नई दिल्ली। विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने तथा वैज्ञानिक चेतना को बढ़ावा देने के लिए नामांकन आमंत्रित किए गए हैं।
भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद (एनसीएसटीसी) ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों को पहचानने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार 2020 के लिए नामांकन आमंत्रित किए हैं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी पुरस्कार प्रत्येक वर्ष 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर एक विशेष समारोह में नई दिल्ली में प्रदान किए जाते हैं।
विज्ञान को लोकप्रिय बनाने तथा संचार के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रयासों को प्रोत्साहित करने एवं मान्यता दिलाने और वैज्ञानिक अभिरुचि को बढ़ाने में अपना योगदान देने वाले लोगों तथा संस्थाओं को छह श्रेणियों में यह पुरस्कार पिछले पांच वर्षों से हर साल प्रदान किए जाते हैं। पुरस्कारों में एक प्रशस्ति पत्र, एक स्मृति चिन्ह और नकद धनराशि शामिल होते हैं।
ये श्रेणियां विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार में उत्कृष्ट प्रयास हैं, जिसमें पांच लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है। पुस्तकों और पत्रिकाओं सहित प्रिंट मीडिया के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार, बच्चों के बीच विज्ञान और प्रौद्योगिकी लोकप्रिय बनाने, लोकप्रिय विज्ञान और प्रौद्योगिकी साहित्य का अनुवाद, नवीन और पारंपरिक तरीकों के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार, इलेक्ट्रॉनिक माध्यम में विज्ञान और प्रौद्योगिकी संचार की अंतिम 5 श्रेणियों में प्रत्येक के लिए नकद राशि 2 लाख रुपये निर्धारित है।
ये पुरस्कार प्रतिवर्ष प्रदान किए जाते हैं और 35 वर्ष से अधिक आयु के सभी भारतीय नागरिकों के साथ-साथ भारत में पंजीकृत सभी संस्थानों को इसमें मौका दिया जाता है या फिर आवेदन को केंद्र/ राज्य सरकार/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा प्राधिकृत एक सक्षम प्राधिकारी द्वारा लिखित रूप में अनुशंसित होना चाहिए।
योजना की पूर्ण जानकारी, पात्रता की शर्तें, आवेदन प्रारूप आदि की जानकारी के लिए इच्छुक आवेदक विभाग की वेबसाइट www.dst.gov.in पर जा सकते हैं।
विधिवत भरा हुआ नामांकन फॉर्म सहायक दस्तावेजों के साथ डॉ. एबीपी मिश्रा वैज्ञानिक एनसीएसटीसी डिवीजन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग को ई-मेल: [email protected] पर 31 अक्टूबर 2020 तक भेज दिया जाना चाहिए।