– नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक की
– निगमायुक्त ने विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाली शिकायतों की समीक्षा की
गुरूग्राम, 4 अगस्त। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे नगर निगम गुरूग्राम के पास विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाली शिकायतों में से नागरिक सेवाओं से जुड़ी शिकायतों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करें।
निगमायुक्त ने उक्त निर्देश मंगलवार को अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाली शिकायतों की समीक्षा करते हुए दिए। उन्होंने कहा कि नागरिक सेवाओं जैसे-पानी, सीवरेज, स्ट्रीट लाईट, सफाई, सडक़ आदि से जुड़ी शिकायतें सीधे आमजन से जुड़ी होती हैं। ऐसी शिकायतों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित समयसीमा के भीतर करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट तौर पर कहा कि सीएम विंडो से प्राप्त होने वाली शिकायतों को बिना किसी उचित कारण के लंबित ना रखें तथा इन शिकायतों को गंभीरता से लें, अन्यथा संबंधित अधिकारी के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई शिकायत आपके डिवीजन या विभाग से संबंधित नहीं है, तो उसे समय पर संबंधित डिवीजन या विभाग के पास भिजवाएं क्योंकि यह भी एक जिम्मेदारी है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के सैक्टरों में केवल सर्विसिज की जिम्मेदारी नगर निगम के पास है। अगर एस्टेट संबंधी कोई शिकायत निगम के पास आती है, तो उसे एचएसवीपी के पास भेजें। निगमायुक्त ने अतिरिक्त निगमायुक्तों तथा संयुक्त आयुक्तों से भी कहा कि वे सीएम विंडो पर भेजे जाने वाले जवाब को सुपरवाईज जरूर करें। बैठक में बताया गया कि सीएम विंडो के माध्यम से 225 ऐसी शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जो नागरिक सेवाओं से जुड़ी हुई हैं। निगमायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन शिकायतों का समाधान अगले 15 दिन के भीतर करें।
बैठक में अतिरिक्त निगमायुक्त जसप्रीत कौर एवं सुरेन्द्र सिंह, संयुक्त आयुक्त जितेन्द्र कुमार, हरीओम अत्री एवं इन्द्रजीत कुल्हडिय़ा, एडीशनल म्यूनिसिपल कमिशनर रोहताश बिश्रोई, चीफ इंजीनियर रमन शर्मा, मैडीकल ऑफिसर डा. आशीष सिंगला सहित कार्यकारी अभियंता एवं जोनल टैक्सेशन ऑफिसर उपस्थित थे।