गौ माता की सेवा तीर्थ के समान : विश्वदेवानंद तीर्थ जी महाराज

Font Size

गुड़गांव 14 जुलाई 2020: श्री मद् जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री विश्वदेवानंद तीर्थ जी महाराज श्री स्थल सिद्धपुर ,उत्तर गुजरात ने कहा कि गौ माता की सेवा एक तीर्थ के समान है। उन्होंने कहा कि जिस मनुष्य ने गौ माता की सच्चे मन से सेवा की है उसके सभी प्रकार के दुख दूर होंगे। गौमाता में सभी तीर्थ आते हैं।

उनका कहना है कि जिस गौ की पीठ में ब्रह्मा, गले में विष्णु , मुख में रुद्र, बीच में समस्त देवता, रोमो में महर्षि गण, पूछ में नाग, खुरागो में आठों पर्वत, मूत्र में गंगा आदि नदियां, दोनों नेत्रों में चंद्र सूर्य और सतनों में वेद बसते हैं, वह गौ मुझे वर देने वाली हो। गौमाता ही लक्ष्मी प्राप्ति का असली साधन है। गौमाता के चरणों में सभी तीर्थों का सौभाग्य प्राप्त होता है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान समय से आदिकाल तक का समय ले लो, गौ माता ने हमेशा एक अलग ही खुशी हमारे समाज को दी है। भारतीय संस्कृति में गौमाता का विशेष महत्व है । यही कारण है कि यह मोक्ष का द्वार खोलती है। इसकी जिस पर कृपा हो जाए वह धन-धान्य से भरपूर होता है। उन्होंने आह्वान किया कि गुरुग्राम की धरती गुरु द्रोणाचार्य की धरती है। यह श्री शीतला माता जी की पावन धरती है। यहां पर तो लाखों लोगों के दुखों का निवारण होता है। इनके नाम मात्र से ही कल्याण हो जाता है। इसके अलावा अगर कुछ रह जाए तो गौ माता की सेवा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।


श्री राधा कृष्ण गौशाला सेक्टर 9 बसई संचालिका साध्वी सविता कटारिया ने कहा कि तीर्थ स्थान, ब्राह्मण भोजन महादान, भगवेत्तसेवा समस्त व्रतों व व्रतोपवास समस्त तप, पृथ्वी पर्यटन से सत्य भाषण से जो जो पुण्य मिलता है वह सब पुण्य गोसेवा से तुरंत प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस इस धरती पर एक अभिशाप है। आज जिस तरह से मानव प्रगति कर रहा है उसी तरह से वह विनाश की ओर भी बढ़ रहा है। हमें जीव जंतुओं की सेवा करनी चाहिए। उनका सेवन नहीं करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आज धरती पर पाप बढ़ते ही जा रहे हैं । हमें शुद्ध शाकाहारी बनना चाहिए। तभी हमें भौगोलिक सुख मिलेंगे। सुख शांति अपने आप आ जाएगी। हमें आज उन सभी पर गर्व करना चाहिए जो मेडिकल स्टाफ , पुलिसकर्मियों , बहादुर फौजियों व पत्रकार , छायाकार के रूप में देश की सेवा में दिन रात लगे हुए हैं। इन सभी पर परमपिता परमात्मा अपनी कृपा बनाए रखें । वह ऐसी घड़ी में हर समय अग्रिम पंक्ति में रहते हैं।


इस अवसर पर उत्तर भारत के विद्वान पंडित आचार्य गौरी शंकर गौतम ने बताया की श्रीमद जगद्गुरु शंकराचार्य जी महाराज का चातुर्मास श्री मनसा देवी प्रांगण लक्ष्मी धर्मशाला पंचकूला में दो सितंबर तक रहेगा। गुरु जी के दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त करें। चेयरमैन इंद्रपाल सल्ले ने बताया कि कोरोना काल के दौरान गो भक्तों का गौशाला में आना कम हो गया है। इस वजह से यहां तुडा, चुरी, खल, बिनौला, गुड़ आदि की कमी बहुत ज्यादा हो गई है।

उन्होंने सभी गौ भक्तों से आह्वान किया कि वे ज्यादा से ज्यादा दान गौशाला में करें। गौ माता पर आए हुए इस संकट से उबरा जा सके। इस अवसर श्री राधा कृष्ण गौशाला सेक्टर 9 संचालिका साध्वी सविता कटारिया, चैयरमेन इंद्रपाल सिंह सल्ले , गौशाला प्रवक्ता अजय शर्मा, गौभक्त पी पी मेहता,सिवाई सिंह, किशनलाल थानेदार, आदि मौजूद थे।

You cannot copy content of this page