रत्युत्तर को अंतिम रूप देने में मदद मिली थी। आज की बैठक में अधिकांश भागीदारों ने कठिन दौर में सरकार द्वारा समय पर हस्तक्षेप और नीतिगत कार्रवाई के द्वारा सहयोग प्रदान करने और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। विभिन्न विभागों के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।