सुभाष चंद्र चौधरी /संपादक
नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार चरम पर है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संयुक्त चुनावी रैलियों कर रहे हैं तो दूसरी तरफ राहुल गांधी और तेजस्वी यादव जनता के बीच जा रहे हैं। इस बीच एबीपी न्यूज चैनल और सी वोटर्स सर्वे में कारए गए ओपिनियन पोल में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को बहुमत मिलने के प्रबल आसार दिखाई पड़ रहे हैं। यहां कुल सीटों में से एनडीए को सीटें, महागठबंधन को सीटें, लोजपा को सीटें जबकि अन्य को भी सीटें मिलने का दावा किया गया है। जाहिर है अगर चुनाव में यही ट्रेंड जारी रहा तो बिहार में एक बार फिर एनडीए की सत्ता में वापसी होगी और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नीतीश कुमार ही बैठ सकते हैं। स्पष्तः यहां एनडीए के पक्ष में एकतरफा माहौल बनता दिख रहा है।
इस सर्वे में नीतीश कुमार की लोकप्रियता विरोध के बावजूद सबसे ऊपर है और तेजस्वी यादव, चिराग पासवान के साथ साथ भाजपा नेता व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी उनके आसपास भी नहीं हैं।
इस सर्वे में दावा किया गया कि कुल 30 हजार लोगों से ओपिनियन लिया गया जिसके आधार पर यह रिजल्ट दिखाया गया है। सर्वे में बिहार को भाषाई और अन्य भौगिलिक परिस्थितियों को ध्यान में रख कर 5 क्षेत्रों में बाँट कर सर्वे किया गया।
यहां विधानसभा की कुल 243 सीटों में से एनडीए को 135 से 159 सीटें, महागठबंधन को 77 से 98 सीटें, लोजपा को 1 से 5 सीटें जबकि अन्य के खाते में 4 से 8 सीटें जाती हुई दिख रही है।
सीमांचल में 24 सीटें हैं जहां कुल जनसंख्या का 10 प्रतिशत इसी इलाके में है ।
11 से 15 सीटें एनडीए नीतीश 28 प्रतिशत वोट
8 से 11 सीटें महागठबंधन तेजस्वी 46 प्रतिशत
लोजपा को कोई सीट नहीं 4 प्रतिशत
अन्य को एक सीट – 22 प्रतिशत
अंग प्रदेश 27 सीटें 11 प्रतिशत आबादी 1.25 करोड़ लोग रहते हैं
एनडीए 16 से 20
राजद 6 से 10
लोजपा 0 से 2 सीटें
अन्य को 0 से एक सीट
मिथिलांचल 50 सीटें
नीतीश को 41 प्रतिशत। 27 से 31 सीटें
राजद को 38 प्रतिशत 18 से 21 सीटें
लोजपा को 4 प्रतिशत 1 से 3 सीटें
अन्य को 17 प्रतिशत 0 से 1 सीट
मगध प्रदेश 69 सीटें
एनडीए को 36 से 44 सीटें
राजद को 23 से 30 सीटें
लोजपा को 0
अन्य को 2 से 3 सीट
उत्तर बिहार में 73 सीटें, जहां 30 प्रतिशत आबादी रहती है
इस इलाके से
एनडीए को 45 से 49 सीटें 46 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना
महागठबंधन को 22 से 26 सीटें 32 प्रतिशत वोट
लोजपा को कोई सीट नहीं 3 प्रतिशत सीटें
अन्य को 1 से 2 सीटें 19 प्रतिशत वोट मिलने की संभावना
इस सर्वे के अनुसार बिहार विधानसभा चुनाव में कुल मिलाकर 243 सीटों पर वोटों का बंटवारा इस प्रकार होगा :
एनडीए को 43 प्रतिशत वोट
महागठबंधन को 35 प्रतिशत
लोजपा को 4 प्रतिशत
अन्य को 18 प्रतिशत कुल वोट मिलने के आसर हैं।
किसका 15 साल बेहतर इस सवाल पर भी नीतीश राज को सबसे बेहतर बताया गया। उनकी लोकप्रियता आज भी बिहार में सबसे ऊपर है। एंटी इनकंबेंसी का असर तो है लेकिन उतना नहीं जिससे नीतीश कुमार की कुर्सी चली जाए। यह कहना बेहतर होगा कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो नीतीश कुमार को बिहार की बहुतायत जनता चौथी बार मुख्यमंत्री बनाने जा रही है।
सर्वे में यह कहा गया कि बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है लेकिन बदलाव नहीं चाहते हैं क्योंकि विपक्ष की विश्वसनीयता जनता की नजर में आशंकित है। महागठबंधन में शामिल कांग्रेस हासिये पर है जबकि एनडीए से अलग हुई लोजपा का खुद का कोई आधार बनता नहीं दिख रहा है। लोग लोजपा को सिरियसली नहीं ले रहे हैं।