नारकीय जीवन जीने को मजबूर मौहल्लेवासी

Font Size

नालियों के गंदे पानी के मुख्य रास्ते मे सड़ने से फैल रहा है संक्रमण

जुरहरा,( भरतपुर) रेख चंद्र भारद्वाज : कोरोना वायरस के चलते प्रशासन की ओर से साफ-सफाई बरतने के दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं. आमजन से भी अपने आस-पास साफ-सफाई रखने की अपील की जा रही है लेकिन स्थानीय ग्राम पंचायत प्रशासन की उदासीनता के चलते कस्बे के सरकारी अस्पताल के सामने वाली गली को सैनी मोहल्ले व अन्य मोहल्लों से जोड़ने वाले रास्ते में एक साल से भी ज्यादा समय से करीब एक फीट तक नालियों का गंदा पानी भरा हुआ है. इसके चलते सरकारी अस्पताल जाने वाली गर्भवती महिलाओं, मरीजों व बुजुर्गों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्राम पंचायत प्रशासन की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.

नारकीय जीवन जीने को मजबूर मौहल्लेवासी 2

इसके चलते बीमारियां फैलने व संक्रमण फैलने की आशंका भी पैदा हो गई है। ग्राम पंचायत जुरहरा सहित उपखण्डाधिकारी कामां, विकास अधिकारी को इस बारे में लिखित रूप से एवं मौखिक रूप से शिकायत भी कई बार की जा चुकी है. अभी तक कोई हल नहीं हो पाया है। जबकि नालियों के पानी के मुख्य रास्ते में एकत्रित हो जाने से उसमें सड़ांध मार रही है।

जानकारी के अनुसार जुरहरा कस्बे के सैनी मोहल्ला सहित कई अन्य मोहल्लों को राजकीय अस्पताल, गर्ल्स स्कूल, बस स्टैंड से जोड़ने वाले रास्ते में कई महीनों से पानी की निकासी नहीं होने के कारण महीनों से नालियों का गंदा पानी भरा हुआ है. पानी के काफी दिनों से भरे होने के चलते पानी पूरी तरह सड़ गया है. इसमें से न केवल सड़ांध मार रही है बल्कि मच्छर भी पैदा हो रहे हैं. इससे बीमारियां फैलने व संक्रमण फैलने का खतरा भी पैदा हो गया है.

इस रास्ते से होकर राजकीय किरोड़ीलाल स्वर्णकार अस्पताल जाने वाली गर्भवती महिलाओं, मरीजों एवं राहगीरों को बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जलभराव के कारण निकास नहीं होने से आमजन को अस्पताल व बाजार जाने के लिए दूसरे रास्तों से होकर जाना पड़ रहा है। पानी निकासी की समस्या एवं जलभराव की समस्या के बारे में उपखण्डाधिकारी कामां, विकास अधिकारी कामां, ग्राम पंचायत सचिव व सरपंच को कई बार मौखिक व लिखित रूप से अवगत कराया जा चुका है. उनका आमजन की इस समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं है.

यह समस्या दिनों-दिन विकराल रूप लेती जा रही है जिसका खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है। आलम यह है कि लोगों के द्वारा पानी में से निकलने के लिए ईटें व पत्थर जमा रखे हैं. इनसे होकर आमजन को निकलना पड़ता है. यहाँ गिरकर कई बार लोगों को चोटिल भी होना पड़ जाता है। गत दिनों मोहल्ले वासियों के द्वारा उपखण्डाधिकारी कामां कार्यालय पहुंचकर एसडीएम को ज्ञापन भी दिया गया था लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हो पाई है।

You cannot copy content of this page